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सन्नौर रोड स्थित सब्जी मंडी के बाहर रविवार सुबह कर्फ्यू पास मांगने पर भड़के कुछ निहंग सिंहों ने पुलिस पर तलवारों से हमला कर दिया। आरोपियों ने एक एएसआई के बाएं हाथ को कलाई से ही काट कर अलग कर दिया। हमले में तीन पुलिसकर्मी और एक मंडी बोर्ड का मुलाजिम भी घायल हो गया। आरोपी भागकर गुरुद्वारे में जा छिपे। इसके बाद कमांडो फोर्स ने मोर्चा संभाला। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में एक निहंग सिंह घायल हो गया। 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि रविवार सुबह करीब सवा छह बजे एक सफेद रंग की टाटा जेनन में चार निहंग सिंह और डेरा प्रमुख बलविंदर सिंह सन्नौर सब्जी मंडी पहुंचे। मंडी बोर्ड के मुलाजिमों ने इन्हें गेट पर रोका और कहा कि वह कर्फ्यू पास दिखाएं। आरोपियों ने मंडी बोर्ड मुलाजिम को धक्का दिया और गाड़ी से बैरिकेड तोड़कर आगे चले गए। आगे ड्यूटी पर तैनात पुलिस मुलाजिमों ने उनको रोका, तो मामला भड़क गया। गुस्साए निहंगों ने तलवारें और किरपाण निकाल कर पुलिस वालों पर हमला कर दिया।
इस दौरान आरोपियों ने एएसआई हरजीत सिंह के बाएं हाथ पर तेजधार हथियार से वार करके इसे बाजू से ही अलग कर दिया। हमले में सदर थाना पटियाला के एसएचओ इंस्पेक्टर बिकर सिंह की दाईं बाजू, टांग और पीठ पर, एएसआई राज सिंह की दाईं टांग पर, एएसआई रघबीर सिंह के शरीर पर विभिन्न जगहों पर तेजधार हथियारों से चोट लगी। मार्केट कमेटी के ऑक्शन रिकार्डर यादविंदर सिंह को भी काफी चोटें आई हैं। करीब 40 मिनट तक यह खूनी खेल चलता रहा।
इसके बाद आरोपी पटियाला-चीका रोड पर गांव बलवेड़ा के नजदीक बनाए गुरुद्वारा खिचड़ी साहिब के रिहायशी क्वार्टरों में छिप गए। पुलिस ने उनका पीछा किया। आईजी पटियाला जतिंदर सिंह औलख ने बताया कि एसएसपी की अगुवाई में पुलिस फोर्स ने गुरुद्वारे की धार्मिक मर्यादा में बिना कोई बाधा डाले इसकी घेराबंदी की और लाउड स्पीकर पर निहंग सिंहों को आत्मसमर्पण करने की अपील की। आरोपी नहीं माने और अंदर से पुलिस वालों को गालियां निकालकर धमकाने लगे।
उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने अंदर घुसने की कोशिश की तो वे सिलेंडरों को आग लगा देंगे। इसके बाद एडीजीपी कमांडो पंजाब राकेश चंद्रा की अगुवाई में बड़ी संख्या में कमांडो फोर्स गुरुद्वारे में अंदर दाखिल हुई। इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें एक निहंग सिंह भी घायल हो गया। पुलिस ने मौके से 11 लोगों को गिरफ्तार किया।
