केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल में पति का इलाज कराने आई हरदोई की एक महिला से बंधक बनाकर गैंगरेप की सनसनीखेज वारदात हुई। महिला से दो सिक्योरिटी गार्ड और एक लिफ्टमैन ने बुधवार रात चार घंटे तक दरिंदगी की।
रात करीब डेढ बजे महिला किसी तरह दरिंदों के चंगुल से छूटकर भागी। बृहस्पतिवार सुबह पति के साथ चौक कोतवाली पहुंची और तीनों के खिलाफ केस दर्ज कराया।
इंस्पेक्टर आईपी सिंह ने बताया कि गार्ड शिवकुमार और संतोष कश्यप को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने गुनाह कुबूल कर लिया है। लिफ्ट मैन विनय फरार है। एएसपी पश्चिम विकास चंद त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। एएसपी पश्चिम ने बताया कि महिला का पति मजदूरी करता है।
उसे न्यूरो की बीमारी है। उसके गर्दन की कोई नस दब गई है। पांच महीने पहले डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव ने सर्वाईकल डिस्क का ऑपरेशन किया था। मंगलवार को वह पति का चेकअप कराने आई थी।
यहां उसके परिचित व चौपटिया की मिश्रा सिक्योरिटी कंपनी में गार्ड सरफराजगंज निवासी शिवकुमार ने शताब्दी के फर्स्ट फ्लोर पर स्थित ओपीडी के सामने बरामदे में सोने के लिए जगह दिला दी।
बुधवार रात करीब 10 बजे महिला व उसका पति बरामदे में लेटे थे। उसी समय शिवकुमार आया और महिला को खाना खिलाने की बात कहकर चौथे फ्लोर पर मशीन कक्ष में ले गया। वहां अपने साथियों के साथ दरिंदगी की।
मशीनों की आवाज में दब गईं चीखें
गार्ड शिवकुमार उसे मशीन कक्ष में ले गया। यहां उसका साथी गार्ड मिर्जा मंडी निवासी संतोष, लिफ्टमैन विनय पहले से मौजूद था। पीड़िता का आरोप है कि तीनों ने उसे दबोच लिया।
वह चीखी लेकिन मशीनों के शोर में उसकी आवाज चीखें दब गईं। पीड़ता का कहना है कि शिवकुमार कुछ देर बाद चला गया जबकि विनय व संतोष रात करीब डेढ़ बजे तक दरिंदगी करते रहे।
50 हजार का लालच दिया, जान से मारने की धमकी भी दी
पीड़िता ने जब चीख पुकार मचाई तो दोनों दरिंदों ने रात में शिवकुमार को फोन कर अस्पताल बुलाया । पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की धमकी दी। तब शिवकुमार ने उन पर समझौते का दबाव बनाया। पुलिस से जान पहचान की धमकी दी। 50 हजार रुपये का लालच दिया। न मानने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल में पति का इलाज कराने आई हरदोई की एक महिला से बंधक बनाकर गैंगरेप की सनसनीखेज वारदात हुई। महिला से दो सिक्योरिटी गार्ड और एक लिफ्टमैन ने बुधवार रात चार घंटे तक दरिंदगी की।
रात करीब डेढ बजे महिला किसी तरह दरिंदों के चंगुल से छूटकर भागी। बृहस्पतिवार सुबह पति के साथ चौक कोतवाली पहुंची और तीनों के खिलाफ केस दर्ज कराया।
इंस्पेक्टर आईपी सिंह ने बताया कि गार्ड शिवकुमार और संतोष कश्यप को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने गुनाह कुबूल कर लिया है। लिफ्ट मैन विनय फरार है। एएसपी पश्चिम विकास चंद त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। एएसपी पश्चिम ने बताया कि महिला का पति मजदूरी करता है।
उसे न्यूरो की बीमारी है। उसके गर्दन की कोई नस दब गई है। पांच महीने पहले डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव ने सर्वाईकल डिस्क का ऑपरेशन किया था। मंगलवार को वह पति का चेकअप कराने आई थी।
यहां उसके परिचित व चौपटिया की मिश्रा सिक्योरिटी कंपनी में गार्ड सरफराजगंज निवासी शिवकुमार ने शताब्दी के फर्स्ट फ्लोर पर स्थित ओपीडी के सामने बरामदे में सोने के लिए जगह दिला दी।
खाना खिलाने के बहाने ले गया और की दरिंदगी
आरोपी शिवकुमार व संतोष
- फोटो : amar ujala
बुधवार रात करीब 10 बजे महिला व उसका पति बरामदे में लेटे थे। उसी समय शिवकुमार आया और महिला को खाना खिलाने की बात कहकर चौथे फ्लोर पर मशीन कक्ष में ले गया। वहां अपने साथियों के साथ दरिंदगी की।
मशीनों की आवाज में दब गईं चीखें
गार्ड शिवकुमार उसे मशीन कक्ष में ले गया। यहां उसका साथी गार्ड मिर्जा मंडी निवासी संतोष, लिफ्टमैन विनय पहले से मौजूद था। पीड़िता का आरोप है कि तीनों ने उसे दबोच लिया।
वह चीखी लेकिन मशीनों के शोर में उसकी आवाज चीखें दब गईं। पीड़ता का कहना है कि शिवकुमार कुछ देर बाद चला गया जबकि विनय व संतोष रात करीब डेढ़ बजे तक दरिंदगी करते रहे।
50 हजार का लालच दिया, जान से मारने की धमकी भी दी
पीड़िता ने जब चीख पुकार मचाई तो दोनों दरिंदों ने रात में शिवकुमार को फोन कर अस्पताल बुलाया । पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की धमकी दी। तब शिवकुमार ने उन पर समझौते का दबाव बनाया। पुलिस से जान पहचान की धमकी दी। 50 हजार रुपये का लालच दिया। न मानने पर जान से मारने की धमकी भी दी।