लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

विज्ञापन

बेबस पिता: मौत से लड़ रहे इकलौते बेटे का पैर भी कटा, सिर पर बेटी की शादी, सहारे की टूटी उम्मीद

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मेरठ Published by: Dimple Sirohi Updated Tue, 21 Feb 2023 11:56 AM IST
Fathers sad story only son also got his leg amputated, helplesss to get his treatment
1 of 5
इकलौता बेटा और बेटे से बुढ़ापे में सहारे की उम्मीद लगाए पिता महेश की उम्मीद अब टूटती दिखाई दे रही हैं। मेरठ में 11 फरवरी को हुए एक हादसे ने पूरे परिवार की खुशी को मातम में तब्दील कर दिया। जिस, बेटे से पिता उम्मीद लगाए बैठा था आज वही अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। हादसे में बेटे के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए। जिस कारण चिकित्सकों ने एक पैर का कुछ हिस्सा काट दिया।

11 फरवरी को खरदौनी व महल के बीच में डस्ट से भरे एक ट्रक ने घोड़ा बुग्गी में टक्कर मार दी थी और दूर तक घसीटते हुए ले गया था। इस हादसे में सीताराम, तौफीक, अहजाद, नवेद की मौत हो गई थी। जबकि, रवि पुत्र महेश गंभीर रूप से घायल हो गया था। रवि के पिता महेश तांगे पर गांव-गांव जाकर सब्जी बेचने का कार्य करते हैं। रवि अपने परिवार में इकलौता था। जबकि, उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटी बहन है। हादसे में रवि के पैर बुरी तरह जख्मी हो गए थे और उसे मेडिकल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन, अभी तक रवि की तबीयत में कोई सुधार नहीं है।
Fathers sad story only son also got his leg amputated, helplesss to get his treatment
2 of 5
विज्ञापन
एक पैर का काटना पड़ा हिस्सा
हादसे में रवि के दोनों पैर इस कदर जख्मी हो गए कि उसके पैरों का मांस खत्म हो गया और पैरों की हड्डी दिखने लगी। दो दिन पहले चिकित्सकों ने उसके पैर का पंजा काट दिया। सोमवार को चिकित्सकों ने उल्टे पैर का ही कुछ हिस्सा ओर काट दिया। अभी चिकित्सक कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं। परिजनों के मुताबिक पैर इस कदर जख्मी हैं कि दोनों पैर काटे जा सकते हैं।
विज्ञापन
Fathers sad story only son also got his leg amputated, helplesss to get his treatment
3 of 5
कर्ज पर लेकर करा रहे उपचार
रवि के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद पिता महेश ने 50 हजार रुपये कर्ज पर लेकर रवि का उपचार शुरू कराया। चिकित्सकों की मानें तो उपचार में 10 से 12 लाख रुपये का खर्च आएगा। ऐसे में पड़ोसी व मोहल्ले के लोग सहायता के लिए आगे आए और एक लाख रुपये चंदा इकट्टा कर अस्पताल में जमा कराया। लेकिन इसके बाद भी रुपये पूरे नहीं हो सके।
Fathers sad story only son also got his leg amputated, helplesss to get his treatment
4 of 5
विज्ञापन
प्रशासन व जनप्रतिनिध का नहीं सहारा
हादसे के बाद मृतक व घायलों के बीच प्रशासन व जनप्रतिनिधि पहुंचे थे, लेकिन अब तक कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल सकी। मृतकों के परिवार को सहायता की बात दूर रवि के परिवार को भी अभी तक कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल सकी।
विज्ञापन
विज्ञापन
Fathers sad story only son also got his leg amputated, helplesss to get his treatment
5 of 5
विज्ञापन
पड़ोिसियों ने बताया कि पिता सब्जी बेचकर व रवि शादी में जाकर पैसे इकट्ठा कर रहे थे। दरअसल, रवि की छोटी बहन की दो माह बाद शादी होनी है। ऐसे में पिता महेश के सामने बेटे के उपचार व बेटी की शादी को लेकर समस्या खड़ी है। पिता महेश ने बेटे रवि को बुढ़ापे का सहारा माना था। लेकिन, इस हादसे के बाद महेश पूरी तरह टूट चुका है। बेटे का पैर कटने के बाद से ही पिता महेश का बुरा हाल है।
विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed