जाफरी ड्रेन की पटरियों पर हो रहे अतिक्रमण को हटवाने के लिए सोमवार को प्रशासन व नगर निगम ने संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान पटरी किनारे बने स्थायी व अस्थायी अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त करा दिया गया। हालांकि स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन अफसरों की सख्ती के चलते वे चुप हो गए।
एडीएम सिटी राकेश कुमार पटेल ने बताया कि जाफरी ड्रेन की पटरियों के सहारे लोगों ने दुकान, मकान आदि बनाकर वर्षों से अवैध कब्जा कर रखा था। सिंचाई विभाग ने कब्जा जमाए बैठे लोगों को नोटिस भेजकर उन्हें हटाने का अल्टीमेटम दिया था। कमिश्नर गौरव दयाल के निर्देश पर जाफरी ड्रेन को कब्जा मुक्त कराने का अभियान चलाया गया। नगर निगम और सिंचाई विभाग की टीम जमालपुर पहुंची और अतिक्रमण को हटाना शुरू कर दिया। इस दौरान लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को गलत ठहराते हुए विरोध जताया। अफसरों ने सख्ती दिखाई तो विरोध के स्वर धीमे पड़ गए। एडीएम सिटी ने बताया कि ड्रेन को लोगों ने कचरा घर बना रखा था। कब्जों के चलते ड्रेन की सफाई नहीं हो पा रही थी। उन्होंने बताया कि अवैध कब्जों को हटवाने के साथ ही ड्रेन की सफाई करायी जा रही है। जिससे बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या पैदा न हो।
जाफरी ड्रेन की पटरियों पर हो रहे अतिक्रमण को हटवाने के लिए सोमवार को प्रशासन व नगर निगम ने संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान पटरी किनारे बने स्थायी व अस्थायी अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त करा दिया गया। हालांकि स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन अफसरों की सख्ती के चलते वे चुप हो गए।
एडीएम सिटी राकेश कुमार पटेल ने बताया कि जाफरी ड्रेन की पटरियों के सहारे लोगों ने दुकान, मकान आदि बनाकर वर्षों से अवैध कब्जा कर रखा था। सिंचाई विभाग ने कब्जा जमाए बैठे लोगों को नोटिस भेजकर उन्हें हटाने का अल्टीमेटम दिया था। कमिश्नर गौरव दयाल के निर्देश पर जाफरी ड्रेन को कब्जा मुक्त कराने का अभियान चलाया गया। नगर निगम और सिंचाई विभाग की टीम जमालपुर पहुंची और अतिक्रमण को हटाना शुरू कर दिया। इस दौरान लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को गलत ठहराते हुए विरोध जताया। अफसरों ने सख्ती दिखाई तो विरोध के स्वर धीमे पड़ गए। एडीएम सिटी ने बताया कि ड्रेन को लोगों ने कचरा घर बना रखा था। कब्जों के चलते ड्रेन की सफाई नहीं हो पा रही थी। उन्होंने बताया कि अवैध कब्जों को हटवाने के साथ ही ड्रेन की सफाई करायी जा रही है। जिससे बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या पैदा न हो।