शनिवार को कई परिवारों पर आफत की बारिश हुई। जिले के अलग-अलग हिस्से में बिजली गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से अकेले कोरांव में छह लोगों की मौत हुई है। दो बच्चों समेत नौ लोग झुलस गए हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। इनके अलावा हंडिया तहसील के अंतर्गत तीन तथा मांडा एवं प्रतापपुर में एक ग्रामीण की मौत हुई है।
कोरांव में बेलहट के खम्हरिया गांव की लीलावती तेज बारिश के बीच दोपहर में सामान लेने बाहर निकलीं थीं। इसी बीच बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई। अंतरी सिकमी के केशव बिंद अपने घर से कुछ दूर कुछ लोगों के साथ बैठे थे। इसी दौरान बिजली गिरी और केशव की मौत हो गई। साथ में बैठे अन्य लोग बुरी तरह झुलस गए। इनमें से हंसराज और नंदलाल की हालत गंभीर होने जिला अस्पताल भेज दिया गया है।
मेहा जागीर के सुनील बकरी चराने गए थे। मौसम बिगड़ने पर लौट रहे थे लेकिन रास्ते में ही बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई। सुनील के साथ दो बकरियों की भी मौत हो गई। सुनील की मौत की खबर सुनकर पत्नी शादीना का रो-रोकर बुरा हाल था। कोरांव में ही डिहिया मजरे के इंद्रभूषण की भी बिजली गिरने से मौत हो गई है। वह कुछ लोगों के साथ सतीश शुक्ल के खेत में धान की रोपाई कर रहे थे।
बिजली गिरने से इंद्रभूषण की खेत में ही मौत हो गई। वहीं सतीश शुक्ल बुरी तरह झुलस गए। घेघसाही गांव की छाया देवी कच्चे मकान में आठ माह के बच्चे दिव्यांशु को गोद में लेकर बैठीं थीं। परिवार के अन्य सदस्य भी वहीं थे। इसी दौरान बिजली गिरी और छाया की मौत हो गई। सास अनारकली एवं बच्चा झुलस गए। बिरहा करपिया के 18 वर्षीय युवक भरत कुमार की भी बिजली गिरने मौत हो गई। वह सत्येंद्र तिवारी के खेत में रोपाई कर रहा था।
साथ में रोपाई कर रहे रामराज, दुलारू, पप्पन, डॉक्टर भी झुलस गए। सभी के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। एसडीएम संदीप कुमार वर्मा का कहना है कि रविवार शाम तक सभी मृतकों के आश्रितों के खातों में चार-चार लाख रुपये की सहायता दैवीय आपदा निधि से भेज दी जाएगी।