दो स्नान पर्व बीतने के बाद भी सुविधाओं की आस में संतों-भक्तों के भटकने के मामले में मंगलवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी संत कुमार को हटा दिया गया। वह सुविधाओं के लिए वर्क आर्डर की पत्रावली स्वीकृत करने का काम देख रहे थे।
अब तक ओएसडी माघ मेला से जुड़े जिन कार्यों को देख रहे थे, उनके निस्तारण की जिम्मेदारी मेलाधिकारी अरविंद चौहान को सौंप दी गई है। इसके साथ ही वर्ष 2019-20 की अनुमन्य सुविधाओं के आधार पर इस बार 145 संस्थाओं को सुविधाएं भी जारी कर दी गईं। यह कार्रवाई मंडलायुक्त संजय गोयल ने की है।
भूमि आवंटन के बाद सुविधाएं न मिलने से अब तक सैकड़ों संस्थाओं के शिविर नहीं लग सके हैं। सुविधा के वर्क आर्डर के लिए पखवारे भर से परेशान कई संस्थाओं ने अपने धार्मिक अनुष्ठान रद्द कर दिए थे। प्रयागराज सेवा समिति ने द्वादश माधव की झांकी और यज्ञ का आयोजन सिर्फ इसलिए स्थगित कर दिया था, क्योंकि इस संस्था को चक्कर काटने के बाद भी सुविधाएं नहीं दी गईं। ऐसे कई संत-भक्त परेशान होकर मेला क्षेत्र से जाने लगे थे।
इन शिकायतों की जानकारी मिलने के बाद मंडलायुक्त ने मंगलवार को ताजा हालात की समीक्षा की तो पता चला कि कुछ संतों को सत्संग पंडाल और कथा मंच की सुविधाएं दे दी गई हैं, लेकिन बड़ी संख्या में संतों की सुविधा पर्ची रोक दी गई। इस मामले में मंडलायुक्त ने मेला प्राधिकरण के ओएसडी संत कुमार से कार्यभार छीन लिया। ओएसडी के कार्य प्रभारी मेलाधिकारी अरविंद चौहान को सौंप दिए गए।
अफसरों ने मंडलायुक्त को बताया कि पिछले वर्ष जिन संस्थाओं को सुविधा नहीं मिली थी, उन्हें इस बार भी नहीं दी गई है। लेकिन, आक्रोश को देखते हुए मंडलायुक्त ने वर्ष 2019-20 के मेले को आधार मानते हुए 145 संस्थाओं की सुविधाएं बढ़ा दीं। 24 घंटे के भीतर इन संस्थाओं तक सुविधाएं पहुंचाने की जिम्मेदारी मेला प्रशासन की ओर से छह वेंडरों को दे दी गई है।
मेलाधिकारी की अनुपस्थिति में एसएलओ संभालेंगे काम
मेला अधिकारी की अनुपस्थिति में मेला से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए एसएलएओ योगेंद्र सिंह को नियुक्त किया गया है। एसएलओ मेला कार्यालय में बैठने के साथ ही जन समस्याओं का भी निस्तारण करेंगे। माघ मेले के लिए दो टोल फ्री नंबर -18001805350, 18001805340 भी जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर संत-भक्त अपनी समस्याएं दर्ज करा सकते हैं।
दो स्नान पर्व बीतने के बाद भी सुविधाओं की आस में संतों-भक्तों के भटकने के मामले में मंगलवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी संत कुमार को हटा दिया गया। वह सुविधाओं के लिए वर्क आर्डर की पत्रावली स्वीकृत करने का काम देख रहे थे।
अब तक ओएसडी माघ मेला से जुड़े जिन कार्यों को देख रहे थे, उनके निस्तारण की जिम्मेदारी मेलाधिकारी अरविंद चौहान को सौंप दी गई है। इसके साथ ही वर्ष 2019-20 की अनुमन्य सुविधाओं के आधार पर इस बार 145 संस्थाओं को सुविधाएं भी जारी कर दी गईं। यह कार्रवाई मंडलायुक्त संजय गोयल ने की है।
भूमि आवंटन के बाद सुविधाएं न मिलने से अब तक सैकड़ों संस्थाओं के शिविर नहीं लग सके हैं। सुविधा के वर्क आर्डर के लिए पखवारे भर से परेशान कई संस्थाओं ने अपने धार्मिक अनुष्ठान रद्द कर दिए थे। प्रयागराज सेवा समिति ने द्वादश माधव की झांकी और यज्ञ का आयोजन सिर्फ इसलिए स्थगित कर दिया था, क्योंकि इस संस्था को चक्कर काटने के बाद भी सुविधाएं नहीं दी गईं। ऐसे कई संत-भक्त परेशान होकर मेला क्षेत्र से जाने लगे थे।
इन शिकायतों की जानकारी मिलने के बाद मंडलायुक्त ने मंगलवार को ताजा हालात की समीक्षा की तो पता चला कि कुछ संतों को सत्संग पंडाल और कथा मंच की सुविधाएं दे दी गई हैं, लेकिन बड़ी संख्या में संतों की सुविधा पर्ची रोक दी गई। इस मामले में मंडलायुक्त ने मेला प्राधिकरण के ओएसडी संत कुमार से कार्यभार छीन लिया। ओएसडी के कार्य प्रभारी मेलाधिकारी अरविंद चौहान को सौंप दिए गए।
अफसरों ने मंडलायुक्त को बताया कि पिछले वर्ष जिन संस्थाओं को सुविधा नहीं मिली थी, उन्हें इस बार भी नहीं दी गई है। लेकिन, आक्रोश को देखते हुए मंडलायुक्त ने वर्ष 2019-20 के मेले को आधार मानते हुए 145 संस्थाओं की सुविधाएं बढ़ा दीं। 24 घंटे के भीतर इन संस्थाओं तक सुविधाएं पहुंचाने की जिम्मेदारी मेला प्रशासन की ओर से छह वेंडरों को दे दी गई है।
मेलाधिकारी की अनुपस्थिति में एसएलओ संभालेंगे काम
मेला अधिकारी की अनुपस्थिति में मेला से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए एसएलएओ योगेंद्र सिंह को नियुक्त किया गया है। एसएलओ मेला कार्यालय में बैठने के साथ ही जन समस्याओं का भी निस्तारण करेंगे। माघ मेले के लिए दो टोल फ्री नंबर -18001805350, 18001805340 भी जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर संत-भक्त अपनी समस्याएं दर्ज करा सकते हैं।