राहुल कुमार
कोरोना काल में किस कदर लोगों का रोजगार छिना और उन्हें खाने तक के लिए मोहताज कर दिया, यह दर्द किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में जिले में 2708719 गरीबों के लिए के पूर्ति विभाग मददगार साबित हुआ। कोटेदारों के माध्यम से प्रतिमाह मुफ्त राशन का वितरण कराया। साथ ही फरवरी 2020 अब तक 13057 नए राशन कार्ड जारी किए गए। सरकार ने इस वर्ष मई से शुरू हुई मुफ्त राशन वितरण योजना को अब नवंबर तक जारी रखने का आदेश दिया है। वर्तमान में प्रतिमाह 13401235 क्विंटल राशन का वितरण हो रहा है।
2020 में आए कोरोना संकट के बाद गरीबों के धंधे रोजगार छिन गए। लॉकडाउन लगने से दिहाड़ी मजदूर खाने को मोहताज हो गए। इस पर केंद्र व राज्य सरकार ने गरीबों के लिए मुफ्त राशन वितरण की स्कीम लागू कर दी। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत राशन का वितरण किया गया। कोरोना की प्रथम लहर के दौरान सरकार ने अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक मुफ्त राशन का वितरण कराया। इसके बाद अप्रैल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के बाद लगाए लॉकडाउन में फिर रोजगार चौपट हुए तो सरकार ने माह में दो बार निशुल्क राशन वितरण की योजना लागू की। मई से संचालित इस योजना को अब नवंबर तक के लिए लागू कर दिया है।
18 सेक्स वर्करों को भी राशन कार्ड जारी
कोरोना संकट से सेक्स वर्कर भी अछूते नहीं रहे। रेड लाइट एरिया में रहने वाले 18 सेक्स वर्करों के राशन कार्ड बनाए गए, जिससे प्रत्येक व्यक्ति के भोजन के अधिकार को सुनिश्चित किया जा सके।
मार्च 2020 के बाद बढ़ी आवेदनों की संख्या
फरवरी 2020 में जिले में 626828 पात्र गृहस्थी कार्ड धारक थे। मार्च के तीसरे सप्ताह में लगे लॉकडाउन के बाद जैसे ही उद्योग-धंधे बंद हुए। लोग खाने को मोहताज होने लगे। एकाएक सरकारी राशन पाने के लिए आवेदकों की कतार लग गई। अगस्त 2021 तक पूर्ति विभाग को करीब 18 हजार आवेदन प्राप्त हुए। उनकी जांच कराई गई और 13057 नए राशन कार्ड पात्रों को जारी किए। वर्तमान में कुल 639885 पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारक हैं। 24596 अंत्योदय राशन कार्ड धारक हैं।
सामान्य दिनों में दो रुपये प्रति किलो गेहूं और तीन रुपये प्रति किलो चावल
सामान्य दिनों में सरकार की ओर से कोटेदारों के माध्यम से पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को दो रुपये प्रति किलो गेहूं (प्रति यूनिट तीन किलो) व तीन रुपये प्रति किलो चावल (प्रति यूनिट दो किलो) के हिसाब से मिलता है। अंत्योदय कार्ड धारकों को माह में एक बार इसी दर पर प्रति कार्ड 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल मिलता है।
एक नजर आंकड़ों पर
- 639885 पात्र गृहस्थी कार्ड हैं जिले में
- 2640812 लोग प्रतिमाह पात्र गृहस्थी कार्ड से ले रहे हैं राशन
- 24596 अंत्योदय राशन कार्ड हैं जिले में
- 67907 लोग अंत्योदय राशन कार्ड से ले प्रतिमाह ले रहे हैं राशन
- 13401235 क्विंटल राशन प्रतिमाह गरीबों को हो रहा वितरित
- 13057 नए राशन कार्ड अप्रैल 2020 से अगस्त 2021 तक जारी
- 1966 प्रवासी श्रमिकों को अप्रैल से अगस्त 2020 तक राशन वितरित