22 व 23 जनवरी को अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्र उतर आए हैं। हरिद्वार में हुई धर्म संसद में मुस्लिम विरोधी बयानबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई न करने के विरोध में छात्रों ने मार्च निकाला। इस दौरान योगी-मोदी के खिलाफ नारेबाजी हुई।
रविवार को विरोध मार्च डक पांड्स से बाब-ए-सैयद तक निकला। छात्रों ने प्रशासन से मांग की है कि अलीगढ़ में धर्म संसद के आयोजन की अनुमति न दी जाए। हरिद्वार में धर्म संसद में नफरती भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा उठाया। छात्रों ने बताया कि 27 दिसंबर को हरिद्वार में धर्म संसद में मुसलमानों को निशाना बनाया गया। मुसलमानों को मारने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि गांधीजी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले संत कालीचरण के खिलाफ कार्रवाई होती है, लेकिन जिन्होंने धर्म संसद में नफरती भाषण दिया, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
छात्रों ने कहा कि यहां से शुरू होकर संसद तक पैदल मार्च निकाला जाएगा। छात्र नेता अबु सईद सिद्दीकी ने कहा कि देश के संविधान की धज्जियां यति नरसिंहानंद उड़ा रहे हैं। धर्म संसद के जरिये नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है। देश को गोडसे के विचारधारा के लोग तोड़ने का काम कर रहे हैं। छात्र नेता सलमान ने कहा कि देश की सरकार इतनी कमजोर हो गई है कि आरोपियों को अब तक जेल नहीं भेजा गया। उन्होंने कहा कि शरजील इमाम की बात आती है तो यूएपीए लग जाता है, लेकिन धर्म संसद में जो मुसलमानों के लिए नफरत भरी बातें कही गई, गंभीरता से नहीं लिया है। इसलिए अलीगढ़ में धर्म संसद होने जा रही है, उस पर रोक लगनी चाहिए। इसके बाद छात्रों ने एसीएम को ज्ञापन सौंपा।
22 व 23 जनवरी को अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्र उतर आए हैं। हरिद्वार में हुई धर्म संसद में मुस्लिम विरोधी बयानबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई न करने के विरोध में छात्रों ने मार्च निकाला। इस दौरान योगी-मोदी के खिलाफ नारेबाजी हुई।
रविवार को विरोध मार्च डक पांड्स से बाब-ए-सैयद तक निकला। छात्रों ने प्रशासन से मांग की है कि अलीगढ़ में धर्म संसद के आयोजन की अनुमति न दी जाए। हरिद्वार में धर्म संसद में नफरती भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा उठाया। छात्रों ने बताया कि 27 दिसंबर को हरिद्वार में धर्म संसद में मुसलमानों को निशाना बनाया गया। मुसलमानों को मारने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि गांधीजी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले संत कालीचरण के खिलाफ कार्रवाई होती है, लेकिन जिन्होंने धर्म संसद में नफरती भाषण दिया, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
छात्रों ने कहा कि यहां से शुरू होकर संसद तक पैदल मार्च निकाला जाएगा। छात्र नेता अबु सईद सिद्दीकी ने कहा कि देश के संविधान की धज्जियां यति नरसिंहानंद उड़ा रहे हैं। धर्म संसद के जरिये नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है। देश को गोडसे के विचारधारा के लोग तोड़ने का काम कर रहे हैं। छात्र नेता सलमान ने कहा कि देश की सरकार इतनी कमजोर हो गई है कि आरोपियों को अब तक जेल नहीं भेजा गया। उन्होंने कहा कि शरजील इमाम की बात आती है तो यूएपीए लग जाता है, लेकिन धर्म संसद में जो मुसलमानों के लिए नफरत भरी बातें कही गई, गंभीरता से नहीं लिया है। इसलिए अलीगढ़ में धर्म संसद होने जा रही है, उस पर रोक लगनी चाहिए। इसके बाद छात्रों ने एसीएम को ज्ञापन सौंपा।