Surya Grahan 4 December 2021 LIVE Updates: Sun Solar Eclipse Sutak Time Today: आज मार्गशीर्ष अमावस्या की तिथि और साल 2021 का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह सू्र्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार सुबह करीब 11 बजे से आरंभ हो जाएगा और दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर खत्म हो जाएगा। यह ग्रहण साल 2021 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण है। इसके पहले 10 जून को साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण लगा था। इस आखिरी सूर्य ग्रहण से पहले 19 नवंबर 2021 को चंद्र ग्रहण भी लगा था। ज्योतिष गणना और हिंदू पंचांग के अनुसार यह सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा। भारत में इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकता है। जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। शास्त्रों में ग्रहण और ग्रहण के कुछ घंटे पहले के समय का शुभ नहीं माना जाता है। सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य और पूजा अनुष्ठान नहीं किया जाता है। आइए जानते हैं इस सूर्य ग्रहण के बारे में सभी तरह की जानकारी और महत्वपूर्ण तथ्य...
Today Surya Grahan 2021 Time: आज आखिरी सूर्य ग्रहण कुछ ही देर के बाद शुरू हो जाएगा। साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिकी, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका में देखा जा सकता है। आज घटने वाली इस खगोलीय घटना को भारत में नहीं देखा जा सकता है। यह सूर्य ग्रहण कुल मिलाकर लगभग चार घंटे तक चलेगा। सूर्य ग्रहण आज दिन में सुबह 10 बजकर 59 मिनट से शुरू हो जाएगा जो दोपहर के 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त हो जाएगा
Surya Grahan 2021: आज साल 2021 का आखिरी सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। इसके पहले 10 जून 2021 को पहला सूर्य ग्रहण लगा था। ग्रहण करीब सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगा। 15 दिनों के अंतराल पर यह दूसरा ग्रहण है। इससे पहले 19 नवंबर 2021 को पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण था। यह आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा। इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लग रहा है।
ग्रहण के समय सूतक काल का धार्मिक महत्व होता है। मान्यताओं के अनुसार जब भी ग्रहण लगता है उसके कुछ घंटों पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतककाल का समय शुभ नहीं होता है इसलिए इस दौरान किसी भी तरह का कोई भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ नहीं किया जाता है। सूर्य ग्रहण के समय 12 घंटे पहले से सूतक काल लग जाता है। भारत में इस ग्रहण को देखा नहीं जा सकेगा इस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
ज्योतिष शास्त्र के नजरिए से साल के इस आखिरी सूर्य ग्रहण पर पांच ग्रहों का पंच ग्रही योग भी बन रहा है। इसके अलावा 75 साल बाद अगहन माह की शनि अमावस्या पर सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है। पंच ग्रहों में आज सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध और केतु का संयोग बन रहा है। इससे पहले इस तरह का संयोग आज से 75 साल पहले यानी 23 नवंबर 1946 को बना था।
कुछ ही घंटे बाद लगने वाला साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका और दक्षिण महासागर में पूर्ण सूर्य ग्रहण जबकि दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आंशिक सूर्यग्रहण देखा जा सकेगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार आज का सूर्य ग्रहण शनि अमावस्या के शुभ संयोग के साथ पड़ रहा है। करीब इस तरह का संयोग 20 साल के बाद बन रहा है जब सूर्य ग्रहण और मार्गशीर्ष माह में शनि अमावस्या के साथ है।
धार्मिक नजरिए से अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। अमावस्या तिथि पर स्नान, दान और ध्यान का विशेष महत्व होता है। आज सूर्य ग्रहण के साथ शनि अमावस्या का संयोग बन रहा है। अगहन माह की शनैश्चरी अमावस्या तिथि का आरंभ 03 दिसंबर की शाम करीब 05 बजे से हो गई थी जो आज दोपहर के करीब 01 बजकर 15 मिनट तक रहेगी।