पीजीआई में 7 घंटे 50 मिनट की मेहनत के बाद एएसआई का कटा हाथ फिर से जोड़ दिया गया। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज की हालत अब ठीक है, लेकिन रिकवरी में थोड़ा समय लगेगा। पटियाला में वारदात के बाद पुलिस अफसर को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया। वहां से डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया। ऑपरेशन सुबह 10 बजे शुरू किया गया। डॉक्टरों ने एएसआई के हाथ की नसों और हड्डियों को थ्री के वायर और प्लास्टिक सर्जरी की मदद से दोबारा जोड़ा। प्लास्टिक सर्जरी टीम में सीनियर डॉक्टर सुनील गाबा और डॉक्टर जेरी आर रोहन के अलावा सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर सूरज नायर, डॉक्टर मयंक, डॉ. चंद्रा और डॉ. शुभेंद शामिल थे। वहीं, एनेस्थीसिया टीम में सीनियर रेजिडेंट डॉ. अंकुर, डॉ. अभिषेक और डॉ. पूर्णिमा शामिल थीं।
कटे हाथ को अपने दूसरे हाथ में पकड़ा और स्कूटी पर बैठ पहुंच गए अस्पताल
सन्नौर रोड सब्जी मंडी के बाहर निहंग सिंहों द्वारा किए हमले में तेजधार हथियार से एएसआई हरजीत सिंह का दाया हाथ उनके बाजू से अलग हो गया था, इसके बावजूद हरजीत सिंह का हौसला नहीं टूटा। वह आरोपियों से भिड़ते रहे और बाद में अपने कटे हाथ को दूसरे हाथ में लेकर अपने एक साथी मुलाजिम की मदद से एक्टिवा पर बैठकर राजिंदरा अस्पताल पहुंच गए।निहंग सिंहों ने तेजधार हथियार से वार करके एएसआई हरजीत सिंह का दायां हाथ उनकी बाजू से ही अलग कर दिया था लेकिन हरजीत अपने एक हाथ से ही निहंग सिंहों को रोकते रहे।
आरोपियों के भागने के बाद एएसआई ने अपने बाएं हाथ में कटे दाएं हाथ को उठाया। एंबुलेंस का इंतजार किए बिना वह उन्होंने अपने एक साथी को आवाज देकर कहा कि वह उनकी स्कूटी ला दें। वह खुद ही राजिंदरा अस्पताल जाएंगे। जब एएसआई हरजीत सिंह अस्पताल पहुंचे, तो वहां डॉक्टर भी उनके हौसले को देखकर दंग रह गए। तुरंत वहां से एंबुलेंस के जरिये हरजीत सिंह को पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में डेरा प्रमुख बलविंदर सिंह (50) निवासी गांव करहाली पटियाला, बंत सिंह उर्फ काला (50) निवासी गांव आलोवाल, जगमीत सिंह (22) निवासी गांव अमरगढ़ जिला संगरूर, जगमीत सिंह की पत्नी सुखप्रीत कौर (25), गुरदीप सिंह (24) निवासी जैन मोहल्ला समाना, नना, जंगीर सिंह (75) निवासी गांव प्रतापगढ़ पटियाला, मनिंदर सिंह (29) निवासी गांव महमूदपुर अमलोह, जसवंत सिंह (55) निवासी चमारू घन्नौर, दर्शन सिंह निवासी धीरू माजरी पटियाला और निरभै सिंह शामिल है। इनमें निरभै सिंह को गोली लगी है और वह अस्पताल में दाखिल है। आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में थाना पसियाना और सदर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।
भारी मात्रा में हथियारों समेत 39 लाख की नकदी बरामद
आरोपियों से एक एयर गन, एक 32 बोर की देसी पिस्तौल, तीन कारतूस व एक खाली, एक 12 बोर की पिस्तौल, एक 9 एमएम की पिस्तौल, सात गोलियां और कारतूस भी बरामद किए हैं। इसके अलावा 10 तलवारें, लोहे की दो रॉड, चार धारी मंडासा, एक तीर कमान, चार भाले, चार मुखिया भाला, एक लोहे का सुंबा, सात बोरी भांग, 39 लाख की नकदी और टाटा जेनन व ईसुजु गाड़ी बरामद की गई है।
धमाके करने की साजिश रच रहे थे निहंग, खेतों में भी आग लगाने की थी योजना
पुलिस मुलाजिमों पर जानलेवा हमला करने वाले निहंग सिंहों के इरादे बेहद खतरनाक थे। गुरुद्वारा खिचड़ी साहिब के रिहायशी क्वार्टरों में छिपे निहंग सिंहों ने साजिश रची थी कि अगर पुलिस और कमांडो फोर्स अंदर घुसे, तो धमाके किए जाएंगे। इसके लिए उन्होंने आठ गैस सिलिंडरों को गुरुद्वारे की चारदिवारी के पास लगा दिया था। इसके अलावा आरोपियों की गुरुद्वारे के साथ लगते खेतों में खड़ी गेहूं की फसलों में आग लगाने की योजना थी।
पुलिस मुलाजिमों पर जानलेवा हमला करने वाले निहंग सिंहों की और भी कई खतरनाक प्लानिंग थीं। पटियाला-चीका रोड पर गांव बलवेड़ा के पास गुरुद्वारा खिचड़ी साहिब के रिहायशी क्वार्टरों में छिपे निहंग सिंहों ने साजिश रची थी कि अगर घेराबंदी के बाद पुलिस और कमांडो फोर्स अंदर घुसे, तो धमाके किए जाएंगे। इसके लिए निहंग सिंहों ने गुरुद्वारा साहिब के लंगर हॉल में मौजूद आठ गैस सिलेंडरों को लेकर गुरुद्वारे की चारदिवारी के पास लगा दिया था।
साथ ही मौके से पुलिस को दो पेट्रोल बम, 10 माचिस की डिब्बियां और संदिग्ध केमिकल की 38 बोतलें भी बरामद हुई हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की गुरुद्वारे के साथ लगते खेतों में खड़ी गेहूं की फसलों में आग लगाने की योजना थी। एसएसपी ने बताया कि हवा का बहाव गुरुद्वारा साइड को था, जिस कारण एक तो आरोपी इन गैस सिलेंडरों में आग नहीं लगा सके। ऊपर से पुलिस व कमांडो फोर्स ने भी बेहद प्रोफेशनल ढंग से अपने आपरेशन को अंजाम देते हुए और गुरुघर की मर्यादा में किसी प्रकार की बाधा न डालते हुए सभी आरोपियों को पकड़ लिया।
एसएसपी ने बताया कि गुरुद्वारे की घेेराबंदी के बाद जब उन्होंने नजदीकी अकाल एकेडमी की इमारत पर चढ़कर लाउड स्पीकर से निहंग सिंहों को सरेंडर करने की अपील की तभी उन लोगों ने धमकी दी थी कि अगर उन पर हाथ डाला गया, तो बहुत बड़े धमाके होंगे। पुलिस को जान से मारने की धमकियां भी दी गई थीं। तब पुलिस इस बात को समझी नहीं। बाद में अंदर घुसने पर जब सब तैयारी देखी, तो पुलिस भी दंग रह गई। एसएसपी ने खुलासा किया कि जब गुरुद्वारे की घेराबंदी की हुई थी, तो अंदर से चीखों की आवाज सुनाई दी। इसी बीच गोली भी चली। लगा कि शायद निहंग सिंहों ने किसी को पकड़ कर अंदर बंदी बना रखा है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत अपना आपरेशन शुरू कर दिया।
पुलिस को मौके से भांग की साढ़े 6 बोरियां भी बरामद की हैं। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने गुरुद्वारे के पास पड़ी जमीन में नाजायज ढंग से नशे की खेती भी कर रखी है। इस संबंध में भी उनके खिलाफ पर्चा दर्ज किया गया है। साथ ही नशे की व्यापारिक मात्रा की रिकवरी के कारण आरोपियों की संपत्तियां भी जब्त की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इन निहंग सिंहों को गांव में कोई पसंद नहीं करता था। इनकी गतिविधियां असामाजिक रही हैं। आपरेशन के दौरान एसएसपी, उनके निजी सुरक्षा गार्ड समेत कुछ और पुलिस मुलाजिमों को चोटें लगी हैं।
