मनीष गुप्ता हत्याकांड में सीबीआई की जांच तेजी से जारी है। सीबीआई ने केस की विवेचना के दौरान लखनऊ निवासी मनीष के एक रिश्तेदार के भी बयान दर्ज किए हैं। जब होटल के कमरे में पुलिसकर्मी मनीष व उनके दोस्तों से अभद्रता व गालीगलौज कर रहे थे, तब मनीष ने इसी रिश्तेदार को फोन किया था।
बताया था कि पुलिस अभद्रता कर रही है। इसके बाद मनीष की मौत हो गई। मतलब उनके साथ बर्बरता की गई। सीबीआई ने उसकी कॉल रिकॉर्डिंग व फोन भी कब्जे में लिया है। बर्रा निवासी मनीष गुप्ता 27 अक्तूबर की रात गोरखपुर के कृष्णा पैलेस होटल में दो दोस्तों के साथ ठहरे थे।
आधी रात को कमरा नंबर 512 में पुलिसकर्मियों ने दबिश दी थी। चेकिंग के नाम पर उन पर बर्बरता की थी। इस दौरान मनीष की हत्या कर दी गई थी। छह पुलिसकर्मी जेल में बंद हैं। केस की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई जांच में पता चला कि वारदात की रात जब पुलिसकर्मी मनीष के कमरे में पहुंचे थे, तब उन्होंने लखनऊ निवासी रिश्तेदार दुर्गेश को फोन किया था।
सीबीआई ने दुर्गेश से पूछताछ कर बयान दर्ज किए हैं। सूत्रों के मुताबिक दुर्गेश ने बताया कि उस रात मनीष का फोन आया। वह घबराया हुआ लग रहा था। मनीष ने बताया था कि पुलिसकर्मी जबरन घुस आए हैं।
अभद्रता कर रहे हैं। यह भी कहा कि वह यहां के पुलिस अफसरों से बात करे। कुछ ही सेकेंड बाद कॉल कट हो गई थी। इसके कुछ घंटे बाद पता चला कि मनीष की हत्या कर दी गई।
मोबाइल बेहद अहम साक्ष्य
दुर्गेश व मनीष की जो बातचीत हुई थी, उसकी रिकॉर्डिंग भी है। सीबीआई ने इसको जांच में शामिल किया है। सीबीआई ने रिकॉर्डिंग कब्जे में ले ली है। उसकी फोरेंसिक लैब में जांच कराई जा रही है। इससे मनीष व दुर्गेश की आवाज की पुष्टि की जाएगी।
सीबीआई जल्द दाखिल कर सकती है चार्जशीट
सीबीआई ने दो नवंबर को केस दर्ज किया था। मनीष की पत्नी व अन्य परिजनों के बयान दर्ज कर चुकी है। घटना का रिक्रिएशन भी कराया जा चुका है। गवाहों के बयान भी हो चुके हैं। दोनों चश्मदीदों के कोर्ट में बयान होने हैं। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ हत्या, साक्ष्य मिटाने के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। जल्द सीबीआई चार्जशीट दाखिल कर सकती है।