आगरा। शासन की ओर से गठित चार सदस्यीय टीम शनिवार को विशेष सचिव उच्च शिक्षा श्रवण कुमार सिंह के नेतृत्व में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय पहुंची। टीम ने सभी परिसरों और विभागों का निरीक्षण किया। आलमारियों में डिग्रियां भरी देखकर विशेष सचिव ने नाराजगी जताई। उन्होंने 10 दिन में सभी डिग्रियों को निकालने के आदेश दिए। कहा कि एक माह बाद दोबारा निरीक्षण किया जाएगा, यदि पुरानी डिग्री लंबित मिलीं तो कार्रवाई की जाएगी।
टीम ने समिति नामांकन विभाग और संबद्धता विभाग में कागजों का रखरखाव ठीक करने और रिकार्ड मेंटेन करने के निर्देश दिए। परीक्षा नियंत्रक और वित्त अधिकारी के कार्यालय के कुछ कर्मचारी अवकाश पर थे, रजिस्टर में उनका प्रार्थनापत्र नहीं था। अधिकारियों को निर्देश दिए कि छुट्टी से पहले प्रार्थनापत्र लगवाना सुनिश्चित किया जाए। छात्र नेताओं ने छात्र समस्याओं के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने प्रार्थना पत्र मांगा। समिति ने विभिन्न संस्थानों में रुसा के तहत हुए कामों को भी देखा। विभिन्न योजनाओं के तहत विश्वविद्यालय में हुए कार्यों की रिपोर्ट मांगी। निरीक्षण के दौरान कुलसचिव संजीव कुमार सिंह, वित्त अधिकारी एके सिंह, परीक्षा नियंत्रक राजीव कुमार, प्रो. संजय चौधरी, इंजीनियर हरिमोहन शर्मा के अलावा सभी सहायक कुलसचिव शामिल रहे।
जर्जर आवासों को की मरम्मत कराने के निर्देश
समिति ने विश्वविद्यालय के छलेसर कैंपस के बाद सुल्तानगंज परिसर का निरीक्षण किया। यहां जर्जर भवन में कर्मचारी रहते हैं। इंजीनियर को भवनों को खाली कराकर मरम्मत कराने के निर्देश दिए। गोपालकुंज में भी यही स्थिति मिली। यहां किसी ने कब्जा भी कर लिया है। मामला कोर्ट में है। इसमें ठीक से पैरवी करने के लिए कहा। संस्कृति भवन का कब्जा जल्द से जल्द लेने का निर्देश दिया।
कार्यदायी संस्था की शिकायत की
समिति खंदारी परिसर में शिवाजी मंडप का निरीक्षण करने के बाद आईईटी में पहुंचीं। यहां संस्थान के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत ने विशेष सचिव से तीसरी मंजिल पर काम करने वाली कार्यदायी संस्था सीएनडीएस की शिकायत की। टीम को बताया कि संस्था तीसरी मंजिल पर काम करनी आई थी, लेकिन इसने सैंपल लेने के लिए दूसरी मंजिल पर तोड़फोड़ की। इससे कंप्यूटर सिस्टम खराब हो गए। विशेष सचिव ने इस पर नाराजगी जताते हुए सिस्टम ठीक कराने के आदेश दिए।