सन्नौर रोड स्थित सब्जी मंडी के बाहर रविवार सुबह कर्फ्यू पास मांगने पर भड़के कुछ निहंग सिंहों ने पुलिस पर तलवारों से हमला कर दिया। आरोपियों ने एक एएसआई के बाएं हाथ को कलाई से ही काट कर अलग कर दिया। हमले में तीन पुलिसकर्मी और एक मंडी बोर्ड का मुलाजिम भी घायल हो गया। आरोपी भागकर गुरुद्वारे में जा छिपे। इसके बाद कमांडो फोर्स ने मोर्चा संभाला। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में एक निहंग सिंह घायल हो गया। 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि रविवार सुबह करीब सवा छह बजे एक सफेद रंग की टाटा जेनन में चार निहंग सिंह और डेरा प्रमुख बलविंदर सिंह सन्नौर सब्जी मंडी पहुंचे। मंडी बोर्ड के मुलाजिमों ने इन्हें गेट पर रोका और कहा कि वह कर्फ्यू पास दिखाएं। आरोपियों ने मंडी बोर्ड मुलाजिम को धक्का दिया और गाड़ी से बैरिकेड तोड़कर आगे चले गए। आगे ड्यूटी पर तैनात पुलिस मुलाजिमों ने उनको रोका, तो मामला भड़क गया। गुस्साए निहंगों ने तलवारें और किरपाण निकाल कर पुलिस वालों पर हमला कर दिया।
इस दौरान आरोपियों ने एएसआई हरजीत सिंह के बाएं हाथ पर तेजधार हथियार से वार करके इसे बाजू से ही अलग कर दिया। हमले में सदर थाना पटियाला के एसएचओ इंस्पेक्टर बिकर सिंह की दाईं बाजू, टांग और पीठ पर, एएसआई राज सिंह की दाईं टांग पर, एएसआई रघबीर सिंह के शरीर पर विभिन्न जगहों पर तेजधार हथियारों से चोट लगी। मार्केट कमेटी के ऑक्शन रिकार्डर यादविंदर सिंह को भी काफी चोटें आई हैं। करीब 40 मिनट तक यह खूनी खेल चलता रहा।
इसके बाद आरोपी पटियाला-चीका रोड पर गांव बलवेड़ा के नजदीक बनाए गुरुद्वारा खिचड़ी साहिब के रिहायशी क्वार्टरों में छिप गए। पुलिस ने उनका पीछा किया। आईजी पटियाला जतिंदर सिंह औलख ने बताया कि एसएसपी की अगुवाई में पुलिस फोर्स ने गुरुद्वारे की धार्मिक मर्यादा में बिना कोई बाधा डाले इसकी घेराबंदी की और लाउड स्पीकर पर निहंग सिंहों को आत्मसमर्पण करने की अपील की। आरोपी नहीं माने और अंदर से पुलिस वालों को गालियां निकालकर धमकाने लगे।
उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने अंदर घुसने की कोशिश की तो वे सिलेंडरों को आग लगा देंगे। इसके बाद एडीजीपी कमांडो पंजाब राकेश चंद्रा की अगुवाई में बड़ी संख्या में कमांडो फोर्स गुरुद्वारे में अंदर दाखिल हुई। इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें एक निहंग सिंह भी घायल हो गया। पुलिस ने मौके से 11 लोगों को गिरफ्तार किया।
पीजीआई के डॉक्टरों ने 7 घंटे 50 मिनट में जोड़ा कटा हाथ
पीजीआई में 7 घंटे 50 मिनट की मेहनत के बाद एएसआई का कटा हाथ फिर से जोड़ दिया गया। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज की हालत अब ठीक है, लेकिन रिकवरी में थोड़ा समय लगेगा। पटियाला में वारदात के बाद पुलिस अफसर को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया। वहां से डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया। ऑपरेशन सुबह 10 बजे शुरू किया गया। डॉक्टरों ने एएसआई के हाथ की नसों और हड्डियों को थ्री के वायर और प्लास्टिक सर्जरी की मदद से दोबारा जोड़ा। प्लास्टिक सर्जरी टीम में सीनियर डॉक्टर सुनील गाबा और डॉक्टर जेरी आर रोहन के अलावा सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर सूरज नायर, डॉक्टर मयंक, डॉ. चंद्रा और डॉ. शुभेंद शामिल थे। वहीं, एनेस्थीसिया टीम में सीनियर रेजिडेंट डॉ. अंकुर, डॉ. अभिषेक और डॉ. पूर्णिमा शामिल थीं।
