जम्मू। नगरोटा में गोशाला निर्माण के लिए नगर निगम ने नए सिरे से डीपीआर तैयार कर सचिवालय को भेजी है। पहले गोशाला 97 कनाल में बनाई जानी थी, लेकिन इसमें वन विभाग की जमीन आने के कारण काम रोकना पड़ा। वन विभाग की जमीन सिर्फ चरागाह के लिए ही प्रयोग होगी।
गोशाला 50 कनाल जमीन में ही बनाई जाएगी। नई डीपीआर में नए सिरे से प्रोजेक्टों को डिजाइन किया गया है। अब बहु मंजिला इमारतों का निर्माण किया जाएगा। इसमें पशु शेड से लेकर अन्य भवन शामिल हैं। इसमें एक साथ हजारों पशुओं को रखने की सुविधा मिलेगी। डेयरी फार्म, अगरबत्ती प्लांट के साथ अन्य यूनिटें बनाई जाएंगी। अब डीपीआर मंजूर होने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा।
-----
काम के लिए डीपीआर को तैयार कर सचिवालय भेजी गई है। अब मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। इसमें 200 करोड़ रुपये की मांग की गई है। गोशाला में अलग-अलग यूनिट बनाए जाने हैं।
- डॉ. सुशील कुमार, वेटरनरी अधिकारी, नगर निगम
जम्मू। नगरोटा में गोशाला निर्माण के लिए नगर निगम ने नए सिरे से डीपीआर तैयार कर सचिवालय को भेजी है। पहले गोशाला 97 कनाल में बनाई जानी थी, लेकिन इसमें वन विभाग की जमीन आने के कारण काम रोकना पड़ा। वन विभाग की जमीन सिर्फ चरागाह के लिए ही प्रयोग होगी।
गोशाला 50 कनाल जमीन में ही बनाई जाएगी। नई डीपीआर में नए सिरे से प्रोजेक्टों को डिजाइन किया गया है। अब बहु मंजिला इमारतों का निर्माण किया जाएगा। इसमें पशु शेड से लेकर अन्य भवन शामिल हैं। इसमें एक साथ हजारों पशुओं को रखने की सुविधा मिलेगी। डेयरी फार्म, अगरबत्ती प्लांट के साथ अन्य यूनिटें बनाई जाएंगी। अब डीपीआर मंजूर होने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा।
-----
काम के लिए डीपीआर को तैयार कर सचिवालय भेजी गई है। अब मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। इसमें 200 करोड़ रुपये की मांग की गई है। गोशाला में अलग-अलग यूनिट बनाए जाने हैं।
- डॉ. सुशील कुमार, वेटरनरी अधिकारी, नगर निगम