एक से लगते पंडाल, केवल झंडे अलग-अलग। आपस में दूरी भी बहुत नहीं। इसके बावजूद मतगणना स्थल के बाहर लगे पंडालों का नजारा एक-दूसरे से बिल्कुल जुदा था। भाजपा के पंडाल में ठहाके गूंजते रहे तो विपक्षियों के खेमे में मायूसी छाई रही।
मतगणना स्थल मुंडेरा मंडी के बाहर राजनीतिक दलों की ओर से कार्यकर्ताओं के लिए पंडाल लगवाए जाते हैं। इस बार भी भाजपा के साथ ही कांग्रेस व सपा-बसपा गठबंधन की ओर से पंडाल लगवाए गए। कांग्रेस का पंडाल मतगणना स्थल के गेट नंबर एक के सामने और गेट नंबर दो के सामने बसपा-सपा गठबंधन का पंडाल बना था। कुछ दूरी पर भाजपा का पंडाल लगवाया गया था। एक्जिट पोल के नतीजों से विपक्षी दलों में हताशा जरूर थी लेकिन, यह उम्मीद भी थी कि एक्जिट पोल के नतीजे गलत साबित होंगे। यही वजह थी कि सुबह सपा-बसपा के साथ ही कांग्रेस के भी पंडाल में कार्यकर्ता पहुंचने लगे थे। उधर, भाजपा के पंडाल में सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई थी। कार्यकर्ता जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आए। पूछने पर उनका कहना था कि वह तो यहां सिर्फ यह देखने आए हैं कि जीत कितनी बड़ी होती है। सुबह आठ बजे के बाद जैसे ही रुझान आने शुरू हुए कार्यकर्ताओं की आंखों की चमक बढ़ती गई। होती भी क्यों न, शुरुआती रुझानों में ही भाजपा को बढ़त जो मिल गई थी।
सुबह सवा नौ बजे के करीब इलाहाबाद सीट का पहला रुझान आया। पता चला कि भाजपा प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी 1015 वोटों से गठबंधन प्रत्याशी से आगे चल रही हैं और इस रुझान ने भाजपा कार्यकर्ताओं के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी। सवा 10 बजते-बजते यह अंतर 4091 वोटों का हो गया था और तकरीबन साफ हो चुका था कि दोनों सीटों पर मुकाबला भाजपा व गठबंधन प्रत्याशियों के बीच ही है। इस वक्त तक इलाहाबाद व फूलपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों को क्रमश: 1537 व 177 वोट मिले थे और चमत्कार की रही-सही उम्मीद भी धूमिल हो चुकी थी। नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-एक कर पंडाल छोड़कर जाना शुरू कर दिया।
सुबह 11 बजे तक खाली हो गया कांग्रेस का पंडाल
11 बजे तीसरे राउंड की समाप्ति तक कांग्रेस का तकरीबन पूरा पंडाल खाली हो चुका था। यह वह वक्त था जब दोनों सीटों पर भाजपा प्रत्याशी क्रमश: 13 व सात हजार मतों की बढ़त बना चुके थे। तब तक भाजपा का पंडाल कार्यकर्ताओं से पूरी तरह पट चुका था जिनमें बड़ी संख्या में महिला समर्थक भी शामिल थीं। दोपहर एक बजे के करीब जैसे ही सातवें राउंड की समाप्ति की घोषणा हुई, भाजपा समर्थक खुशी से झूम उठे। तब तक रीता बहुगुणा 50 हजार व केशरी देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदियों से लगभग अजेय बढ़त प्राप्प्त कर ली थी और उलटफेर की आशंका भी लगभग समाप्प्त हो गई थी। जिसके बाद सपा-बसपा गठबंधन के पंडाल में भी मायूसी छा गई और कार्यकर्ताओं के जाने का सिलसिला शुरू हो गया। धीरे-धीरे यह सिलसिला बढ़ता ही गया और सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी निराश होकर घर को लौट गए।
लगाए नारे, खेली होली
उधर मतों के लगातार बढ़ते अंतर से उत्साहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। साथ ही अबीर-गुलाल उड़ाकर होली भी खेली। पंडाल में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्त नंदी भी पहुंचे और गुलाल उड़ाकर जीत का जश्न मनाया।
