आगरा के फतेहाबाद में थाना डौकी के गांव नहर्रा नाहर गंज में सोमवार रात को युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ग्रामीणों ने हमलावरों को घेर लिया। उनकी जान लेने पर आमादा हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छुड़ाने का प्रयास किया तो पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। एक पीआरवी में आग लगा दी। सूचना पर कई थानों की फोर्स के आने पर बवाल थमा।
नाथूराम वर्मा डौकी के गांव नदौता के रहने वाले थे। बताया गया है कि सोमवार रात तकरीबन 8:30 बजे वह अपनी आई-10 कार से समर सिंह और उसके भाई सुधीर के साथ गांव नहरा नाहरगंज आए थे। एक अन्य कार में कुछ और लोग मौजूद थे। गांव में आने के बाद दोनों भाइयों ने नाथूराम की गोली मारकर हत्या कर दी। उनको एक के बाद एक तीन गोलियां मारी।
उनकी मौके पर मौत हो गई। फायरिंग की आवाज सुनकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीण आ गए। उन्होंने हमलावरों को घेर लिया। समर सिंह और सुधीर की जमकर पिटाई लगा दी। यह देखकर दूसरी कार में सवार लोग पैदल भाग खड़े हुए। इस पर ग्रामीणों ने कार कार यमुना में फेंक दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों को छुड़ाने का प्रयास किया तो आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों के साथ भी मारपीट कर दी।
बाद में आई पीआरवी नंबर 59 में आए सिपाही को जमकर पीटा। यह देखकर पुलिस कर्मी जान बचाकर भाग निकले। ग्रामीणों ने पीआरवी में भी आग लगा दी। घटना की जानकारी पर आसपास के थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ दिया। डीएम गौरव दयाल और एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे आ गए।
बताया गया है कि नाथूराम वर्मा नाम के ही आगरा के भाजपा नेता भी हैं। वे भी फतेहाबाद क्षेत्र के रहने वाले हैं। नाथूराम वर्मा की हत्या के बाद क्षेत्र में भाजपा नेता की हत्या की अफवाह फैल गई थी। इस पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। हालांकि भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि यह भाजपा नेता नाथूराम वर्मा नहीं है। इन्हीं के नाम के दूसरे युवक थे।
आगरा के फतेहाबाद में थाना डौकी के गांव नहर्रा नाहर गंज में सोमवार रात को युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ग्रामीणों ने हमलावरों को घेर लिया। उनकी जान लेने पर आमादा हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छुड़ाने का प्रयास किया तो पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। एक पीआरवी में आग लगा दी। सूचना पर कई थानों की फोर्स के आने पर बवाल थमा।
नाथूराम वर्मा डौकी के गांव नदौता के रहने वाले थे। बताया गया है कि सोमवार रात तकरीबन 8:30 बजे वह अपनी आई-10 कार से समर सिंह और उसके भाई सुधीर के साथ गांव नहरा नाहरगंज आए थे। एक अन्य कार में कुछ और लोग मौजूद थे। गांव में आने के बाद दोनों भाइयों ने नाथूराम की गोली मारकर हत्या कर दी। उनको एक के बाद एक तीन गोलियां मारी।
उनकी मौके पर मौत हो गई। फायरिंग की आवाज सुनकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीण आ गए। उन्होंने हमलावरों को घेर लिया। समर सिंह और सुधीर की जमकर पिटाई लगा दी। यह देखकर दूसरी कार में सवार लोग पैदल भाग खड़े हुए। इस पर ग्रामीणों ने कार कार यमुना में फेंक दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों को छुड़ाने का प्रयास किया तो आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों के साथ भी मारपीट कर दी।
बाद में आई पीआरवी नंबर 59 में आए सिपाही को जमकर पीटा। यह देखकर पुलिस कर्मी जान बचाकर भाग निकले। ग्रामीणों ने पीआरवी में भी आग लगा दी। घटना की जानकारी पर आसपास के थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ दिया। डीएम गौरव दयाल और एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे आ गए।
बताया गया है कि नाथूराम वर्मा नाम के ही आगरा के भाजपा नेता भी हैं। वे भी फतेहाबाद क्षेत्र के रहने वाले हैं। नाथूराम वर्मा की हत्या के बाद क्षेत्र में भाजपा नेता की हत्या की अफवाह फैल गई थी। इस पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। हालांकि भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि यह भाजपा नेता नाथूराम वर्मा नहीं है। इन्हीं के नाम के दूसरे युवक थे।