आगरा में बाह के जरार स्थित हवेली मोहल्ले में रविवार रात को शारदा देवी (50) और उनकी बेटी कामिनी (16) की चाकू से गोदकर हत्या करने का आरोपी गोविंद मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार आरोपी फिरोजाबाद भागने की तैयारी में था। मंगलवार तड़के बटेश्वर मार्ग के नौरंगी घाट पर पुलिस ने उसे घेर लिया था, उसने बचने के लिए उसने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रविवार रात को हवेली मोहल्ला निवासी शारदा देवी और कामिनी घर में सो रही थीं। आरोप है कि मध्यरात्रि करीब तीन बजे गोविंद ने मां-बेटी पर हमला बोला। पहले शारदा देवी पर चाकू से वार किए। कामिनी के जागने पर उसे चाकू से गोद दिया। दोनों की मौत हो गई। चीखपुकार सुनकर आईं कामिनी की भाभी रेखा पर भी वार किए, लेकिन वह कमरा बंद करके छिप गईं। इसके बाद गोविंद भाग गया था।
घटना की जानकारी पर आईजी रेंज ए सतीश गणेश और एसएसपी बबलू कुमार पहुंचे थे। उन्होंने आरोपी की धरपकड़ के लिए पांच टीमें लगाईं थीं। देर रात एसएसपी ने आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया। टीमें मुरैना, इटावा, फीरोजाबाद के साथ दिल्ली में दबिश दे रही थीं।
मंगलवार सुबह तकरीबन सात बजे गोविंद बाइक से फिरोजाबाद की ओर जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर ली। बटेश्वर के पास नौरंगी घाट पर पुलिस से उसका सामना हो गया। पुलिस के अनुसार घेरने पर आरोपी ने फायर किया। जवाबी फायरिंग में उसके बाएं पैर में गोली लग गई। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपी से बाइक और तमंचा बरामद किया है। उसने घटना के बाद खून से सना चाकू और कपड़े जंगल में फेंक दिए थे। पुलिस इनकी बरामदगी के प्रयास में लगी है।
आरोपी को जेल भेजा
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। उसे रिमांड पर लेकर चाकू और कपड़े बरामद करने का प्रयास किए जाएंगे।
कामिनी पर आठ तो शारदा पर किए छह वार
एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक, आरोपी गोविंद ने पुलिस को बताया कि उसकी उम्र 19 साल है। बीएससी का छात्र है। उसकी जान पहचान गली में रहने वाली कामिनी से हो गई थी। वह कभी-कभार बात करती थी। गोविंद उसे प्यार समझने लगा। एक साल पहले प्यार का इजहार कर दिया। इस पर कामिनी नाराज हो गई। उसने गोविंद से बात करना बंद कर दिया। अपने घरवालों को भी बता दिया। उन्होंने गोविंद के घरवालों को बताया। इस पर दोनों परिवारों में विवाद हो गया। कामिनी ने गोविंद से बात करना बंद दिया। मगर, गोविंद उसके घर के सामने से जब भी निकलता, तब भी बात करने की कोशिश करता।