पंचकूला। अपराधियों के हौसले इस कदर बढ़ गए हैं कि वे दिनदहाडे़ वारदात को अंजाम देने में नहीं चूकते। अपराधियों के निशाने पर शहर के सेक्टर-10, 11, 12, 14 हैं। पिछले 6 महीने की वारदातों पर अगर नजर डाली जाए तो लुटेरों ने इन्हीं सेक्टरों पर फोकस किया है। इसमें बीते मंगलवार को एक ज्वेलर पर गोलियां चलाने और फिर बुजुर्ग एनआरआई दंपति से लूटने का प्रयास अब तक के सबसे ताजे मामले हैं।
सेक्टर-10, 11, 12, 14 कालका जीरकपुर हाईवे के पास पड़ते हैं। इन सेक्टरों में अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद आसानी से हाईवे के रास्ते जीरकपुर, शिमला या फिर माजरी चौक से होकर अंबाला की तरफ फरार हो जाते हैं।
गौरतलब है कि 24 फरवरी 2011 को सेक्टर-14 स्थित लिटिल फ्लावर कान्वेंट स्कूल के पास सफेद रंग की जैन कार में सवार तीन युवकों ने गन प्वाइंट पर ट्रांसपोर्ट कंपनी के दो मुलाजिमों से छह लाख रुपये लूट लिए। मुलाजिम सेक्टर 11 स्थित एचडीएफसी बैंक से रुपये निकाल कंपनी जा रहे थे। लूट के बाद आरोपी नेशनल हाईवे-22 की ओर भाग निकले। वहीं दूसरी घटना 2011 में सेक्टर-12ए और इंडस्ट्रियल एरिया की डिवाइडिंग रोड पर लुटेरों ने प्वाइंट पर एक कन्फेक्शनरी मालिक से एक लाख रुपये लूट लिए। जनवरी 2012 में सेक्टर-11 की मार्केट के सामने एक महिला को पिस्टल के दम पर किडनैप करने का प्रयास किया गया। अप्रैल 2012 में सेक्टर-11 की एक कोठी से बुजुर्ग दंपति से लूटने का प्रयास किया गया। जबकि सेक्टर-10 और 11 की मार्केट में कई बार चोरी और सेंधमारी की वारदात हुई हैं। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक हाईवे से लिंक होने के कारण अपराधियों को भागने में आसानी होती है। पंजाब और हिमाचल की सीमा का भी अपराधी फायदा उठाते हैं।