कटे हाथ को अपने दूसरे हाथ में पकड़ा और स्कूटी पर बैठ पहुंच गए अस्पताल
सन्नौर रोड सब्जी मंडी के बाहर निहंग सिंहों द्वारा किए हमले में तेजधार हथियार से एएसआई हरजीत सिंह का दाया हाथ उनके बाजू से अलग हो गया था, इसके बावजूद हरजीत सिंह का हौसला नहीं टूटा। वह आरोपियों से भिड़ते रहे और बाद में अपने कटे हाथ को दूसरे हाथ में लेकर अपने एक साथी मुलाजिम की मदद से एक्टिवा पर बैठकर राजिंदरा अस्पताल पहुंच गए।निहंग सिंहों ने तेजधार हथियार से वार करके एएसआई हरजीत सिंह का दायां हाथ उनकी बाजू से ही अलग कर दिया था लेकिन हरजीत अपने एक हाथ से ही निहंग सिंहों को रोकते रहे।
आरोपियों के भागने के बाद एएसआई ने अपने बाएं हाथ में कटे दाएं हाथ को उठाया। एंबुलेंस का इंतजार किए बिना वह उन्होंने अपने एक साथी को आवाज देकर कहा कि वह उनकी स्कूटी ला दें। वह खुद ही राजिंदरा अस्पताल जाएंगे। जब एएसआई हरजीत सिंह अस्पताल पहुंचे, तो वहां डॉक्टर भी उनके हौसले को देखकर दंग रह गए। तुरंत वहां से एंबुलेंस के जरिये हरजीत सिंह को पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिया गया।
इन्हें किया गया गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों में डेरा प्रमुख बलविंदर सिंह (50) निवासी गांव करहाली पटियाला, बंत सिंह उर्फ काला (50) निवासी गांव आलोवाल, जगमीत सिंह (22) निवासी गांव अमरगढ़ जिला संगरूर, जगमीत सिंह की पत्नी सुखप्रीत कौर (25), गुरदीप सिंह (24) निवासी जैन मोहल्ला समाना, नना, जंगीर सिंह (75) निवासी गांव प्रतापगढ़ पटियाला, मनिंदर सिंह (29) निवासी गांव महमूदपुर अमलोह, जसवंत सिंह (55) निवासी चमारू घन्नौर, दर्शन सिंह निवासी धीरू माजरी पटियाला और निरभै सिंह शामिल है। इनमें निरभै सिंह को गोली लगी है और वह अस्पताल में दाखिल है। आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में थाना पसियाना और सदर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।
भारी मात्रा में हथियारों समेत 39 लाख की नकदी बरामद
आरोपियों से एक एयर गन, एक 32 बोर की देसी पिस्तौल, तीन कारतूस व एक खाली, एक 12 बोर की पिस्तौल, एक 9 एमएम की पिस्तौल, सात गोलियां और कारतूस भी बरामद किए हैं। इसके अलावा 10 तलवारें, लोहे की दो रॉड, चार धारी मंडासा, एक तीर कमान, चार भाले, चार मुखिया भाला, एक लोहे का सुंबा, सात बोरी भांग, 39 लाख की नकदी और टाटा जेनन व ईसुजु गाड़ी बरामद की गई है।
धमाके करने की साजिश रच रहे थे निहंग, खेतों में भी आग लगाने की थी योजना
