बहादुरगढ़। भिवानी के जाट नेता हवा सिंह सांगवान सोमवार को आंदोलनकारी किसानों को समर्थन देने के लिए टीकरी बॉर्डर पहुंचे। यहां पर उन्होंने धर्म परिवर्तन करने की घोषणा कर दी। सांगवान ने कहा कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है, हमें सिख धर्म अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि वह 21 अप्रैल को धन्नामल के जन्मदिवस पर 250-300 लोगों के साथ अमृतसर में जाकर सिख धर्म अपनाएंगे।
सीआरपीएफ के सेवानिवृत्त कमांडेंट एवं जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांगों को नहीं मान रही है। दो महीने से अधिक समय हो गया है, किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं। सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए है। किसान भी किसी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। किसान केवल और केवल अपनी मांगों को पूरा करवाकर ही दम लेंगे।
सांगवान ने कहा कि राजनीति इतनी बुरी नहीं है, जितनी प्रचारित की जाती है। जब हमारे जीवन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण सवाल राजनीति तय करती है तो राजनीति का स्वरूप बदलने की जरूरत है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। जाट नेता सांगवान ने कहा कि हमें कोई नई योजना तैयार करनी है। केंद्र सरकार इस तरह नहीं मानेगी। यहां कोई कितने दिन बैठा रहे, इससे सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है। हमें सिख धर्म को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि वह यहां से 250-230 व्यक्तियों के साथ 21 अप्रैल को धन्नामल के जन्मदिन पर अमृतसर में जाकर सिख धर्म अपनाएंगे।
बहादुरगढ़। भिवानी के जाट नेता हवा सिंह सांगवान सोमवार को आंदोलनकारी किसानों को समर्थन देने के लिए टीकरी बॉर्डर पहुंचे। यहां पर उन्होंने धर्म परिवर्तन करने की घोषणा कर दी। सांगवान ने कहा कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है, हमें सिख धर्म अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि वह 21 अप्रैल को धन्नामल के जन्मदिवस पर 250-300 लोगों के साथ अमृतसर में जाकर सिख धर्म अपनाएंगे।
सीआरपीएफ के सेवानिवृत्त कमांडेंट एवं जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांगों को नहीं मान रही है। दो महीने से अधिक समय हो गया है, किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं। सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए है। किसान भी किसी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। किसान केवल और केवल अपनी मांगों को पूरा करवाकर ही दम लेंगे।
सांगवान ने कहा कि राजनीति इतनी बुरी नहीं है, जितनी प्रचारित की जाती है। जब हमारे जीवन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण सवाल राजनीति तय करती है तो राजनीति का स्वरूप बदलने की जरूरत है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। जाट नेता सांगवान ने कहा कि हमें कोई नई योजना तैयार करनी है। केंद्र सरकार इस तरह नहीं मानेगी। यहां कोई कितने दिन बैठा रहे, इससे सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है। हमें सिख धर्म को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि वह यहां से 250-230 व्यक्तियों के साथ 21 अप्रैल को धन्नामल के जन्मदिन पर अमृतसर में जाकर सिख धर्म अपनाएंगे।