जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री ने वीरवार को कहा कि बातचीत ही एक मात्र तरीका है कश्मीर में माहौल को सुधारने का, लेकिन उसके लिए घाटी में सबसे पहले अनुकूल माहौल होना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ हमेशा हाथ बढ़ाया गया है, लेकिन हर बार उन्होंने पलट वार ही किया है। उन्होंने मेजर गोगोई के मामले पर राज्य में हो रही सियासत बंद करने को कहा।
श्रीनगर के एसकेआईसीसी में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए डॉ निर्मल सिंह ने मणिशंकर अय्यर के अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल को लेकर कहा कि यह एक अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि हमारे एजेंडा ऑफ अलायंस में भी है, आखिरकार हर मसले का हल बातचीत से ही निकाल सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछली बार संसदीय डेलीगेशन से अलगाववादी नहीं मिले। यदि वे बात करते हैं तो यह अच्छी बात है और यह सिलसिला आगे भी बढ़ेगा। बंदूकें शांत होंगी और अमन बहाली होगी।
पाकिस्तान को लताड़ते हुए डॉ सिंह ने कहा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर बार पहल की, पाकिस्तान को अपने शपथ ग्रहण समारोह के अलावा कई बार आमंत्रित किया और खुद भी गए, लेकिन उसके बदले में हमें क्या मिला। कभी पठानकोट हमला तब कभी कुछ और। उन्होंने कहा कि जो देश प्यार की भाषा नहीं समझता उसे उसी के अंदाज में मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। जब वह अमन और शांति के लिए बात करना चाहें, हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं।
पाकिस्तान द्वारा घुसपैठ की कोशिशों को लेकर डॉ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान बार बार ऐसी नापाक हरकतें कर अपने आपको बर्बाद करने पर तुला हुआ है। वहां 95 प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जो अमन चाहते हैं, लेकिन पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने उसे आतंकवादी राज्य बना कर रख दिया है।
मेजर गोगोई को सम्मानित किए जाने की घोषणा के बाद उठी सियासत पर उप मुख्यमंत्री ने कहा जो स्थिति उस समय पैदा हुई होगी, उसी को ध्यान में रखते हुए मेजर गोगोई ने यह फैसला लिया होगा। हमें भी उसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए बात करनी चाहिए।
जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री ने वीरवार को कहा कि बातचीत ही एक मात्र तरीका है कश्मीर में माहौल को सुधारने का, लेकिन उसके लिए घाटी में सबसे पहले अनुकूल माहौल होना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ हमेशा हाथ बढ़ाया गया है, लेकिन हर बार उन्होंने पलट वार ही किया है। उन्होंने मेजर गोगोई के मामले पर राज्य में हो रही सियासत बंद करने को कहा।
श्रीनगर के एसकेआईसीसी में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए डॉ निर्मल सिंह ने मणिशंकर अय्यर के अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल को लेकर कहा कि यह एक अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि हमारे एजेंडा ऑफ अलायंस में भी है, आखिरकार हर मसले का हल बातचीत से ही निकाल सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछली बार संसदीय डेलीगेशन से अलगाववादी नहीं मिले। यदि वे बात करते हैं तो यह अच्छी बात है और यह सिलसिला आगे भी बढ़ेगा। बंदूकें शांत होंगी और अमन बहाली होगी।