पुलिस मुलाजिमों पर जानलेवा हमला करने वाले निहंग सिंहों के इरादे बेहद खतरनाक थे। गुरुद्वारा खिचड़ी साहिब के रिहायशी क्वार्टरों में छिपे निहंग सिंहों ने साजिश रची थी कि अगर पुलिस और कमांडो फोर्स अंदर घुसे, तो धमाके किए जाएंगे। इसके लिए उन्होंने आठ गैस सिलिंडरों को गुरुद्वारे की चारदिवारी के पास लगा दिया था। इसके अलावा आरोपियों की गुरुद्वारे के साथ लगते खेतों में खड़ी गेहूं की फसलों में आग लगाने की योजना थी।
गुरुद्वारे के पास पड़ते गेहूं के खेतों में भी आग लगाने की थी योजना
पुलिस मुलाजिमों पर जानलेवा हमला करने वाले निहंग सिंहों की और भी कई खतरनाक प्लानिंग थीं। पटियाला-चीका रोड पर गांव बलवेड़ा के पास गुरुद्वारा खिचड़ी साहिब के रिहायशी क्वार्टरों में छिपे निहंग सिंहों ने साजिश रची थी कि अगर घेराबंदी के बाद पुलिस और कमांडो फोर्स अंदर घुसे, तो धमाके किए जाएंगे। इसके लिए निहंग सिंहों ने गुरुद्वारा साहिब के लंगर हॉल में मौजूद आठ गैस सिलेंडरों को लेकर गुरुद्वारे की चारदिवारी के पास लगा दिया था।
साथ ही मौके से पुलिस को दो पेट्रोल बम, 10 माचिस की डिब्बियां और संदिग्ध केमिकल की 38 बोतलें भी बरामद हुई हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की गुरुद्वारे के साथ लगते खेतों में खड़ी गेहूं की फसलों में आग लगाने की योजना थी। एसएसपी ने बताया कि हवा का बहाव गुरुद्वारा साइड को था, जिस कारण एक तो आरोपी इन गैस सिलेंडरों में आग नहीं लगा सके। ऊपर से पुलिस व कमांडो फोर्स ने भी बेहद प्रोफेशनल ढंग से अपने आपरेशन को अंजाम देते हुए और गुरुघर की मर्यादा में किसी प्रकार की बाधा न डालते हुए सभी आरोपियों को पकड़ लिया।
एसएसपी ने बताया कि गुरुद्वारे की घेेराबंदी के बाद जब उन्होंने नजदीकी अकाल एकेडमी की इमारत पर चढ़कर लाउड स्पीकर से निहंग सिंहों को सरेंडर करने की अपील की तभी उन लोगों ने धमकी दी थी कि अगर उन पर हाथ डाला गया, तो बहुत बड़े धमाके होंगे। पुलिस को जान से मारने की धमकियां भी दी गई थीं। तब पुलिस इस बात को समझी नहीं। बाद में अंदर घुसने पर जब सब तैयारी देखी, तो पुलिस भी दंग रह गई। एसएसपी ने खुलासा किया कि जब गुरुद्वारे की घेराबंदी की हुई थी, तो अंदर से चीखों की आवाज सुनाई दी। इसी बीच गोली भी चली। लगा कि शायद निहंग सिंहों ने किसी को पकड़ कर अंदर बंदी बना रखा है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत अपना आपरेशन शुरू कर दिया।
पुलिस को मौके से भांग की साढ़े 6 बोरियां भी बरामद की हैं। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने गुरुद्वारे के पास पड़ी जमीन में नाजायज ढंग से नशे की खेती भी कर रखी है। इस संबंध में भी उनके खिलाफ पर्चा दर्ज किया गया है। साथ ही नशे की व्यापारिक मात्रा की रिकवरी के कारण आरोपियों की संपत्तियां भी जब्त की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इन निहंग सिंहों को गांव में कोई पसंद नहीं करता था। इनकी गतिविधियां असामाजिक रही हैं। आपरेशन के दौरान एसएसपी, उनके निजी सुरक्षा गार्ड समेत कुछ और पुलिस मुलाजिमों को चोटें लगी हैं।