पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
भिवानी। पहले रास्ते का पता पूछा और फिर राहगीर का ही पर्स छीनकर गाड़ी सवार दो बदमाश फरार हो गए। दिनदहाड़े हुई वारदात गांव पोहकरवास के समीप मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे की है। पीड़ित ने मामले की शिकायत जुई कलां पुलिस थाना में दी।
औद्योगिक पुलिस थाना में दी शिकायत में गांव कुड़ल निवासी विष्णु ने बताया कि उसकी एक ईंट भट्ठा पर किराना की दुकान है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे वह अपने घर से दुकान पर जा रहा था। जब वह ईंट भट्ठा के समीप पहुंचा तो गांव पोहकरवास की तरफ से एक सफेद रंग की गाड़ी आई। जिसमें दो लोग बैठे थे। एक व्यक्ति ने भगवा यानी बाबा के कपड़े पहने हुए थे। गाड़ी उसके पास आकर रुकी। गाड़ी में बैठे बाबा ने उससे राजगढ़ का रास्ता पूछा। इस पर उसने ढिगावा जाकर पूछने के लिए बोला। इस पर बाबा ने दस रुपये निकाले और उसे देने लगा। उसने मना कर दिया। इसके बाद विष्णु ने बताया कि उसने बाबा को देने के लिए पर्स से सौ रुपये निकाले और बाबा को देने लगा तो बाबा ने मना किया और फिर उसका पर्स ही हाथ से छीनकर गाड़ी को भगा ले गए। विष्णु ने बताया कि उसके पर्स में 26300 रुपये की नकदी और जरूरी कागजात थे। उसने हड़बड़ी में गाड़ी के नंबर भी नहीं देखा। पीड़ित दुकानदार ने मामले की शिकायत जुईकलां पुलिस थाना में दी। पुलिस ने इस संबंध में गाड़ी सवार दो अज्ञात लोगों के खिलाफ पर्स स्नेचिंग का केस दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
भिवानी। पहले रास्ते का पता पूछा और फिर राहगीर का ही पर्स छीनकर गाड़ी सवार दो बदमाश फरार हो गए। दिनदहाड़े हुई वारदात गांव पोहकरवास के समीप मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे की है। पीड़ित ने मामले की शिकायत जुई कलां पुलिस थाना में दी।
औद्योगिक पुलिस थाना में दी शिकायत में गांव कुड़ल निवासी विष्णु ने बताया कि उसकी एक ईंट भट्ठा पर किराना की दुकान है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे वह अपने घर से दुकान पर जा रहा था। जब वह ईंट भट्ठा के समीप पहुंचा तो गांव पोहकरवास की तरफ से एक सफेद रंग की गाड़ी आई। जिसमें दो लोग बैठे थे। एक व्यक्ति ने भगवा यानी बाबा के कपड़े पहने हुए थे। गाड़ी उसके पास आकर रुकी। गाड़ी में बैठे बाबा ने उससे राजगढ़ का रास्ता पूछा। इस पर उसने ढिगावा जाकर पूछने के लिए बोला। इस पर बाबा ने दस रुपये निकाले और उसे देने लगा। उसने मना कर दिया। इसके बाद विष्णु ने बताया कि उसने बाबा को देने के लिए पर्स से सौ रुपये निकाले और बाबा को देने लगा तो बाबा ने मना किया और फिर उसका पर्स ही हाथ से छीनकर गाड़ी को भगा ले गए। विष्णु ने बताया कि उसके पर्स में 26300 रुपये की नकदी और जरूरी कागजात थे। उसने हड़बड़ी में गाड़ी के नंबर भी नहीं देखा। पीड़ित दुकानदार ने मामले की शिकायत जुईकलां पुलिस थाना में दी। पुलिस ने इस संबंध में गाड़ी सवार दो अज्ञात लोगों के खिलाफ पर्स स्नेचिंग का केस दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।