पीसीएस-2019 और सहायक वन संरक्षक (एसीएफ)/क्षेत्रीय वन अधिकारी (आरएफओ) के 364 पदों के लिए तकरीबन साढ़े पांच लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए गए हैं। प्रारंभिक परीक्षा 15 दिसंबर को प्रस्तावित है। इस बार कई महत्वपूर्ण बदलावों के साथ परीक्षा आयोजित की जाएगी।
पीसीएस के 309 पदों पर भर्ती होनी है, जिनमें सामान्य चयन के 300 और विशेष चयन के नौ पद शामिल हैं। वहीं, एसीएफ के दो और आरएफओ के 53 पद शामिल हैं। पीसीएस और एसीएफ/आरएफओ-2019 के कुल 364 पदों पर चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन 16 अक्तूबर से शुरू हुआ था।
ऑनलाइन आवेदन शुल्क बैंक में जमा करने की अंतिम तिथि 11 नवंबर और ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाने की अंतिम तिथि 13 नवंबर निर्धारित की गई थी। आवेदन की अंतिम तिथि बीत चुकी है और परीक्षा के लिए कुल पांच लाख 42 हजार 644 आवेदन किए गए हैं। पीसीएस-2019 एवं एसीएफ/आरएफओ-2019 की प्रारंभिक परीक्षा आयोग के कैलेंडर में 15 दिसंबर को प्रस्तावित है।
पीसीएस मुख्य परीक्षा 20 अप्रैल से
पीसीएस मुख्य परीक्षा अगले साल 20 अप्रैल से आयोजित की जाएगी, जबकि एसीएफ/आरएफओ-2019 की मुख्य परीक्षा 16 अगस्त से प्रस्तावित है। इस बार पीसीएस परीक्षा में कई महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए हैं, जिसकी वजह से प्रतिस्पर्धा बढ़ने जा रही है। पहली बार पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में एक पद के मुकाबले मुख्य परीक्षा के लिए 13 अभ्यर्थियों को पास करने का निर्णय लिया गया है, जबकि इससे पहले एक पद के मुकाबले 18 अभ्यर्थियों को पास किया जाता रहा है।
अब साक्षात्कार के लिए एक पद के मुकाबले दो अभ्यर्थियों को पास किया जाएगा जबकि पहले यह अनुपात एक और तीन का था। आयोग की ओर से पहले बार पीसीएस परीक्षा में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण की व्यवस्था भी लागू की गई है। वहीं, मुख्य परीक्षा से पांच विषयों रक्षा अध्ययन, समाज कार्य, अरबी, फारसी और कृषि अभियंत्रिकी विषय को दिया गया है। परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में रक्षा अध्ययन और समाजकार्य ही सबसे प्रचलित थे लेकिन इस बार अभ्यर्थियों के सामने इन पांचों विषयों में कोई भी विकल्प नहीं होगा।
पदों के साथ घटी आवेदनों की संख्या
पीसीएस 2018 के मुकाबले पीसीएस 2019 में पदों के साथ आवेदनों की संख्या भी घटी है। पीसीएस 2018 का जब विज्ञापन जारी हुआ था, तब पीसीएस के 832 और एसीएफ के 16 एवं आरएफओ के 76 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे। कुल 924 पदों के लिए छह लाख 35 हजार 844 आवेदन आए थे। प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आने तक पीसीएस के पदों की संख्या 832 से बढ़कर 988 हो गई। ऐसे में 2018 के मुकाबले पीसीएस-2019 में पदों की संख्या तीना गुना कम हो गई है। साथ ही आवेदनों की संख्या भी तकरीबन 90 हजार घट गई है।
पीसीएस-2019 और सहायक वन संरक्षक (एसीएफ)/क्षेत्रीय वन अधिकारी (आरएफओ) के 364 पदों के लिए तकरीबन साढ़े पांच लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए गए हैं। प्रारंभिक परीक्षा 15 दिसंबर को प्रस्तावित है। इस बार कई महत्वपूर्ण बदलावों के साथ परीक्षा आयोजित की जाएगी।
पीसीएस के 309 पदों पर भर्ती होनी है, जिनमें सामान्य चयन के 300 और विशेष चयन के नौ पद शामिल हैं। वहीं, एसीएफ के दो और आरएफओ के 53 पद शामिल हैं। पीसीएस और एसीएफ/आरएफओ-2019 के कुल 364 पदों पर चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन 16 अक्तूबर से शुरू हुआ था।
ऑनलाइन आवेदन शुल्क बैंक में जमा करने की अंतिम तिथि 11 नवंबर और ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाने की अंतिम तिथि 13 नवंबर निर्धारित की गई थी। आवेदन की अंतिम तिथि बीत चुकी है और परीक्षा के लिए कुल पांच लाख 42 हजार 644 आवेदन किए गए हैं। पीसीएस-2019 एवं एसीएफ/आरएफओ-2019 की प्रारंभिक परीक्षा आयोग के कैलेंडर में 15 दिसंबर को प्रस्तावित है।
पीसीएस मुख्य परीक्षा 20 अप्रैल से
पीसीएस मुख्य परीक्षा अगले साल 20 अप्रैल से आयोजित की जाएगी, जबकि एसीएफ/आरएफओ-2019 की मुख्य परीक्षा 16 अगस्त से प्रस्तावित है। इस बार पीसीएस परीक्षा में कई महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए हैं, जिसकी वजह से प्रतिस्पर्धा बढ़ने जा रही है। पहली बार पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में एक पद के मुकाबले मुख्य परीक्षा के लिए 13 अभ्यर्थियों को पास करने का निर्णय लिया गया है, जबकि इससे पहले एक पद के मुकाबले 18 अभ्यर्थियों को पास किया जाता रहा है।
अब साक्षात्कार के लिए एक पद के मुकाबले दो अभ्यर्थियों को पास किया जाएगा जबकि पहले यह अनुपात एक और तीन का था। आयोग की ओर से पहले बार पीसीएस परीक्षा में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण की व्यवस्था भी लागू की गई है। वहीं, मुख्य परीक्षा से पांच विषयों रक्षा अध्ययन, समाज कार्य, अरबी, फारसी और कृषि अभियंत्रिकी विषय को दिया गया है। परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में रक्षा अध्ययन और समाजकार्य ही सबसे प्रचलित थे लेकिन इस बार अभ्यर्थियों के सामने इन पांचों विषयों में कोई भी विकल्प नहीं होगा।
पदों के साथ घटी आवेदनों की संख्या
पीसीएस 2018 के मुकाबले पीसीएस 2019 में पदों के साथ आवेदनों की संख्या भी घटी है। पीसीएस 2018 का जब विज्ञापन जारी हुआ था, तब पीसीएस के 832 और एसीएफ के 16 एवं आरएफओ के 76 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे। कुल 924 पदों के लिए छह लाख 35 हजार 844 आवेदन आए थे। प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आने तक पीसीएस के पदों की संख्या 832 से बढ़कर 988 हो गई। ऐसे में 2018 के मुकाबले पीसीएस-2019 में पदों की संख्या तीना गुना कम हो गई है। साथ ही आवेदनों की संख्या भी तकरीबन 90 हजार घट गई है।