हिमाचल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में सर्दियों के मौसम का पहला हिमपात हुआ है। शिमला जिले के कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर, कुल्लू के मनाली, सोलंगनाला, चंबा के खज्जियार, लक्कड़मंडी, मंडी के शिकारी देवी, कमरूनाग और सिरमौर के नौहराधार में सीजन का पहला हिमपात हुआ है। हालांकि, राजधानी शिमला में बारिश ही हुई है। यहां पहुंचे पर्यटक बर्फ के इंतजार में हैं। प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में भी तीन माह बाद बारिश हुई है। बारिश-बर्फबारी से जहां किसान-बागवान खुश हैं, वहीं कोरोना की वजह से नुकसान झेल रहे पर्यटन कारोबारियों की उम्मीदों को भी पंख लग गए हैं।
अटल टनल के नार्थ और साऊथ पोर्टल पर बर्फबारी से मनाली-लेह मार्ग और जलोड़ी दर्रा में औट-सैंज एनएच 305 पर यातायात अवरुद्ध हो गया है। शिमला जिले के कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर में बर्फबारी से बंद नेशनल हाईवे-5 बहाल हो गया है। प्रदेश में 40 सड़कों पर अभी यातायात ठप है। सोमवार को एचआरटीसी के 47 बस रूट भी प्रभावित रहे हैं। कुल्लू-लाहौल स्पीति में डेढ़ दर्जन बस रूट बंद हैं। अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल धुंधी पर करीब एक फीट ताजा बर्फबारी हुई है। कोकसर, सिस्सू, टनल के नॉर्थ पोर्टल में 15 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।
कांगड़ा जिला के छोटा भंगाल के अंतिम गांव राज गुधा में रविवार रात से हिमपात जारी है। यहां नौ सेंटीमीटर तक हिमपात हुआ है। त्रियुंड और धौलाधार की चोटी भी लकदक हो गई है। किन्नौर, आउटर सिराज सहित रामपुर उपमंडल के मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भी सीजन का पहला हिमपात हुआ है। अब किसान फसलों की बिजाई सहित बगीचे में तौलिये के कार्य शुरू कर सकते हैं। हिमपात होने से समूचे हिमाचल में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है।
बर्फबारी और बारिश से किन्नौर में करीब 35 हजार सेब पेटियां फंस गई हैं। अभी तक 20 फीसदी लोगों का सेब बगीचों में ही है। उधर, आनी में बर्फबारी से एनएच 305 यातायात के लिए ठप होने से उपमंडल के लोगों को जिला मुख्यालय कुल्लू पहुंचने के लिए वाया मंडी होकर सफर करना पड़ेगा। रामपुर-रोहडू मार्ग भी यातायात के बाधित हो गया है। नेशनल हाईवे-5 नारकंडा सुबह 10 बजे के बाद बहाल हो पाया।
वहीं, प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मंगलवार और बुधवार को मौसम साफ रहेगा। 19 नवंबर को प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों किन्नौर और लाहौल स्पीति सहित चंबा और कुल्लू के कुछ क्षेत्रों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि अब आने वाले दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी दर्ज होगी। रात के साथ अब दिन में भी मौसम में ठंडक बढ़ना शुरू हो जाएगी।