कोरोना संक्रमण काल में लॉकडाउन के बाद से कबीर की निर्वाण स्थली मगहर स्थित कबीर की समाधि स्थल और मजार को सुरक्षा के दृष्टिकोण से बंद कर दिया गया था। पांच महीने 20 दिनों बाद समाधि स्थल और मजार को लोगों के दर्शन के लिए फिर से खोल दिया गया है। लोग यहां दोबारा आने लगे हैं जिससे कबीर स्थली फिर से गुलजार हो गई है।
कबीर चौरा मगहर के परिसर में विकास के विभिन्न कार्य कराए जा रहे हैं, जिससे पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। इसके साथ ही कबीर के बारे में विस्तार से जानकारी लोगों को मिल सके। वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री ने कबीर अकादमी की आधारशिला भी रखी थी, जो निर्माणाधीन है। इधर कोरोना महामारी के तहत 24 मार्च से लॉकडाउन के कारण कबीर दर्शन भी बंद कर दिया गया था।
मजार के मुतवल्ली खादिम हुसैन ने बताया कि लॉकडाउन के कारण दर्शनार्थियों पर भी परिसर में आने पर रोक लगी थी, लेकिन अब नियमों का अनुपालन करते हुए कभी-कभी कुछ लोग आकर यहां दर्शन कर रहे हैं। कबीर चौरा मठ के महंत विचार दास ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण सरकार के निर्देशानुसार कबीरस्थली भी लोगों के हित के लिए बंद थी, लेकिन बीच-बीच में लोग अपने निजी साधनों से कबीर दर्शन के लिए आते रहते थे। अब श्रद्धालुओं का आना धीरे-धीरे शुरू हो गया है। कोरोना प्रोटोकाल के तहत श्रद्धालु सदगुरु कबीर के दर्शन कर सकेंगे।
मजार व समाधि स्थल अब दूर से दिखेगी
सद्गुरु कबीर की समाधि व मजार परिसर के चारों तरफ बने कमरे व दीवारों को पर्यटन विभाग की ओर से तोड़वाकर उसकी सफाई चल रही है। साथ ही चारों तरफ से जाली का निर्माण हो कार्य पूरा हो गया है, जिससे कबीरस्थली के मुख्य गेट से प्रवेश करते ही दूर से ही कबीर की समाधि व मजार अब दिखने लगेगा।
अब नियमों का पालन करके लोग कर सकेंगे दर्शन
क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी गोरखपुर नरसिंह त्यागी ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते सद्गुरु कबीर स्थली पर दर्शन करने वालों के लिए रोक लगी हुई थी। पांच महीने 20 दिन की पाबंदी के बाद सोमवार से यहां आने वाले पर्यटकों व दर्शनार्थियों के लिए समाधि और मजार को खोल दिया गया है। अब सामाजिक दूरी बनाते हुए मास्क लगाकर लोग दर्शन कर सकते हैं। कबीर दास जी की मजार और समाधि परिसर का सुंदरीकरण कार्यदाई संस्था यूपीपीसीएल के जरिए कराया जा रहा है। कार्य जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा।