विद्युत आपूर्ति सुचारु और बिजली चोरी-लाइन लॉस आदि पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार की रिवैंप योजना के तहत अलीगढ़ मंडल में 1751 करोड़ रुपये विद्युत सुधारीकरण पर काम शुरू हो गया है। दावा है कि अगर सब ठीक रहा तो आने वाले समय में बिजलीघर से लेकर ट्रांसफार्मर और उपभोक्ता के मीटर तक ऐसा इंतजाम किया जाएगा कि कोई चोरी न कर सके। हालांकि अप्रैल में लाइन लॉस व बिजली चोरी नियंत्रण का इस योजना से जुड़ा लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सका है। अब मई में लक्ष्य पूरा करने पर जोर है।
रिवैंप योजना के तहत बिजलीघर से लेकर उपभोक्ता के मीटर तक पीवीसी इंसुलेशन के साथ कोडिंग युक्त आर्म्ड केबल, शहरी क्षेत्र में भूमिगत हाईटेंशन लाइन बिछाना, जगह-जगह जंक्शन बॉक्स लगाकर आपूर्ति देना, पुरानी लाइनों व पोलों को बदलना, नए ट्रांसफार्मर व सब स्टेशनों की क्षमता वृद्धि, हर फीडर पर निगरानी स्विच आदि लगाए जाएंगे। इसके अलावा सब स्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक लगाने आदि के काम होंगे। इसके लिए कंपनी नियत कर दी गई है। मगर शर्त ये है कि पहले वर्ष में 45 फीसदी लाइन लॉस व चोरी को15 फीसद पर लाना होगा। तभी आगामी वर्ष का बजट मिलेगा।
अलीगढ़ जोन/मंडल में 1002 करोड़ रुपये से लाइन लॉस रोकने के लिए कुल 16785 किलोमीटर आर्म्ड केबल डाली जाएगी। इसमें 5585 किलोमीटर एबीसी और 2201 किलोमीटर एक्सएलपी केबल उन इलाकों में डाली जाएंगी, जहां पर लाइन लॉस अधिक है। ग्रामीण क्षेत्र में नलकूप के लिए 11 केवी की 2666 किलोमीटर लाइन डाली जाएगी। 11 केवीए की शहरी क्षेत्र में 1528 किलोमीटर केबल बदली जाएगी। 749 करोड़ रुपये से आधुनिकीकरण के तहत सब स्टेशनों की क्षमता वद्धि, ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि, नए फीडर आदि के काम होंगे।
- एसके अग्रवाल, मुख्य अभियंता, पावर कारपोरेशन
विद्युत आपूर्ति सुचारु और बिजली चोरी-लाइन लॉस आदि पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार की रिवैंप योजना के तहत अलीगढ़ मंडल में 1751 करोड़ रुपये विद्युत सुधारीकरण पर काम शुरू हो गया है। दावा है कि अगर सब ठीक रहा तो आने वाले समय में बिजलीघर से लेकर ट्रांसफार्मर और उपभोक्ता के मीटर तक ऐसा इंतजाम किया जाएगा कि कोई चोरी न कर सके। हालांकि अप्रैल में लाइन लॉस व बिजली चोरी नियंत्रण का इस योजना से जुड़ा लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सका है। अब मई में लक्ष्य पूरा करने पर जोर है।
रिवैंप योजना के तहत बिजलीघर से लेकर उपभोक्ता के मीटर तक पीवीसी इंसुलेशन के साथ कोडिंग युक्त आर्म्ड केबल, शहरी क्षेत्र में भूमिगत हाईटेंशन लाइन बिछाना, जगह-जगह जंक्शन बॉक्स लगाकर आपूर्ति देना, पुरानी लाइनों व पोलों को बदलना, नए ट्रांसफार्मर व सब स्टेशनों की क्षमता वृद्धि, हर फीडर पर निगरानी स्विच आदि लगाए जाएंगे। इसके अलावा सब स्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक लगाने आदि के काम होंगे। इसके लिए कंपनी नियत कर दी गई है। मगर शर्त ये है कि पहले वर्ष में 45 फीसदी लाइन लॉस व चोरी को15 फीसद पर लाना होगा। तभी आगामी वर्ष का बजट मिलेगा।
अलीगढ़ जोन/मंडल में 1002 करोड़ रुपये से लाइन लॉस रोकने के लिए कुल 16785 किलोमीटर आर्म्ड केबल डाली जाएगी। इसमें 5585 किलोमीटर एबीसी और 2201 किलोमीटर एक्सएलपी केबल उन इलाकों में डाली जाएंगी, जहां पर लाइन लॉस अधिक है। ग्रामीण क्षेत्र में नलकूप के लिए 11 केवी की 2666 किलोमीटर लाइन डाली जाएगी। 11 केवीए की शहरी क्षेत्र में 1528 किलोमीटर केबल बदली जाएगी। 749 करोड़ रुपये से आधुनिकीकरण के तहत सब स्टेशनों की क्षमता वद्धि, ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि, नए फीडर आदि के काम होंगे।
- एसके अग्रवाल, मुख्य अभियंता, पावर कारपोरेशन