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आजमगढ़। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के जिले से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा होने के बाद से सपा कार्यकर्ता भले ही उत्साहित हैं लेकिन जिले की क्षतिग्रस्त सड़कें मुलायम की राह में रोड़ा बन सकती हैं। सड़कों की मरम्मत के लिए 33 करोड़ मिलने के बाद भी शहर और ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों की हालत खस्ता है। बिलरियागंज-आजमगढ़ मार्ग पर सात करोड़ खर्च होने के बाद भी मरम्मत का काम पूरा नहीं हुआ। इस धनराशि में से एक करोड़ गायब भी हो चुके है। जिसका हिसाब विभाग से लेकर ठेकेदार पास तक नहीं है। सड़क ठीक नहीं होने से कई स्थानों पर रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा भी बुलंद हो चुका है।
जिले की आजमगढ़-अतरौलिया सड़क को छोड़ कर लगभग सभी सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है। आजमगढ़-बिलरियागंज सड़क की हालत से यात्रियों और वाहन चालक इस मार्ग पर जाने से कतराते हैं। जिला मुख्यालय से अन्य जनपदों को जोड़ने वाले राजकीय राज मार्गों की हालत और खस्ता है। यही नहीं जिला मुख्यालय की जर्जर सड़कों पर भी चलना दुश्वार है। पिछले साल शहर की जर्जर सड़कों के विरोध में सामाजिक संगठनों ने बीच सड़क पर धान की रोपाई तक कर डाली। आजमगढ़-भदुली जर्जर मार्ग को लेकर भी कई बार लोकनिर्माण विभाग केअधिकारियों को ज्ञापन दिया गया।
छिट-पुट जनांदोलनों के बीच अक्टूबर 13 में शासन ने शहर की सड़कों की दशा सुधारने के लिए 32 करोड़ मंजूर किए। इसमें से लगभग 10 करोड़ अवमुक्त भी दिए गए थे। अक्टूबर माह में धन मिलने के बाद भी शहर में लगभग 30 किमी सड़कों को नए सिरे से निर्माण का कार्य दिसंबर में शुरू हुआ लेकिन अब तक कालीनगंज रोड पर लगभग पांच सौ मीटर सड़क बन पाई है। इधर आजमगढ़-भदुली तक प्रस्तावित तीन किमी. सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर लोग सवाल उठाने लगे हैं।
इधर ग्रामीण क्षेत्रों में रोड नहीं, तो वोट नहीं के स्वर गूंजने लगे हैं। कोयलसा ब्लाक के दुराजपुर गांव के दलित बस्ती के लोगों ने गांव केबाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगा दिया है। गांव के रामअजोर, दयाराम, राजेंद्र भारती का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से उनकी बस्ती में आज तक रोड ही नसीब नहीं हुआ। सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के हरैया ब्लाक के अराजी देवारा नैनीजार नई बस्ती के ग्रामीणों ने भी काम नहीं, तो मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। गांव के करीमचंद यादव, गिरजाशंकर, रामकेश, रामप्रवेश, छेदी यादव का कहना है कि चुनाव के समय सभी दल आश्वासन देकर चले जाते हैं। अब सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के चुनाव लड़ने पर उनके समक्ष गांव में रोड का मुद्दा उठाया जाएगा। लालगंज विधानसभा क्षेत्र के बरदह से बकेश-गोड़हरा तक जाने वाली क्षतिग्रस्त सड़क के निर्माण की मांग को लेकर पूर्व प्रधान इंद्रमणि राय रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लहरा रहे हैं।
आजमगढ़। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के जिले से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा होने के बाद से सपा कार्यकर्ता भले ही उत्साहित हैं लेकिन जिले की क्षतिग्रस्त सड़कें मुलायम की राह में रोड़ा बन सकती हैं। सड़कों की मरम्मत के लिए 33 करोड़ मिलने के बाद भी शहर और ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों की हालत खस्ता है। बिलरियागंज-आजमगढ़ मार्ग पर सात करोड़ खर्च होने के बाद भी मरम्मत का काम पूरा नहीं हुआ। इस धनराशि में से एक करोड़ गायब भी हो चुके है। जिसका हिसाब विभाग से लेकर ठेकेदार पास तक नहीं है। सड़क ठीक नहीं होने से कई स्थानों पर रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा भी बुलंद हो चुका है।
जिले की आजमगढ़-अतरौलिया सड़क को छोड़ कर लगभग सभी सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है। आजमगढ़-बिलरियागंज सड़क की हालत से यात्रियों और वाहन चालक इस मार्ग पर जाने से कतराते हैं। जिला मुख्यालय से अन्य जनपदों को जोड़ने वाले राजकीय राज मार्गों की हालत और खस्ता है। यही नहीं जिला मुख्यालय की जर्जर सड़कों पर भी चलना दुश्वार है। पिछले साल शहर की जर्जर सड़कों के विरोध में सामाजिक संगठनों ने बीच सड़क पर धान की रोपाई तक कर डाली। आजमगढ़-भदुली जर्जर मार्ग को लेकर भी कई बार लोकनिर्माण विभाग केअधिकारियों को ज्ञापन दिया गया।
छिट-पुट जनांदोलनों के बीच अक्टूबर 13 में शासन ने शहर की सड़कों की दशा सुधारने के लिए 32 करोड़ मंजूर किए। इसमें से लगभग 10 करोड़ अवमुक्त भी दिए गए थे। अक्टूबर माह में धन मिलने के बाद भी शहर में लगभग 30 किमी सड़कों को नए सिरे से निर्माण का कार्य दिसंबर में शुरू हुआ लेकिन अब तक कालीनगंज रोड पर लगभग पांच सौ मीटर सड़क बन पाई है। इधर आजमगढ़-भदुली तक प्रस्तावित तीन किमी. सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर लोग सवाल उठाने लगे हैं।
इधर ग्रामीण क्षेत्रों में रोड नहीं, तो वोट नहीं के स्वर गूंजने लगे हैं। कोयलसा ब्लाक के दुराजपुर गांव के दलित बस्ती के लोगों ने गांव केबाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगा दिया है। गांव के रामअजोर, दयाराम, राजेंद्र भारती का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से उनकी बस्ती में आज तक रोड ही नसीब नहीं हुआ। सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के हरैया ब्लाक के अराजी देवारा नैनीजार नई बस्ती के ग्रामीणों ने भी काम नहीं, तो मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। गांव के करीमचंद यादव, गिरजाशंकर, रामकेश, रामप्रवेश, छेदी यादव का कहना है कि चुनाव के समय सभी दल आश्वासन देकर चले जाते हैं। अब सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के चुनाव लड़ने पर उनके समक्ष गांव में रोड का मुद्दा उठाया जाएगा। लालगंज विधानसभा क्षेत्र के बरदह से बकेश-गोड़हरा तक जाने वाली क्षतिग्रस्त सड़क के निर्माण की मांग को लेकर पूर्व प्रधान इंद्रमणि राय रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लहरा रहे हैं।