एक तरफ कोरोना के संक्रमण के खतरे के बीच जिले के सरकारी अस्पतालों में डाक्टर और कर्मचारी 24 घंटे डटे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ कई निजी अस्पतालों बंद हो गए हैं। प्राइवेट डाक्टरों ने अपने क्लीनिक में भी ताला लगा दिया है। इससे बीमार होने वाले लोगों को दिक्कत हो रही है।
जिले में क्लीनिकों को मिलाकर कुल 108 निजी अस्पतालों का संचालन हो रहा है। इनका सीएमओ ने लाइसेंस जारी किया है। सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है। केवल इमरजेंसी का संचालन हो रहा है।