लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

विज्ञापन
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lucknow News ›   Action against builders for not paying the money

लखनऊ: 132 करोड़ दबाए बैठे हैं 26 बिल्डर, अल्टीमेटम पर भी पैसा न जमा कराने पर संपत्तियां, कार्यालय सील

माई सिटी रिपोर्टर, अमर उजाला, लखनऊ Published by: लखनऊ ब्यूरो Updated Sun, 19 Feb 2023 06:05 PM IST
सार

खरीदारों से पैसा लेने के बावजूद घर व दुकान का सपना न पूरा करने के मामले में बिल्डरों से वसूली की जा रही है। 26 बिल्डर लोगों का करीब 132 करोड़ रुपये दबाए बैठे हैं।

Action against builders for not paying the money
प्रतीकात्मक तस्वीर

विस्तार

राजधानी लखनऊ के 26 बिल्डरों ने खरीदारों की मेहनत की गाढ़ी कमाई वसूलने के बाद भी उनके घर, दुकान का सपना नहीं पूरा किया। इस पर रेरा ने इन्हें ब्याज सहित पैसा लौटाने का आदेश किया। इसका पालन न किया तो रेरा ने वसूली के लिए रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी की। इसके बावजूद बिल्डरों ने करीब 132 करोड़ रुपये नहीं जमा कराए। ऐसे में अब डीएम सूर्यपाल गंगवार ने इन बिल्डरों की संपत्तियां, ऑफिस सील कराने की कार्रवाई शुरू कराई है। इससे पहले शनिवार रात आठ बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। इसके बाद भी पैसा जमा नहीं हुआ तो दो बिल्डरों की संपत्तियां व कार्यालय सील करा दिए गए। उधर, कार्रवाई से बचने के लिए दो बिल्डरों ने बकाया जमा करा दिया है।


डीएम ने शनिवार दोपहर कलेक्ट्रेट में राजस्व वसूली की समीक्षा की। इसमें बिल्डरों को भी बुलाया गया, लेकिन अधिकतर नहीं पहुंचे। इस पर उन्होंने रात आठ बजे तक पैसा जमा करने, नहीं तो कार्रवाई झेलने के लिए तैयार रहने का अल्टीमेटम दिया। इस पर ओमेगा इंफ्राबिल्ड ने 28.18 लाख रुपये जमा करा दिए। होरिजॉन डेवलिंग्स ने भी 65 लाख रुपये की आरसी का भुगतान कर दिया। उधर, 1.09 करोड़ रुपये के बकाये पर पोलार्स इंफ्राबिल्ड के तीन फ्लैट, एक कार्यालय व गोदाम सील कर दिया गया। 56 लाख के बकाये पर राधेकृष्णा मार्केटिंग के हजरतगंज स्थित कार्यालय को सील करा दिया गया। जिला प्रशासन ने बाकी बिल्डरों पर भी कार्रवाई की बात कही है।


नीलामी कर वसूली की जाएगी आरसी, करें गिरफ्तार
डीएम ने कहा कि तीन दिन में सभी बिल्डरों की संपत्तियां चिह्नित करें। इन्हें सील करते हुए बैंक खाते सीज कराएं। कंपनी और उनके निदेशकों की संपत्तियों की नीलामी कर आरसी की रकम वसूली जाए। बैंक खातों में जमा पैसा निकालकर आरसी की वसूली कराएं। बैठक में तहसीलों के एसडीएम के अलावा एडीएम वित्त हिमांशु गुप्ता भी थे। डीएम ने आदेश दिया कि जो कंपनियां आरसी का पैसा नहीं जमा कर रही हैं, उनके निदेशकों को गिरफ्तार करें। कहा कि सभी एसडीएम सोमवार शाम तक संपत्तियों और बैंक खातों की जानकारी देंगे। इसमें लापरवाही पर एसडीएम और तहसीलदार पर भी कार्रवाई होगी। डीएम ने कहा, जिन कंपनियों, फर्म से आरसी वसूली जा रही है, उन्हें ब्लैकलिस्ट कराएं, ताकि आगे इनके हैसियत प्रमाण पत्र और चरित्र प्रमाण पत्र नहीं जारी किए जा सकेंगे। जिन कंपनियों के प्रतिनिधि बैठक में नहीं पहुंचे, उनके खिलाफ संपत्तियां सीज करने की कार्रवाई तुरंत शुरू करने के लिए तहसीलों को कहा।
इन बिल्डरों की रेरा ने जारी की आरसी


बिल्डर कंपनी रकम करोड़ रुपये में
तहसील सदर
अंसल एपीआई 55.73
पार्थ इंफ्राबिल्ड 14.09
तुलसियानी कंस्ट्रक्शन 29.24
अर्थकॉन 1.07
पोलार्स इंफ्राबिल्ड 1.09
अभीष्ट डेवलपर्स 1.32
श्री कॉलोनाइजर 1.20
राधेकृष्णा मार्केटिंग 0.56
हॉरिजन डेवलिंग्स 0.65
कंछल समूह 0.54
ओमेगा इंफ्राबिल्ड 0.48
वसुंधरा लोटस 1.14
सहारा प्राइम सिटी 2.85
विराज कंस्ट्रक्शन 2.98
भव्या क्रियेटर्स 0.39
सामिया इंटरनेशनल 0.45
अजिगिया डेवलपर्स 0.30
के जी कंस्ट्रक्शन 0.74
अट्रैक्टिव इंफ्र ाटेक 1.15
पीएम डेवलपर्स 1.30
आशियाना इंफ्राटेक 1.27
वन प्लेस इंफ्रा 0.46
तहसील सरोजनीनगर
अंसल इंफ्रास्टक्चर 16.20
तुलसियानी 7.31
तहसील मोहनलालगंज
ओमेगा इंफ्रा 0.28
मीनाक्षी कृपा 0.20

तहसील वार बकाया का आंकड़ा
सदर - 108.35 करोड़ रुपये
सरोजनीनगर - 23.51 करोड़ रुपये
मोहनलालगंज - 0.48 करोड रुपये

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed