गुरुग्राम। बसई निवासी एक युवक के बैंक खाते से ठगों ने बैंक अधिकारी बनकर 89000 रुपये निकाल लिए। ठगों ने पीड़ित को फोन पर यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर (यूपीआई पिन) बदलने का झांसा दिया था। फिलहाल सेक्टर-14 थाना की पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार बसई गांव निवासी दीपक ने बताया कि उसका बैंक खाता एक निजी बैंक में है। कुछ दिन पहले उसने बैंक में दो लाख रुपये का एक चेक लगाया था। वह पैसा उसके खाते में आ गया था। वह अपने मोबाइल फोन पर यूपीआई का यूज करता था, लेकिन खाते में दो लाख रुपये आने के बाद से उसका यूपीआई बार-बार ब्लॉक हो जा रहा था, लेकिन वह दूसरा यूपीआई पिन बनाकर पैसों का लेन-देन कर रहा था। पीड़ित के अनुसार 19 मई को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई। कॉल करने वाला व्यक्ति अपने आप को संबंधित बैंक का अधिकारी बताया और कहा कि आपने जो पहले यूपीआई पिन बनाया था, उसे ही जेनरेट कर लेनदेन करें। पीड़ित के अनुसार वह उसकी बातें में आ गया और पहले वाला यूपीआई पिन जेनरेट कर लिया। आरोप है कि इसके तुरंत बाद उसके खाते से 49000 व 40000 हजार रुपये दो बार में कट गए। फिर उसे ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने मामले की शिकायत सेक्टर-14 थाने में दी है। पुलिस मामला दर्जकर अज्ञात आरोपियों की तलाश कर रही है और मामले की जांच में जुटी है।
गुरुग्राम। बसई निवासी एक युवक के बैंक खाते से ठगों ने बैंक अधिकारी बनकर 89000 रुपये निकाल लिए। ठगों ने पीड़ित को फोन पर यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर (यूपीआई पिन) बदलने का झांसा दिया था। फिलहाल सेक्टर-14 थाना की पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार बसई गांव निवासी दीपक ने बताया कि उसका बैंक खाता एक निजी बैंक में है। कुछ दिन पहले उसने बैंक में दो लाख रुपये का एक चेक लगाया था। वह पैसा उसके खाते में आ गया था। वह अपने मोबाइल फोन पर यूपीआई का यूज करता था, लेकिन खाते में दो लाख रुपये आने के बाद से उसका यूपीआई बार-बार ब्लॉक हो जा रहा था, लेकिन वह दूसरा यूपीआई पिन बनाकर पैसों का लेन-देन कर रहा था। पीड़ित के अनुसार 19 मई को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई। कॉल करने वाला व्यक्ति अपने आप को संबंधित बैंक का अधिकारी बताया और कहा कि आपने जो पहले यूपीआई पिन बनाया था, उसे ही जेनरेट कर लेनदेन करें। पीड़ित के अनुसार वह उसकी बातें में आ गया और पहले वाला यूपीआई पिन जेनरेट कर लिया। आरोप है कि इसके तुरंत बाद उसके खाते से 49000 व 40000 हजार रुपये दो बार में कट गए। फिर उसे ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने मामले की शिकायत सेक्टर-14 थाने में दी है। पुलिस मामला दर्जकर अज्ञात आरोपियों की तलाश कर रही है और मामले की जांच में जुटी है।