रायबरेली। आपको 20 से 28 फरवरी के बीच आसपास के जिलों में जाना हो या फिर लंबी दूरी का सफर तय करना हो तो जरा सोच समझकर घर से निकलें। वजह प्रतापगढ़ जिले में रेल लाइन दोहरीकरण के कारण सोमवार से आठ ट्रेनें निरस्त रहेंगी, जबकि कई ट्रेनों को दूसरे रास्तों से चलाया जाएगा। इसलिए ट्रेनों का इंतजार न करें। बसों के सहारे आपको सफर तय करना पड़ सकता है। हालांकि बसों से सफर तय करने में आपकी जेब ज्यादा ढीली हो सकती है।
प्रतापगढ़ जिले में रेल लाइन दोहरीकरण के दौरान नॉन-इंटरलॉकिंग का कार्य कराया जाना है, जिसके लिए 20 से 28 फरवरी तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। लखनऊ से बनारस के बीच सफर करना मुश्किल होगा। ट्रेनों के बजाए रोडवेज बसों का सहारा लेकर बछरावां, लखनऊ पहुंचना तो आसान होगा, लेकिन सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ रूट पर जाना हो तो बस मिलना भी मुश्किल है। लखनऊ रूट पर करीब 80 बसें चलती हैं, जिससे यात्रियों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्रतापगढ़ मार्ग पर महज आठ और सुल्तानपुर मार्ग पर महज सात बसें ही चलती हैं, जिससे बसों से आना-जाना भी मुश्किलों भरा हो सकता है।
ये ट्रेनें रहेंगी निरस्त
सोमवार से लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी, वाराणसी-लखनऊ इंटरसिटी, जौनपुर-रायबरेली एक्सप्रेस, रायबरेली-जौनपुर एक्सप्रेस, बनारस-लखनऊ एक्सप्रेस, लखनऊ-बनारस एक्सप्रेस, प्रयागराज संगम-लखनऊ स्पेशल और लखनऊ-प्रयागराज संगम स्पेशल निरस्त रहेंगी। पंजाब मेल, अर्चना एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें दूसरे रास्तों से चलाई जाएंगी। स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार का कहना है कि लखनऊ-वाराणसी रूट की कई ट्रेनों के निरस्त होने से लखनऊ-प्रयागराज रूट की गाड़ियाें पर दबाव बढ़ेगा।
पौने दो घंटे देरी से आई नौचंदी
सहारनपुर से प्रयागराज संगम जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस रविवार को सुबह पौने दो घंटे देर से आई। हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल डेढ़ घंटे, दिल्ली से प्रतापगढ़ जाने वाली पद्मावत एक्सप्रेस सवा घंटे और अमृतसर से हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल लगभग एक घंटे विलंब से आने के कारण यात्रियों को इंतजार करना पड़ा।