एक से लगते पंडाल, केवल झंडे अलग-अलग। आपस में दूरी भी बहुत नहीं। इसके बावजूद मतगणना स्थल के बाहर लगे पंडालों का नजारा एक-दूसरे से बिल्कुल जुदा था। भाजपा के पंडाल में ठहाके गूंजते रहे तो विपक्षियों के खेमे में मायूसी छाई रही।
मतगणना स्थल मुंडेरा मंडी के बाहर राजनीतिक दलों की ओर से कार्यकर्ताओं के लिए पंडाल लगवाए जाते हैं। इस बार भी भाजपा के साथ ही कांग्रेस व सपा-बसपा गठबंधन की ओर से पंडाल लगवाए गए। कांग्रेस का पंडाल मतगणना स्थल के गेट नंबर एक के सामने और गेट नंबर दो के सामने बसपा-सपा गठबंधन का पंडाल बना था। कुछ दूरी पर भाजपा का पंडाल लगवाया गया था। एक्जिट पोल के नतीजों से विपक्षी दलों में हताशा जरूर थी लेकिन, यह उम्मीद भी थी कि एक्जिट पोल के नतीजे गलत साबित होंगे। यही वजह थी कि सुबह सपा-बसपा के साथ ही कांग्रेस के भी पंडाल में कार्यकर्ता पहुंचने लगे थे। उधर, भाजपा के पंडाल में सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई थी। कार्यकर्ता जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आए। पूछने पर उनका कहना था कि वह तो यहां सिर्फ यह देखने आए हैं कि जीत कितनी बड़ी होती है। सुबह आठ बजे के बाद जैसे ही रुझान आने शुरू हुए कार्यकर्ताओं की आंखों की चमक बढ़ती गई। होती भी क्यों न, शुरुआती रुझानों में ही भाजपा को बढ़त जो मिल गई थी।
सुबह सवा नौ बजे के करीब इलाहाबाद सीट का पहला रुझान आया। पता चला कि भाजपा प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी 1015 वोटों से गठबंधन प्रत्याशी से आगे चल रही हैं और इस रुझान ने भाजपा कार्यकर्ताओं के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी। सवा 10 बजते-बजते यह अंतर 4091 वोटों का हो गया था और तकरीबन साफ हो चुका था कि दोनों सीटों पर मुकाबला भाजपा व गठबंधन प्रत्याशियों के बीच ही है। इस वक्त तक इलाहाबाद व फूलपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों को क्रमश: 1537 व 177 वोट मिले थे और चमत्कार की रही-सही उम्मीद भी धूमिल हो चुकी थी। नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-एक कर पंडाल छोड़कर जाना शुरू कर दिया।
सुबह 11 बजे तक खाली हो गया कांग्रेस का पंडाल
11 बजे तीसरे राउंड की समाप्ति तक कांग्रेस का तकरीबन पूरा पंडाल खाली हो चुका था। यह वह वक्त था जब दोनों सीटों पर भाजपा प्रत्याशी क्रमश: 13 व सात हजार मतों की बढ़त बना चुके थे। तब तक भाजपा का पंडाल कार्यकर्ताओं से पूरी तरह पट चुका था जिनमें बड़ी संख्या में महिला समर्थक भी शामिल थीं। दोपहर एक बजे के करीब जैसे ही सातवें राउंड की समाप्ति की घोषणा हुई, भाजपा समर्थक खुशी से झूम उठे। तब तक रीता बहुगुणा 50 हजार व केशरी देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदियों से लगभग अजेय बढ़त प्राप्प्त कर ली थी और उलटफेर की आशंका भी लगभग समाप्प्त हो गई थी। जिसके बाद सपा-बसपा गठबंधन के पंडाल में भी मायूसी छा गई और कार्यकर्ताओं के जाने का सिलसिला शुरू हो गया। धीरे-धीरे यह सिलसिला बढ़ता ही गया और सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी निराश होकर घर को लौट गए।
लगाए नारे, खेली होली
उधर मतों के लगातार बढ़ते अंतर से उत्साहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। साथ ही अबीर-गुलाल उड़ाकर होली भी खेली। पंडाल में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्त नंदी भी पहुंचे और गुलाल उड़ाकर जीत का जश्न मनाया।