न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, अलीगढ़।
Published by: राजेश सिंह
Updated Tue, 05 Mar 2019 01:19 AM IST
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष सलमान इम्तियाज एवं सचिव हुजैफा आमिर सहित अन्य सदस्य शिवभक्तों की सेवा कर विरोधी छात्र नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष और सचिव का एडिट फोटो वायरल हो गया है। छात्र संघ के उपाध्यक्ष हमजा सुफयान ने ही इस कार्यक्रम पर सवाल उठा दिया है। उनका कहना है कि वह अध्यक्ष से पूछेंगे कि किसकी सहमति से कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप का आयोजन किया गया।
महाशिवरात्रि के एक दिन पहले यानी रविवार को एएमयू छात्र संघ द्वारा एएमयू के एके तिब्बिया कॉलेज के सामने शिव भक्त कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप का आयोजन किया गया था। कॉलेज के गेट पर एएमयू छात्र संघ का बैनर भी लगा था। अध्यक्ष, सचिव एवं उनके साथ अन्य छात्र कांवड़ियों को फल खिलाए और हर तरह की सेवा की। इस काम की सभी ने तारीफ की। अध्यक्ष एवं सचिव ने भी कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य एएमयू के भाईचारा एवं मोहब्बत के पैगाम को दूर-दूर पहुंचाना है। हालांकि कार्यक्रम के कुछ समय बाद से ही कुछ लोगों की आंखों में अध्यक्ष एवं सचिव खटकने लगे। सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई।
सलमान इम्तियाज एवं हुजैफा आमिर का एडिट फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिसमें दोनो छात्र नेताओं को कांवर लिए दिखाया गया है। एएमयू छात्र संघ उपाध्यक्ष हमजा सुफयान ने फेसबुक पर कमेंट किया कि ‘कुछ लोग सेकुलरिज्म शो करने के लिए हो सकता है किसी दिन यूनियन हॉल पर भगवा झंडा भी फहरा दें’। छात्र नेता फैजुल हसन अंसारी ने लिखा है कि ‘कुंभ में नहाने चले’।
वहीं अब्दुल वासे ने लिखा है कि ‘माशाअल्लाह, मुबारक हो, अब आप धुल कर साफ हो गए’। उपाध्यक्ष हफजा सुफयान ने कहा कि अध्यक्ष को कांवड़ियों की सेवा कराना था तो अपने नाम से कराते। एएमयू छात्र संघ के नाम का इस्तेमाल क्यों किया। उनसे पूछा तक नहीं गया। जबकि सचिव हुजैफा आमिर का कहना है कि कार्यक्रम करने के पहले सभी को सूचित किया गया था। यूनियन का मकसद भाईचारा एवं मोहब्बत का पैगाम फैलाना है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष सलमान इम्तियाज एवं सचिव हुजैफा आमिर सहित अन्य सदस्य शिवभक्तों की सेवा कर विरोधी छात्र नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष और सचिव का एडिट फोटो वायरल हो गया है। छात्र संघ के उपाध्यक्ष हमजा सुफयान ने ही इस कार्यक्रम पर सवाल उठा दिया है। उनका कहना है कि वह अध्यक्ष से पूछेंगे कि किसकी सहमति से कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप का आयोजन किया गया।
महाशिवरात्रि के एक दिन पहले यानी रविवार को एएमयू छात्र संघ द्वारा एएमयू के एके तिब्बिया कॉलेज के सामने शिव भक्त कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप का आयोजन किया गया था। कॉलेज के गेट पर एएमयू छात्र संघ का बैनर भी लगा था। अध्यक्ष, सचिव एवं उनके साथ अन्य छात्र कांवड़ियों को फल खिलाए और हर तरह की सेवा की। इस काम की सभी ने तारीफ की। अध्यक्ष एवं सचिव ने भी कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य एएमयू के भाईचारा एवं मोहब्बत के पैगाम को दूर-दूर पहुंचाना है। हालांकि कार्यक्रम के कुछ समय बाद से ही कुछ लोगों की आंखों में अध्यक्ष एवं सचिव खटकने लगे। सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई।
सलमान इम्तियाज एवं हुजैफा आमिर का एडिट फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिसमें दोनो छात्र नेताओं को कांवर लिए दिखाया गया है। एएमयू छात्र संघ उपाध्यक्ष हमजा सुफयान ने फेसबुक पर कमेंट किया कि ‘कुछ लोग सेकुलरिज्म शो करने के लिए हो सकता है किसी दिन यूनियन हॉल पर भगवा झंडा भी फहरा दें’। छात्र नेता फैजुल हसन अंसारी ने लिखा है कि ‘कुंभ में नहाने चले’।
वहीं अब्दुल वासे ने लिखा है कि ‘माशाअल्लाह, मुबारक हो, अब आप धुल कर साफ हो गए’। उपाध्यक्ष हफजा सुफयान ने कहा कि अध्यक्ष को कांवड़ियों की सेवा कराना था तो अपने नाम से कराते। एएमयू छात्र संघ के नाम का इस्तेमाल क्यों किया। उनसे पूछा तक नहीं गया। जबकि सचिव हुजैफा आमिर का कहना है कि कार्यक्रम करने के पहले सभी को सूचित किया गया था। यूनियन का मकसद भाईचारा एवं मोहब्बत का पैगाम फैलाना है।