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सिंचाई विभाग के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने डीआईजी एमपी नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर लुधियाना की युवती से नौकरी दिलाने के नाम पर सात लाख रुपये की ठगी है। युवती की तरफ से मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस ने सोमवार को आरोपी को अरनिया से हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ जारी है।
पुलिस के अनुसार लुधियाना की रहने वासी अनुराधा ने शुक्रवार को बस स्टैंड स्थित थाने में मामला दर्ज करवाया था। इसमें बताया कि राजेश नाम का व्यक्ति जो अरनिया का रहने वाला है, उसने खुद को डीआईजी बताकर नौकरी के नाम पर सात लाख रुपये लिए हैं।
वह अपने को मध्य प्रदेश में तैनात बताता है। अनुराधा ने पुलिस को बताया कि वह सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही है और फेसबुक के जरिये राजेश के संपर्क में आई थी। इस बीच राजेश ने नौकरी दिलाने की बात की।
इसकी एवज में सात लाख रुपये की मांग की। इसके बाद राजेश के खाते में राशि भेजती रही। कुछ सप्ताह से राजेश संपर्क में नहीं था। उस पर शक होने के बाद जम्मू पहुंची।
उधर, पुलिस ने युवती की शिकायत के बाद उक्त फेसबुक अकाउंट की जांच की, जिसमें वह फर्जी पाया गया। आरोपी राजेश के पोस्ट किए फोटो और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने उसे सोमवार को अरनिया से हिरासत में ले लिया।
राजेश ने लुधियाना की युवती को नौकरी का झांसा दिया था। उससे सात लाख रुपये ठगे हैं। राजेश सिंचाई विभाग में चपरासी है। उसे हिरासत में ले लिया है। फेसबुक पर डीआईजी एमपी का अकाउंट बनाया था। ऐसे में युवती झांसे में आई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
- सुनील केसर, डीएसपी, सिटी जम्मू