सनातन धर्म अपनाने वालों की लंबी फेहरिस्त है। गाजियाबाद जिले के डासना देवी मंदिर के महंत और महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने कहा कि सनातन धर्म ब्रह्मांड का सबसे बड़ा धर्म है। वसीम रिजवी के धर्म परिवर्तन के बाद कई लोग उनसे हिंदू धर्म अपनाने के लिए संपर्क कर रहे हैं। यह धर्म निर्माणकारी और सर्व कल्याणकारी है। हालांकि कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं लेकिन इसकी उन्हें कोई परवाह नहीं है। गौरतलब है कि सोमवार को उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया था। इस परिवर्तन के बाद राजनीति गलियारों और समाज में चर्चा शुरू हो गई है। वसीम से जितेंद्र नारायण बने वसीम मंगलवार को दिनभर नरसिंहानंद के साथ रहे। वह दोनों दिल्ली एनसीआर व गुरुग्राम भी गए। वसीम ने बताया कि कई लोग इस्लाम छोड़कर स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाना चाह रहे हैं। हिंदू धर्म सुरक्षा का भाव देता है। अभी हजारों लोग सनातन धर्म अपनाएंगे।
मिल रहीं धमकी
यति ने बताया कि उन्हें व वसीम को काफी समय से धमकी मिल रही है। लेकिन उन्हें किसी की परवाह नहीं है। वह जो काम कर रहे हैं वह समाज और देश कल्याण के लिए कर रहे हैं। जल्द ही कई और लोग भी सनातन धर्म ग्रहण कर सकते हैं।
शुद्धिकरण के बाद होता है धर्म परिवर्तन
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद कहा कि कोई भी सनातन धर्म अपना सकता है। वैदिक रीति रिवाज के अनुसार पहले शुद्धिकरण किया जाता है इसके बाद गायत्री मंत्र और भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र पढ़वाया जाता है।
गंगाजल और पंचगव्य का प्रयोग किया जाता है। गंगाजल हाथ में लेकर धर्म के पालन की शपथ दिलाई जाती है। जनेऊ धारण कराकर यज्ञ में आहुति डलवाई जाती है। मांस नहीं खाने, किसी को दुख न पहुंचाने का संकल्प दिलाया जाता है।
वसीम रिजवी बने जितेंद्र नारायण त्यागी
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सोमवार को इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया था। डासना देवी मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि महाराज ने वैदिक रीति से उन्हें सनातन धर्म स्वीकार कराया।