चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस अपनी छवि को लेकर कई बार सवालों के घेरे में रहती है। आए दिन पुलिसकर्मियों पर रिश्वत लेने के आरोप भी लगते रहते हैं, लेकिन एक ऐसा ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी है, जिसने पीएम केयर्स फंड में एक लाख रुपये का दान देकर मिसाल पेश की है। कांस्टेबल रामगोपाल यादव चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस में तैनात हैं। उन्होंने कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी से लोगों को बचाने के लिए यह रकम दान दी है।
रामगोपाल वैसे तो आर्मी से रिटायर होकर चंडीगढ़ पुलिस में बतौर कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं और उनकी ड्यूटी ज्यादातर शहर के अलग-अलग हिस्सों में नाकों पर लगती है। रामगोपाल सेक्टर-26 स्थित पुलिस लाइन में बेटे और पत्नी के साथ रहते हैं। उनका कहना है कि दुनिया कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से जूझ रही है। ऐसे में उनके मन में लोगों की भलाई करने की इच्छा जागी और एक लाख रुपये पीएम केयर्स फंड में फंड में दान कर दिए।
बता दें कि रामगोपाल यादव आए दिन ऐसे लोगों की सेवा करते रहते हैं, जिनके पास इलाज के पैसे नहीं होते हैं। इतना ही नहीं गऊ सेवा के लिए भी उन्होंने गोशाला ट्रस्ट में रुपये दान दिए हैं। रामगोपाल यादव के अनुसार, पिछले करीब साढ़े पांच साल से गऊ सेवा, बेसहारा का इलाज, नेपाल में भूकंप राहत जैसे अन्य कई जगहों पर लाखों रुपये दान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह इस तरह के भलाई कि राशि भविष्य में भी दान करते रहेंगे, जिससे बेसहारा लोगों का भला हो सके।
ऐसी जागी रुपये दान करने की इच्छा
रामगोपाल का कहना है कि बचपन से ही वह ऐसे लोगों की मदद करना चाहते थे, जो बेसहारा हैं और उनके आगे पीछे कोई नही है। कोरोना वायरस संक्रमण लगातार तेजी से देश में फैल रहा है। ऐसे में बीते दो दिन पहले उनके मन में यह आइडिया आया कि क्यों न पीएम केयर्स फंड में एक लाख रुपये का दान कर देश के कुछ किया जाए। इसके बाद उन्होंने रुपये अपने बैंक खाते से दान कर दिए।
फायरमैन ने दान की थी एक महीने की सैलरी
बता दें कि हाल ही में सेक्टर-32 फायर स्टेशन में तैनात सचिन ने अपनी 1 महीने की सैलरी और बेटे वीर ने क्रिकेट किट खरीदने के लिए जमा की गई सात हजार की राशि पीएम केयर्स फंड में दान की थी। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की थी कि पीएम केयर्स फंड में राशि दान कर लोगों की भलाई करें।
कोरोना की लड़ाई में चंडीगढ़ निवासी प्रशासन की बढ़-चढ़ कर मदद कर रहे हैं। 10 दिनों में चंडीगढ़ के लोगों ने रेडक्रॉस सोसाइटी के खाते में 1.5 करोड़ रुपये की राशि दान दी है। डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने यूटी सचिवालय में प्रशासक के साथ बैठक में यह जानकारी दी।बैठक में डीसी ने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को बताया कि कोरोना से लड़ने में किए जाने वाले कार्यों के लिए चंडीगढ़ के लोगों ने इच्छा जताई थी।
इसके तहत रेडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से लोगों की मदद ली जा रही है। अब तक सोसाइटी के खाते में एक करोड़ 51 लाख 91 हजार 237 रुपये दान के रूप में जमा हुए हैं। इस पैसे से शहर के जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन, चिकित्सकीय सुविधाएं आदि मुहैया कराई जाएंगी। डीसी ने बताया कि इसके लिए एडीसी सचिन राणा को जिम्मेदारी दी गई है।
50 हजार से ज्यादा खाने के पैकेट हो चुके हैं वितरित
जरूरतमंद लोगों को यूटी प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जा रही है। डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि प्रशासन की ओर से अब तक शहर के जरूरतमंद लोगों को 54,422 लोगों को खाने के पैकेटों का वितरण किया जा चुका है। जब तक लॉकडाउन और शहर में कर्फ्यू रहेगा, यूटी प्रशासन लोगों की लगातार मदद करता रहेगा।
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस अपनी छवि को लेकर कई बार सवालों के घेरे में रहती है। आए दिन पुलिसकर्मियों पर रिश्वत लेने के आरोप भी लगते रहते हैं, लेकिन एक ऐसा ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी है, जिसने पीएम केयर्स फंड में एक लाख रुपये का दान देकर मिसाल पेश की है। कांस्टेबल रामगोपाल यादव चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस में तैनात हैं। उन्होंने कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी से लोगों को बचाने के लिए यह रकम दान दी है।
रामगोपाल वैसे तो आर्मी से रिटायर होकर चंडीगढ़ पुलिस में बतौर कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं और उनकी ड्यूटी ज्यादातर शहर के अलग-अलग हिस्सों में नाकों पर लगती है। रामगोपाल सेक्टर-26 स्थित पुलिस लाइन में बेटे और पत्नी के साथ रहते हैं। उनका कहना है कि दुनिया कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से जूझ रही है। ऐसे में उनके मन में लोगों की भलाई करने की इच्छा जागी और एक लाख रुपये पीएम केयर्स फंड में फंड में दान कर दिए।
बता दें कि रामगोपाल यादव आए दिन ऐसे लोगों की सेवा करते रहते हैं, जिनके पास इलाज के पैसे नहीं होते हैं। इतना ही नहीं गऊ सेवा के लिए भी उन्होंने गोशाला ट्रस्ट में रुपये दान दिए हैं। रामगोपाल यादव के अनुसार, पिछले करीब साढ़े पांच साल से गऊ सेवा, बेसहारा का इलाज, नेपाल में भूकंप राहत जैसे अन्य कई जगहों पर लाखों रुपये दान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह इस तरह के भलाई कि राशि भविष्य में भी दान करते रहेंगे, जिससे बेसहारा लोगों का भला हो सके।
ऐसी जागी रुपये दान करने की इच्छा
रामगोपाल का कहना है कि बचपन से ही वह ऐसे लोगों की मदद करना चाहते थे, जो बेसहारा हैं और उनके आगे पीछे कोई नही है। कोरोना वायरस संक्रमण लगातार तेजी से देश में फैल रहा है। ऐसे में बीते दो दिन पहले उनके मन में यह आइडिया आया कि क्यों न पीएम केयर्स फंड में एक लाख रुपये का दान कर देश के कुछ किया जाए। इसके बाद उन्होंने रुपये अपने बैंक खाते से दान कर दिए।
फायरमैन ने दान की थी एक महीने की सैलरी
बता दें कि हाल ही में सेक्टर-32 फायर स्टेशन में तैनात सचिन ने अपनी 1 महीने की सैलरी और बेटे वीर ने क्रिकेट किट खरीदने के लिए जमा की गई सात हजार की राशि पीएम केयर्स फंड में दान की थी। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की थी कि पीएम केयर्स फंड में राशि दान कर लोगों की भलाई करें।