रायबरेली। नारियां जाग जाएं अगर देश की, युग स्वयं ही बदलता चला जाएगा। नशा नाश की जड़ है भाई, फल इसका अतिसय दुखदाई। हम सुधरेंगे, जग सुधरेगा। हम गायत्री मां के बेटे तुम्हें जगाने आएं हैं।
इन गीतों के जरिए गायत्री परिवार ने शहर में जनजागरण शोभायात्रा निकालकर अलख जगाई और लोगों को बुराइयों को छोड़, अच्छाई को अपनाने का संदेश दिया। शोभायात्रा में पीले वस्त्र पहने महिलाएं व पुरुष जिधर से होकर गुजरे, उधर उनका फूल बरसाकर स्वागत किया गया। शाम को गायत्री परिवार के लोगों ने दीपयज्ञ कर 5001 दीप जलाए।
जीआईसी के मैदान में सुबह पूजा पाठ किया गया। इसके बाद सुबह 9:30 बजे शुरू शोभायात्रा नगर भ्रमण के बाद दोपहर 12 बजे समाप्त हुई। शोभायात्रा में पंडित आचार्य श्रीराम शर्मा और माता भगवती देवी शर्मा की झांकी सभी के आकर्षक का केंद्र रही। शोभायात्रा में रेनू टंडन, कृष्णा श्रीवास्तव, रेनू त्रिपाठी, पुष्पा ने सभी में जोश भरा। शोभायात्रा में कोई व्यवधान न आए, इसके लिए गायत्री परिवार के स्वयं सेवक चौकन्ना रहे। यात्रा डिग्री कॉलेज चौराहा, सिविल लाइंस, जवाहर विहार कॉलोनी, इंदिरा नगर, विकास प्राधिकरण समेत विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस कार्यक्रम स्थल पहुंची।
कार्यक्रम में जिला समन्वयक बीबी सिंह, आरसी श्रीवास्तव, भगवानदीन यादव, अशोक तिवारी, गिरीश श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, मोहन सिंह, ओमप्रकाश ओझा, हरीकांत शर्मा, अनिल जायसवाल, बलवंत त्रिवेदी, उर्मिला, रेनू, कृष्णा, पुष्पा, महेंद्र अग्रवाल, राजेंद्र अवस्थी के अलावा लालगंज, बछरावां, अमावां, हरचंदपुर, डलमऊ और आसपास के जिले के लोग शामिल हुए।
साहित्य खरीदने में दिखाई रुचि
कार्यक्रम स्थल जीआईसी के मैदान में साहित्य विस्तार पटल आकर्षक का केंद्र रहा। कार्यक्रम में शामिल होने आए लोगों ने गुरुदेव की पुस्तकें खरीदने में रुचि दिखाई। इसमें वेद, पुराण, वांग्मय, गायत्री महाविज्ञान, कर्मकांड भाष्कर आदि किताबें आधे दामों पर दीं गईं। देव संस्कृति विश्वविद्यालय में छात्रों की ओर से तैयार सामग्री खरीदने के लिए भी लोग लालायित रहे।
तीन घंटे का दीप महायज्ञ आकर्षक का केंद्र
जीआईसी के मैदान में शाम चार से सात बजे तक गायत्री दीप महायज्ञ शांतिकुंज के प्रतिनिधि प्रो. हिमांशु त्रिवेदी और उनकी टीम ने प्रेरणादायी संदेशों के जरिए संपन्न कराया। इस दौरान 5001 दीप जलाए गए। इसमें लोगों ने बढ़ -चढ़कर हिस्सा लिया और देश और समाज के कल्याण का संदेश दिया।