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आशुतोष गोवारिकर की मेगा बजट फिल्म पानीपत में अर्जुन कपूर, क्रिटी सैनन और संजय दत्त के साथ पद्मिनी कोल्हापुरे भी दिखाई देंगी, जोकि 25 साल बाद बड़े परदे पर वापसी करेंगी।
आपको बता दें कि पद्मिनी कोल्हापुरे अपने समय की बहुत ही जानी-मानी अभिनेत्री रही हैं। 1980 के दशक में उन्होंने बहुत सारी हिट फिल्में दी है। 1981 में उन्हे इंसाफ का तराजू फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। वहीं उन्हें 1983 में प्रेम रोग के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। उनकी आखिरी फिल्म 1993 में आई थी।
बताया जा रहा है कि पद्मिनी को इस फिल्म में गोपिका बाई का रोल मिला है। इस फिल्म में वो सदाशिव राव (अर्जुन कपूर) की भाभी की भूमिका अदा कर रही हैं। गोपिका बाई बिकाजी नायक की बेटी थीं और उनकी शादी नाना साहेब पेशवा से हुई थी। नाना साहेब पेशवा बाजीराव और काशीबाई के पुत्र थे। उनका बचपन धार्मिक उपवास और अनुष्ठानों के पालन में बीता था। नाना साहेब की पत्नी बनने पर अपने परिवार की स्थिति को सुरक्षित करने के लिए वो उनकी ताकत और उनकी कमजोरी दोनों बन गई । गोपीका बाई इस बात को सुनिश्चित करना चाहती थीं कि उसका बेटा विश्व राव विश्वास राव अगले पेशवा बने।
निर्माता सुनीता गोवारिकर ने कहा, वो बहुत ज्यादा उत्साहित हैं कि पद्मिनी इस फिल्म में शामिल हो गईं हैं। वो ना केवल एक अच्छी दोस्त हैं बल्कि वो एक अच्छी अभिनेत्री भी हैं। वह इस रोल के लिए बिल्कुल सही रहेंगी।
आशुतोष गोवारिकर की मेगा बजट फिल्म पानीपत में अर्जुन कपूर, क्रिटी सैनन और संजय दत्त के साथ पद्मिनी कोल्हापुरे भी दिखाई देंगी, जोकि 25 साल बाद बड़े परदे पर वापसी करेंगी।
आपको बता दें कि पद्मिनी कोल्हापुरे अपने समय की बहुत ही जानी-मानी अभिनेत्री रही हैं। 1980 के दशक में उन्होंने बहुत सारी हिट फिल्में दी है। 1981 में उन्हे इंसाफ का तराजू फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। वहीं उन्हें 1983 में प्रेम रोग के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। उनकी आखिरी फिल्म 1993 में आई थी।
बताया जा रहा है कि पद्मिनी को इस फिल्म में गोपिका बाई का रोल मिला है। इस फिल्म में वो सदाशिव राव (अर्जुन कपूर) की भाभी की भूमिका अदा कर रही हैं। गोपिका बाई बिकाजी नायक की बेटी थीं और उनकी शादी नाना साहेब पेशवा से हुई थी। नाना साहेब पेशवा बाजीराव और काशीबाई के पुत्र थे। उनका बचपन धार्मिक उपवास और अनुष्ठानों के पालन में बीता था। नाना साहेब की पत्नी बनने पर अपने परिवार की स्थिति को सुरक्षित करने के लिए वो उनकी ताकत और उनकी कमजोरी दोनों बन गई । गोपीका बाई इस बात को सुनिश्चित करना चाहती थीं कि उसका बेटा विश्व राव विश्वास राव अगले पेशवा बने।
निर्माता सुनीता गोवारिकर ने कहा, वो बहुत ज्यादा उत्साहित हैं कि पद्मिनी इस फिल्म में शामिल हो गईं हैं। वो ना केवल एक अच्छी दोस्त हैं बल्कि वो एक अच्छी अभिनेत्री भी हैं। वह इस रोल के लिए बिल्कुल सही रहेंगी।