संवाद न्यूज एजेंसी
रियासी। उधमपुर-श्रीनगर बारामुला रेल लिंक परियोजना के तहत दरिया चिनाब पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के नजदीकी गांव कोडी में रेलवे स्टेशन की मंजूरी नहीं दिए जाने पर स्थानीय जनप्रनिधियों व ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार है। सांसद डॉक्टर जितेंदर सिंह केंद्रीय राज्यमंत्री हैं। बावजूद इसके कोडी में रेलवे स्टेशन बनाने की मंजूरी नहीं मिली तो क्षेत्र में भाजपा के हर कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे। पंचायती तथा संसदीय चुनावों में भी स्थानीय लोग भागेदारी नहीं करेंगे।
लोगों ने कहा कि वरिष्ठ भाजपा नेता रमन कुुमार शर्मा के मुताबिक परियोजना के तहत कोडी में रेलवे स्टेशन बनना तय था। अब यहां स्टेशन नहीं बनाया जा रहा। कोडी में स्टेशन बनने का फायदा अरनास, ठाकराकोट, माहौर, थुरू तथा चसाना तहसील के ग्रामीणों को होगा। जहां स्टेशन न बनने से क्षेत्रों के लोगों को बक्कल या रियासी में ट्रेन पकड़ी पड़ेगी। कई किलोमीटर चक्कर काटना पड़ेगा। ग्रामीण भुरी सिंह ने कहा कि कोडी में रेलवे स्टेशन बनाया जाना रिकार्ड में है, लेकिन बनाया नहीं जा रहा। ऐसा क्यों हो रहा, कोई बताने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि स्टेशन कोडी में नहीं बना तो प्रदर्शन करेंगे।
कोडी में स्टेशन न बनाया जाना लोगों से बेइंसाफी : ओम प्रकाश
कोडी ब्रिज के पास ग्रामीण इकट्ठा हुए। ग्रामीण ओम प्रकाश ने कहा कि जब रेल लिंक परियोजना का काम शुरू हुआ था, तब से वह यही आस लगाए बैठे थे कि काम पूरा होने पर रेलवे स्टेशन बनेगा। युवा बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, लेकिन स्टेशन कहीं और बनाया जा रहा है। वार्ड 7 के पंच जुगल किशोर ने कहा कि कोडी में स्टेशन नहीं बनाया जाना जहां के लोगों के साथ बेइंसाफी है। पहाड़ी क्षेत्र में बसे कोडी गांव के लोगों को स्टेशन बनने का काफी फायदा होगा। आने वाली कई पीढ़ियों तक को लाभ मिलेगा।