हिमाचल एवं उत्तराखंड की सीमा पर स्थित देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। चंडीगढ़ की सुखना लेक में बर्ड फ्लू की सूचना के बाद आसन बैराज में चौकसी बढ़ा दी गई है।
डीएफओ चकराता के आदेश पर वन विभाग की टीम अलर्ट हो गई है। शुक्रवार को पशु चिकित्सा अधिकारी विकासनगर की टीम ने मौके पर आकर निरीक्षण किया।
आसन वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ गई है। आरओ जेएस तोमर ने कहा कि आधा दर्जन कर्मी और 30 प्रशिक्षु बैराज के आसपास नजर रखे हुए हैं। टीम बैराज सीमा के चारों तरफ राउंड कर रही है। कहीं कोई पक्षी मृत, बीमार या घायल अवस्था में नहीं मिला है।
शुक्रवार को वन विभाग दल के साथ विकासनगर पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील कुमार बिंजोला की टीम पहुंची है। कहीं पर कोई बर्ड फ्लू जैसे लक्षण जल पक्षियों में नहीं मिले हैं। आसपास यमुना नदी क्षेत्रों में उड़कर पहुंचने वाले पक्षियों का भी ध्यान रखा जा रहा है।
आसन बैराज में प्रवासी पक्षियों की संख्या खूब बढ़ रही है। स्थानीय आरओ जेएस तोमर ने कहा कि 42 किस्म के करीब 9750 जल पक्षी पहुंच चुके हैं।
इनमें सुर्खाव, व्हाइट घ्रोटेड, कामन किंगफिशर, पर्पल स्वैप हेन, मैलार्ड, लार्ज कोरमोंरट, टिक्कड़ी,नील बतख, बेजूर, डूबकीमार बतख, बढ़ी-छोटी मुरगाबी, पिनटेल्स, छोटी कारमोरेंट्स, हेरांस, डुबडुबी, पियारून, कामन पोचार्ड, गेडवेल, नार्दन शावलर, कामन मोरगन, कामन क्रूट, ग्रेट इगरेल, इंडियन पोंड हिरान, गेडवाल, फ्लाश फिस ईगल, वुडबिकर, किंगफिशर, मेलार्ड आदि शामिल हैं।
चकराता प्रभागीय वन अधिकारी डॉ. दिवाकर सिन्हा ने कहा कि अलर्ट जारी कर दिया है। पशु चिकित्सा अधिकारी टीम भी मौके पर पहुंची है। टीम को आसन बैराज के जल पक्षियों में फिलहाल रोग के लक्षण नहीं मिले हैं।
हिमाचल एवं उत्तराखंड की सीमा पर स्थित देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। चंडीगढ़ की सुखना लेक में बर्ड फ्लू की सूचना के बाद आसन बैराज में चौकसी बढ़ा दी गई है।
डीएफओ चकराता के आदेश पर वन विभाग की टीम अलर्ट हो गई है। शुक्रवार को पशु चिकित्सा अधिकारी विकासनगर की टीम ने मौके पर आकर निरीक्षण किया।
आसन वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ गई है। आरओ जेएस तोमर ने कहा कि आधा दर्जन कर्मी और 30 प्रशिक्षु बैराज के आसपास नजर रखे हुए हैं। टीम बैराज सीमा के चारों तरफ राउंड कर रही है। कहीं कोई पक्षी मृत, बीमार या घायल अवस्था में नहीं मिला है।
शुक्रवार को वन विभाग दल के साथ विकासनगर पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील कुमार बिंजोला की टीम पहुंची है। कहीं पर कोई बर्ड फ्लू जैसे लक्षण जल पक्षियों में नहीं मिले हैं। आसपास यमुना नदी क्षेत्रों में उड़कर पहुंचने वाले पक्षियों का भी ध्यान रखा जा रहा है।
इन प्रजातियों के पक्षी पहुंचे हैं आसन बैराज
आसन बैराज में प्रवासी पक्षियों की संख्या खूब बढ़ रही है। स्थानीय आरओ जेएस तोमर ने कहा कि 42 किस्म के करीब 9750 जल पक्षी पहुंच चुके हैं।
इनमें सुर्खाव, व्हाइट घ्रोटेड, कामन किंगफिशर, पर्पल स्वैप हेन, मैलार्ड, लार्ज कोरमोंरट, टिक्कड़ी,नील बतख, बेजूर, डूबकीमार बतख, बढ़ी-छोटी मुरगाबी, पिनटेल्स, छोटी कारमोरेंट्स, हेरांस, डुबडुबी, पियारून, कामन पोचार्ड, गेडवेल, नार्दन शावलर, कामन मोरगन, कामन क्रूट, ग्रेट इगरेल, इंडियन पोंड हिरान, गेडवाल, फ्लाश फिस ईगल, वुडबिकर, किंगफिशर, मेलार्ड आदि शामिल हैं।
चकराता प्रभागीय वन अधिकारी डॉ. दिवाकर सिन्हा ने कहा कि अलर्ट जारी कर दिया है। पशु चिकित्सा अधिकारी टीम भी मौके पर पहुंची है। टीम को आसन बैराज के जल पक्षियों में फिलहाल रोग के लक्षण नहीं मिले हैं।