पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने की मार प्रदेश के विकास कार्यों पर भी पड़ने लगी है। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के ठेकेदारों ने प्रदेश सरकार से दाम बढ़ाने की मांग की है। तर्क दिया है कि काफी समय से दाम नहीं बदले हैं। पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से प्रदेश में कामगार की दिहाड़ी, भाड़ा, ढुलान की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में सड़कों, पुलों समेत अन्य निर्माण कार्य पुराने दाम पर नहीं किए जा सकते हैं।
हिमाचल ठेकेदार यूनियन के अध्यक्ष सतीश कुमार विज ने कहा कि कोरोना के चलते ठेकेदारों की कमर टूट गई है। बाहरी राज्यों के कामगार अभी तक नहीं लौटे हैं। ऐसे में स्थानीय कामगारों को मुंहमांगी दिहाड़ी देनी पड़ रही है। अगर काम में देरी होती है तो लोनिवि के इंजीनियर जुर्माने की धमकी देते हैं। अब पेट्रोल और डीजल के दाम भी बहुत बढ़ गए हैं। ऐसे में काम करना मुश्किल हो गया है।
करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट हुए हैं मंजूर
फारेस्ट क्लीयरेंस के कारण फंसे हिमाचल प्रदेश के करोड़ों रुपये के प्रोजेक्टों को अब हरी झंडी मिल चुकी है। ठेकेदारों के माध्यम से इन प्रोजेक्टों को अब धरातल पर उतारा जाना है। ठेकेदार यूनियन के अध्यक्ष सतीश कुमार विज का कहना है कि दाम न बढ़ाए तो घाटा सहन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात करेगा।
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने की मार प्रदेश के विकास कार्यों पर भी पड़ने लगी है। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के ठेकेदारों ने प्रदेश सरकार से दाम बढ़ाने की मांग की है। तर्क दिया है कि काफी समय से दाम नहीं बदले हैं। पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से प्रदेश में कामगार की दिहाड़ी, भाड़ा, ढुलान की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में सड़कों, पुलों समेत अन्य निर्माण कार्य पुराने दाम पर नहीं किए जा सकते हैं।
हिमाचल ठेकेदार यूनियन के अध्यक्ष सतीश कुमार विज ने कहा कि कोरोना के चलते ठेकेदारों की कमर टूट गई है। बाहरी राज्यों के कामगार अभी तक नहीं लौटे हैं। ऐसे में स्थानीय कामगारों को मुंहमांगी दिहाड़ी देनी पड़ रही है। अगर काम में देरी होती है तो लोनिवि के इंजीनियर जुर्माने की धमकी देते हैं। अब पेट्रोल और डीजल के दाम भी बहुत बढ़ गए हैं। ऐसे में काम करना मुश्किल हो गया है।
करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट हुए हैं मंजूर
फारेस्ट क्लीयरेंस के कारण फंसे हिमाचल प्रदेश के करोड़ों रुपये के प्रोजेक्टों को अब हरी झंडी मिल चुकी है। ठेकेदारों के माध्यम से इन प्रोजेक्टों को अब धरातल पर उतारा जाना है। ठेकेदार यूनियन के अध्यक्ष सतीश कुमार विज का कहना है कि दाम न बढ़ाए तो घाटा सहन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात करेगा।