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अदालत ने छह युवतियों को भेजा जेल, संचालक सहित छह पुलिस रिमांड पर
ब्रांडेड कंपनियों के कस्टमर सपोर्ट के नाम पर की जा रही थी ठगी
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। अमेजन, एप्पल समेत अन्य नामी कंपनियों के नाम पर कस्टमर सपोर्ट का दावा कर अमेरिकन नागरिकों को ठगने वाले फर्जी कॉल सेंटर का साइबर ईस्ट थाना पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें छह युवतियां शामिल थी। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया। जहां पर छह युवतियों को अदालत ने जेल भेज दिया, जबकि तीन अन्य आरोपियों की निशानदेही पर तीन अन्य को गिरफ्तार किया है। अब कॉल सेंटर संचालक सहित छह को पुलिस रिमांड पर लेकर जांच में जुटी है।
साइबर पुलिस को सूचना मिली कि सुशांत लोक फेज-एक एरिया में एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। जहां से विदेशी नागरिकों को ठगा जा रहा है। एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने रेड के लिए साइबर क्राइम थाना ईस्ट एसएचओ इंस्पेक्टर जसबीर के नेतृत्व में टीम तैयार की। टीम ने कॉल सेंटर में जाकर रेड की और यहां कॉल सेंटर चलाने से संबंधित दस्तावेज मांगे, लेकिन ये कोई दस्तावेज या रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा सके।
कॉल सेंटर संचालक मयंक शर्मा के अलावा मुकेश, अरुण, निकिता, आयूषी, हिमानी, रितिका, कुलविंदर कौर, जानवी श्रीवास्तव को पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ में पता चला कि ये अमेजन, एप्पल के कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर विदेशी नागरिकों को ठगते हैं। उनकी समस्या का समाधान करने का झांसा देकर ये 200 से 500 डॉलर ठग लेते हैं। पुलिस ने जिन तीन अन्य को गिरफ्तार किया है उसमें आगरा का रहने वाला मयंक तिवारी, मनीष त्रिपाठी व विवेक सिंह शामिल हैं।
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वर्क फ्रॉम होम में भी चलती थी ठगी
पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला पूरे मामले का मास्टर माइंड मयंक तिवारी है। जो यूपी के आगरा का रहने वाला है। उसने मुख्य कार्यालय के अलावा वर्क फ्रॉम होम के नाम पर भी चार लोगों को लगा रखा था। उसकी ओर से ही कॉल अपने कर्मचारियों को ट्रांसफर की जाती थी। एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उनसे पूछताछ चल रही है।
पुलिस ने छानबीन के दौरान आरोपियों के कब्जे से इस जालसाजी में प्रयोग किए जाने वाले 04 मोबाइल फोन, 06 लैपटॉप तथा लैपटॉप चार्जर सहित 92700 रुपयों की नकदी बरामद की है।