न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Updated Thu, 12 Nov 2020 07:44 PM IST
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शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या की सीबीआई जांच और मृतक के परिवार को सुरक्षा की मांग पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने केंद्र और पंजाब सरकार और फिरोजपुर रेंज के आईजी सहित अन्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। 16 अक्तूबर को पंजाब के तरनतारन जिले में हमलावरों ने बलविंदर संधू की हत्या कर दी थी। उनकी विधवा जगदीश कौर संधू जो खुद एक शौर्य चक्र विजेता हैं, उन्होंने अपने पति की हत्या की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश जारी करने की अपील की है।
उन्होंने आशंका जताई कि पंजाब पुलिस के कुछ अधिकारी असामाजिक तत्वों से जुड़े हैं। ऐसे में उन्हें राज्य पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं है। याची ने केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों से परिवार को सुरक्षा प्रदान करने के लिए निर्देश देने की भी मांग की है।
याची ने कहा कि उस पर और उसके परिवार पर हमला हो सकता है। याचिकाकर्ता ने पंजाब पुलिस के उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, जिनके निर्देश पर उनके परिवार की सुरक्षा वापस ली गई, जिस कारण पति ही हत्या हुई। 1984 के बाद पंजाब आतंकवाद की गिरफ्त में था तो उनके पति बलविंदर सिंह संधू और पूरा परिवार आतंकवाद के खिलाफ खड़ा था और कभी भी अपनी जान और माल की परवाह नहीं की।
1990-1991 में आतंकवादियों ने उन पर कई बार हमले किए गए लेकिन उन्होंने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और कभी भी ऐसे हमलों के डर से पीछे नहीं हटे। यह उनकी बहादुरी थी जिस कारण राष्ट्रपति ने 1993 में उनके परिवार के चार सदस्यों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया था।
शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या की सीबीआई जांच और मृतक के परिवार को सुरक्षा की मांग पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने केंद्र और पंजाब सरकार और फिरोजपुर रेंज के आईजी सहित अन्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। 16 अक्तूबर को पंजाब के तरनतारन जिले में हमलावरों ने बलविंदर संधू की हत्या कर दी थी। उनकी विधवा जगदीश कौर संधू जो खुद एक शौर्य चक्र विजेता हैं, उन्होंने अपने पति की हत्या की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश जारी करने की अपील की है।
उन्होंने आशंका जताई कि पंजाब पुलिस के कुछ अधिकारी असामाजिक तत्वों से जुड़े हैं। ऐसे में उन्हें राज्य पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं है। याची ने केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों से परिवार को सुरक्षा प्रदान करने के लिए निर्देश देने की भी मांग की है।
याची ने कहा कि उस पर और उसके परिवार पर हमला हो सकता है। याचिकाकर्ता ने पंजाब पुलिस के उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, जिनके निर्देश पर उनके परिवार की सुरक्षा वापस ली गई, जिस कारण पति ही हत्या हुई। 1984 के बाद पंजाब आतंकवाद की गिरफ्त में था तो उनके पति बलविंदर सिंह संधू और पूरा परिवार आतंकवाद के खिलाफ खड़ा था और कभी भी अपनी जान और माल की परवाह नहीं की।
1990-1991 में आतंकवादियों ने उन पर कई बार हमले किए गए लेकिन उन्होंने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और कभी भी ऐसे हमलों के डर से पीछे नहीं हटे। यह उनकी बहादुरी थी जिस कारण राष्ट्रपति ने 1993 में उनके परिवार के चार सदस्यों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया था।