कोख के सौदागर गैंग के मास्टर माइंड विष्णुकांत को आगरा पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वर्ष 2016 से भारत में सेरोगेसी पर रोक है। इस कारण वो विदेश में सेरोगेसी के लिए जा रहा था। विष्णुकांत को जेल भेजने के बाद अब पुलिस को अस्मिता की तलाश है।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर 19 जून को पुलिस ने दो गाड़ियों में पांच लोगों को पकड़ा था। वो नेपाल तीन नवजात बच्चियों को बेचने के लिए ले जा रहे थे। गैंग के मास्टर माइंड विष्णुकांत को पुलिस बुधवार को कर्नाटक से पकड़कर लाई।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो वर्ष 2016 से यह काम भारत में नहीं कर रहा है। वो सेरोगेसी के लिए नेपाल के अलावा केन्या, रवांडा भी जाता था। इन देशों में सेरोगेसी पर कोई रोक नहीं है। वह चार साल में सौ से ज्यादा बार विदेश गया था। इससे उसकी अच्छी कमाई होती थी।
क्षेत्राधिकारी (सीओ) फतेहाबाद विकास जायसवाल ने बताया कि भारत में सेरोगेसी अवैध है। इसलिए विष्णुकांत आरोपी है। पूर्व में जेल जा चुके आरोपियों ने उसके संपर्क में होने की बात कही थी। हालांकि विष्णुकांत मुकर रहा है।
बैंक खातों को चेक करेगी पुलिस
विष्णुकांत ने काफी पैसा कमाया है। नोएडा में फ्लैट खरीदा था। इसके अलावा कर्नाटक में भी संपत्ति है। ऐसे में पुलिस उसके बैंक खातों को भी चेक करेगी।
नीलम और राहुल की अस्मिता से कराई थी बात
पुलिस ने बताया कि जेल भेजी गई फरीदाबाद की सरगना नीलम और आनंद राहुल सारस्वत भी विष्णुकांत के संपर्क में थे। विष्णुकांत अस्मिता से फोन पर बात करता था। उसने बताया कि राहुल टैक्सी चलाता था। वह सेरोगेसी कराने वाली महिलाओं को होटल से लाने और लेकर जाने का काम करता था।