गोरखपुर में कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत मामले में सीबीआई ने गोरखपुर पुलिस को नोटिस भेजा है। सीबीआई की टीम कभी भी गोरखपुर में डेरा डाल सकती है। सीबीआई ने नोटिस में कहा गया है कि मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच करने कभी भी सीबीआई टीम गोरखपुर पहुंच सकती है।
सीबीआई ने पुलिस से जांच में सहयोग करने की अपील की है। वहीं, सीबीआई की नोटिस मिलते ही इस हत्याकांड से जुड़े लोगों और अन्य पुलिस वालों में हड़कंप मच गया है।
वहीं मनीष गुप्ता हत्याकांड में नामजद छह पुलिस कर्मियों की जेल में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इन सुरक्षा में छह बंदी रक्षकों को लगाया गया है। दो-दो बंदी रक्षक आठ-आठ घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं। रात में सोते समय दो अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी भी लगाए गए हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की कस्टडी में जाने तक आरोपित पुलिस कर्मियों के बैरकों के पास तक किसी को नहीं जाने दिया जाएगा।
ये है मामला
रामगढ़ताल इलाके के होटल कृष्णा पैलेश में 27 सितंबर की रात में इंस्पेक्टर जेएन सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा व अन्य पुलिस वाले चेकिंग करने को गए थे। आरोप है कि इस दौरान ही पुलिस वालों की पिटाई से मनीष की मौत हो गई थी। इस मामले में मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी की तहरीर पर छह पुलिसवालों के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया था। मामले की जांच और विवेचना एसआईटी कानपुर को दी गई थी फिलहाल यह केस सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है।
विस्तार
गोरखपुर में कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत मामले में सीबीआई ने गोरखपुर पुलिस को नोटिस भेजा है। सीबीआई की टीम कभी भी गोरखपुर में डेरा डाल सकती है। सीबीआई ने नोटिस में कहा गया है कि मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच करने कभी भी सीबीआई टीम गोरखपुर पहुंच सकती है।
सीबीआई ने पुलिस से जांच में सहयोग करने की अपील की है। वहीं, सीबीआई की नोटिस मिलते ही इस हत्याकांड से जुड़े लोगों और अन्य पुलिस वालों में हड़कंप मच गया है।
वहीं मनीष गुप्ता हत्याकांड में नामजद छह पुलिस कर्मियों की जेल में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इन सुरक्षा में छह बंदी रक्षकों को लगाया गया है। दो-दो बंदी रक्षक आठ-आठ घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं। रात में सोते समय दो अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी भी लगाए गए हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की कस्टडी में जाने तक आरोपित पुलिस कर्मियों के बैरकों के पास तक किसी को नहीं जाने दिया जाएगा।
ये है मामला
रामगढ़ताल इलाके के होटल कृष्णा पैलेश में 27 सितंबर की रात में इंस्पेक्टर जेएन सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा व अन्य पुलिस वाले चेकिंग करने को गए थे। आरोप है कि इस दौरान ही पुलिस वालों की पिटाई से मनीष की मौत हो गई थी। इस मामले में मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी की तहरीर पर छह पुलिसवालों के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया था। मामले की जांच और विवेचना एसआईटी कानपुर को दी गई थी फिलहाल यह केस सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है।