राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित टांडा गांव के पास खड़े ट्रक से टकराने के बाद आलमबाग डिपो की अनुबंधित बस आग का गोला बन गई। हादसे के बाद सभी 60 यात्रियों में अफरातफरी मच गई। किसी तरह जान बचाकर यात्री बस से बाहर निकले। इस दौरान 15 यात्री झुलस गए, इनमें से कुछ घायल भी हो गए।
इनमें से नौ को सीएचसी हरचंदपुर जबकि छह यात्रियों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यात्रियों के सामान समेत बस पूरी तरह राख हो गई। बताया जा रहा है कि चालक द्वारा ईयरफोन ठीक करने की वजह से बस बेकाबू होकर ट्रक से टकरा गई। मौके से चालक फरार हो गया। पुलिस हादसे की जांच कर रही है।
सोमवार शाम करीब चार बजे आलमबाग डिपो की अनुबंधित बस रायबरेली से लखनऊ जा रही थी। बस पर करीब 60 यात्री सवार थे। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर टांडा गांव के पास पहले से एक ट्रक खड़ा था। अनियंत्रित बस पीछे से खड़े ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि बस डिवाइडर के दूसरे तरफ चली गई, गनीमत रही कि पलटी नहीं।
टक्कर के बाद बस धू-धू करके जलने लगी। देखते ही देखते बस का आग का गोला बन गई। बस पर सवार यात्री किसी तरह जान बचाकर भागे। हादसे की जानकारी होते ही थानेदार उरेश सिंह और दमकल के जवान मौके पर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद बस यात्रियों को बाहर निकाला। इस दौरान 15 यात्री झुलस गए, इनमें से कुछ घायल भी हो गए। सभी को सीएचसी हरचंदपुर और जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
सीओ सदर वंदना सिंह ने बताया कि ट्रक से टकराने के बाद बस में आग लग गई। जानकारी होने पर झुलसे और घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में किसी भी मुसाफिर की जान नहीं गई है। पूरे घटनाक्रम की पड़ताल कराई जा रही है।
थानेदार उरेश सिंह ने बताया कि चालक गाना सुनने के लिए कान में लगाई गई लीड को ठीक कर रहा था। इस वजह से बस अनियंत्रित होकर खड़े ट्रक से जा टकराई। चालक मौके से फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है। तहरीर मिलने पर केस दर्ज होगा।
ये यात्री झुलसे
रायबरेली जिले के मिल एरिया थाना क्षेत्र के कल्लू का पुरवा गांव की रहने वाली शांति सिंह (61), पटेल नगर निवासी संजीव कुमार शर्मा (30), उसकी पत्नी प्रीति शर्मा (25) और इंदिरा नगर की रहने वाली अनामिका श्रीवास्तव (24), उसकी मां मुन्नी श्रीवास्तव (60), आकांक्षा श्रीवास्तव (35) को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इनके अलावा लखनऊ निवासी संजय त्रिपाठी (50), सुचिता त्रिपाठी (45) के अलावा रायबरेली जिले के बछरावां क्षेत्र के रानीखेड़ा गांव निवासी छंगालाल (65), कुर्री सुदौली निवासी रामेश्वर (65), विशुनपुर की रहने वाली ममता (35), वीरेंद्र (35), हरदासपुर की रहने वाली अर्चना सिंह बघेल (35), रानीखेड़ा गांव निवासी आलोक कुमार (25), पहराखेड़ा की रहने वाली प्रकाशिनी (23) को सीएचसी हरचंदपुर पहुंचाया गया।
हरचंदपुर थाना क्षेत्र में हाईवे स्थित टांडा गांव के पास खड़े ट्रक में टकराने के बाद आलमबाग डिपो की अनुबंधित बस में आग लग गई। शार्ट-सर्किट से आग लगने की वजह बताई जा रही है। घटना की जानकारी होने पर हादसे में झुलसे व घायल हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जा रही है।
-श्लोक कुमार, एसपी
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राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित टांडा गांव के पास खड़े ट्रक से टकराने के बाद आलमबाग डिपो की अनुबंधित बस आग का गोला बन गई। हादसे के बाद सभी 60 यात्रियों में अफरातफरी मच गई। किसी तरह जान बचाकर यात्री बस से बाहर निकले। इस दौरान 15 यात्री झुलस गए, इनमें से कुछ घायल भी हो गए।
इनमें से नौ को सीएचसी हरचंदपुर जबकि छह यात्रियों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यात्रियों के सामान समेत बस पूरी तरह राख हो गई। बताया जा रहा है कि चालक द्वारा ईयरफोन ठीक करने की वजह से बस बेकाबू होकर ट्रक से टकरा गई। मौके से चालक फरार हो गया। पुलिस हादसे की जांच कर रही है।
सोमवार शाम करीब चार बजे आलमबाग डिपो की अनुबंधित बस रायबरेली से लखनऊ जा रही थी। बस पर करीब 60 यात्री सवार थे। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर टांडा गांव के पास पहले से एक ट्रक खड़ा था। अनियंत्रित बस पीछे से खड़े ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि बस डिवाइडर के दूसरे तरफ चली गई, गनीमत रही कि पलटी नहीं।
टक्कर के बाद बस धू-धू करके जलने लगी। देखते ही देखते बस का आग का गोला बन गई। बस पर सवार यात्री किसी तरह जान बचाकर भागे। हादसे की जानकारी होते ही थानेदार उरेश सिंह और दमकल के जवान मौके पर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद बस यात्रियों को बाहर निकाला। इस दौरान 15 यात्री झुलस गए, इनमें से कुछ घायल भी हो गए। सभी को सीएचसी हरचंदपुर और जिला अस्पताल पहुंचाया गया।