Surya Grahan In India Date And Time: आज अमावस्या तिथि है और आज ही कुछ देर के बाद साल 2021 का आखिरी और दूसरा सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा। भारतीय समय के अनुसार ग्रहण का शुरुआत करीब 10 बजकर 59 मिनट से हो जाएगी जिसका समापन दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर होगी। यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। यह सूर्यग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा जिसकी वजह से इसका सूतककाल मान्य नहीं होगा।
Surya Grahan 2021 Timing: शास्त्रों में ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना गया है। ग्रहण का बुरा प्रभाव जातको के जीवन में हमेशा पड़ता है इसी कारण से ग्रहण के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। आज सूर्य ग्रहण सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगा।
- ग्रहण काल के समय और सूतक लगने पर भगवान की मूर्तियों को न छुए।
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर और ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को न छुए।
- ग्रहण में किसी भी तरह का कोई नया और शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप करना चाहिए।
- ग्रहण में भोजन पकाना और खाना दोनों ही वर्जित होता है।
- ग्रहण के बाद गंगाजल को पानी में डालकर स्नान करें और दान अवश्य करें।
Effect Of Surya Grahan 2021 On Rashi: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण की घटना को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। ज्योतिष के अनुसार जब भी ग्रहण पड़ता है चाहे वह सूर्य ग्रहण हो या चंद्रग्रहण इसका सभी राशियों पर शुभ-अशुभ दोनों तरह का प्रभाव देखने को मिलता है। आज लगने वाला सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है जिसका सबसे ज्यादा असर इसी राशि पर पड़ेगा। कहने का मतलब यह है कि जब सूर्य शुरू होगा तब सूर्य वृश्चिक राशि में मौजूद रहेंगे। इस सूर्य ग्रहण का शुभ प्रभाव इन राशियों के जातकों पर पड़ेगा।
वृष राशि- आपके लिए यह सूर्यग्रहण शुभ रहेगा। करियर में आपको ऊंचा पद और मान सम्मान हासिल होगा।
मिथुन राशि- आखिरी सूर्यग्रहण आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा। यह आपके जीवन में सुख और समृद्धि लेकर आने वाला है।
कन्या राशि- आपके द्वारा लिए गए फैसले सही साबित होंगे। आर्थिक संपन्नता मिलेगी। कार्यों में सफलता हासिल होगी। नौकरी में प्रमोशन के योग हैं।
धनु राशि- इस राशि के जातकों को तरक्की के साथ अपनों से बहुत ज्यादा मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होगी।
मीन राशि- यह सूर्य ग्रहण मीन राशि के लोगों के परिवार में कई तरह की खुशियां लेकर आ रहा है। आर्थिक उन्नति होगी।
Surya Grahan 2021: खगोल और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आज यानी 04 दिसंबर 2021 का दिन बहुत ही खास है। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण ( Surya Grahan 2021)और शनि अमावस्या दोनों ही एक साथ है। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत ही विशेष महत्व होता है। अमावस्या तिथि पर ही सभी नौ ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाले शनि ग्रह का जन्म हुआ था इसी के साथ शनिवार का दिन शनिदेव को प्रसन्न करने का दिन होता है। ऐसे में सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या पर शनिदेव की कृपा पाने का विशेष दिन है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय
- शनिदेव के आराध्य भगवान शिव हैं। शनि दोष की शांति के इस दिन शनिदेव की पूजा के साथ-साथ शिवजी पर काले तिल मिले हुए जल से 'ॐ नमः शिवाय' का उच्चारण करते हुए अभिषेक करना चाहिए।
- शनिदेव की प्रसन्नता के लिए जातक को शनिवार के दिन व्रत रखना चाहिए एवं गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए,ऐसा करने से जीवन में आए संकट दूर होने लगते हैं।
- शनिदेव, हनुमानजी की पूजा करने वालों से सदैव प्रसन्न रहते हैं,इसलिए इनकी कृपा पाने के लिए शनि पूजा के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए।
- शनि अमावस्या पर पीपल की जड़ में जल चढ़ाने,तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है।
- शनिदेव के दिव्य मंत्र ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का इस दिन जप करने से प्राणी भयमुक्त रहता है।
Surya Grahan 2021: अब से कुछ ही देर बाद साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा। पंचांग गणना के अनुसार यह ग्रहण अगहन महीने की अमावस्या तिथि पर है। ग्रहण के दौरान सूर्य देव वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में भ्रमण पर रहेंगे। भारत में इस सूर्य ग्रहण को देखा नहीं जा सकेगा, इस कारण से सूतक काल का प्रभाव नहीं रहेगा। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। खगोल शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी तीनों एक सीध में आ जाते हैं तब कुछ देर लिए सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है और अंधेरा छा जाता है। इस घटना को घटना को ही पूर्ण सूर्य ग्रहण कहते हैं।
Surya Grahan 2021: साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 10 बजकर 59 मिनट से शुरू हो जाएगा। यह सूर्यग्रहण करीब 4 घंटे तक चलेगा। ग्रहण की समाप्ति दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर होगी। इस सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। सूर्यग्रहण ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका और अंटार्कटिका में दिखाई देगा। भारत में ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं होने की वजह से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
Surya Grahan 2021 Impact: साल का अंतिम सूर्य ग्रहण शनिश्चरी अमावस्या को दिन में 10.59 पर शुरू होगा, इसकी उच्चतम अवस्था 13.04 तक और समाप्ति मध्याह्न काल 3.07 पर होगी। यह ग्रहण ज्येष्ठा नक्षत्र और वृश्चिक राशि में पड़ेगा। ग्रहण के समय ब्रह्माण्ड में मकर लग्न होगा। यह ग्रहण, जल तत्व की राशि वृश्चिक में पड़ेगा, इसमें केतु, सूर्य, चन्द्र, अस्त बुध स्थित हैं। वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल, राशि से 12वें भाव में स्थित है, और शनि से दृष्ट है, ये मंगल शनि को भी चौथी दृष्टि से प्रभावित कर रहा है। इसलिए यह अशुभ ग्रहण योग सत्ता, उनके शीर्ष नेतृत्व, मीडिया, न्याय व्यवस्था, धर्मगुरुओं, धार्मिक, संवैधानिक संस्थानों के महत्वपूर्ण व्यक्तियों के लिए आने वाला समय चुनौती भरा और अनेक प्रकार के संकट देने वाला होगा। देश में सुप्रीम कोर्ट के अत्यंत सख्त दंडात्मक, संवैधानिक फैसले सरकार, प्रशासन के लिए अनेक संकट पैदा कर सकते हैं।
सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा, लेकिन जो लोग इस सूर्य ग्रहण का नजारा देखना चाहते हैं वे NASA की आधिकारिक वेबसाइट और You Tube पर लाइव स्ट्रीम देख सकते हैं। भारतीय समय के अनुसार लगभग 11 बजे सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा और दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
आज पूरी दुनिया के लिए साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है। सूर्य ग्रहण का एक तरफ जहां वैज्ञानिक महत्व है तो वहीं दूसरी तरफ इसका पौराणिक महत्व भी है।पौराणिक कथाओं में सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण की घटना को राहु-केतु के द्वारा ग्रास करने के तौर पर देखा जाता है। राहु और केतु दोनों ही छाया ग्रह और राक्षस गण से संबंध रखते हैं। कथा के अनुसार जब समुद्र मंथन के दौरान निकले अमृत को भगवान विष्णु मोहिनी का रूप धारण कर सभी देवताओं को पिला रहे तो राहु और केतु इस बात को जान गए कि भगवान विष्णु सिर्फ देवताओं को ही अमृतपान करा रहे हैं। तब दोनों पापी ग्रह चुपके से जाकर देवताओं की पंक्ति में जाकर मोहिन के हाथों से अमृतपान कर लिया था। अमृतपान करने के दौरान चंद्रमा और सूर्यदेव ने यह देख लिया था, यह बात जैसे ही भगवान विष्णु को पता चली उन्होंने तुरंत ही अपने सुदर्शन चक्र से राक्षस का सिर धड़ से अलग कर दिया। तभी से राहु और केतु समय-समय पर सूर्य और चंद्रमा पर ग्रहण लगाते आ रहे हैं।
अब सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। यह ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में है। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण दोपहर 11 बजे से शुरू होकर दोपहर 03 बजकर 07 मिनट तक चलेगा। ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य और धरती के बीच आने की वजह से सूर्य की रोशनी धरती पर नहीं पहुंच पाएगी।
आपके लिए साल 2022 कैसा रहेगा? यहां जानिए
साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण लग चुका है। यह ग्रहण प्रातः 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गया है। यह ग्रहण दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर खत्म होगा। कुल मिलकर यह सूर्य ग्रहण करीब 4 घंटे 8 मिनट तक लगा रहेगा। अंटार्कटिका में सूर्य ग्रहण सबसे अच्छा दिखेगा। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों, न्यूजीलैंड और चिली में रहने वाले लोगों को भी ग्रहण की झलक देखने को मिल सकती है।
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण सुबह लगभग 11 बजे आरंभ हो चुका है। इस ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे की है। यह सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका समेत दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया जैसे देशों में लग रहा है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसें देशों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दे सकता है। हालांकि यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आ रहा है। जो लोग इस सूर्य ग्रहण का नजारा देखना चाहते हैं वे NASA की आधिकारिक वेबसाइट और You Tube पर लाइव स्ट्रीम देख सकते हैं।
अब सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। यह ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में है। ज्योतिषविदों के अनुसार ग्रहण के दौरान सूर्य और केतु का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की संभावना बनती दिख रही है। राजनैतिक रूप से उथल-पुथल के संयोग भी बनते नजर आ रही हैं। यह ग्रहण दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगा।
साल के इस आखिरी सूर्य ग्रहण पर पांच ग्रहों का पंच ग्रही योग भी बन रहा है। पंच ग्रहों में आज सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध और केतु का संयोग बन रहा है। इससे पहले इस तरह का संयोग आज से 75 साल पहले यानी 23 नवंबर 1946 को बना था। आज के इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 8 मिनट की है।
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साल का आखिरी सूर्य ग्रहण इस समय जारी है। सूर्य ग्रहण 11 बजकर 59 मिनट से आरंभ हुआ है। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा जबकि दुनिया के कुछ हिस्सों में यह आंशिक और कुछ हिस्सों में पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर ग्रहण अपने चरम पर होगा। इसके बाद दोपहर 01 बजकर 04 मिनट पर पूर्ण ग्रहण का नजारा देखा जा सकता है। इसके बाद धीरे-धीरे ग्रहण समाप्ति की ओर बढ़ेगा। दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर ग्रहण खत्म हो जाएगा।
आपके लिए साल 2022 कैसा रहेगा? यहां जानिए
Surya Grahan 2021 Upay: आज शनि अमावस्या और सूर्य ग्रहण का संयोग है। साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण है। इसके पहले 19 नबंबर 2021 को साल का आखिरी चंद्रग्रहण पड़ा था। शास्त्रों में ग्रहण और अमावस्या के दौरान पुण्य और धन लाभ के लिए तिल और अनाज का दान करना शुभ होता है। ऐसा करने से जीवन में परेशानियों का अंत जल्दी हो जाता है।
साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण कब
सूर्य ग्रहण की तिथि: 30 अप्रैल, शनिवार 2022
समय: दोपहर 12:15 से सायं 04:07 बजे तक
कैसा होगा यह ग्रहण: आंशिक ग्रहण
कहां दिखेगा: दक्षिणी/पश्चिमी अमेरिका, पेसिफिक अटलांटिक और अंटार्कटिका में
सूतक काल: सूतक मान्य नहीं
साल 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण की तिथि: 25 अक्तूबर, शनिवार 2022
समय: सायं 04:29 से सायं 05: 42 बजे तक
कैसा होगा यह ग्रहण: आंशिक ग्रहण
कहां दिखेगा: यूरोप, दक्षिणी/पश्चिमी एशिया, अफ्रीका और अटलांटिका
सूतक काल: सूतक मान्य नहीं
सूर्य ग्रहण की घटना को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए फिल्टर ग्लास के चश्में का इस्तेमाल करना सही रहता है। नासा के अनुसार कभी भी एक्सरे लगी हुई शीट के चश्मे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। छोटे बच्चों को सूर्य ग्रहण से दूर रखना चाहिए।
Surya Grahan 2021: अब बस थोड़ी देर बाद साल का आखिरी सूर्य ग्रहण खत्म होने वाला है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण का आखिरी समय महत्वपूर्ण होता है। इस समय में भगवान का ध्यान करते रहना चाहिए। भगवान के मंत्रों का जप करने से सूर्य ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव जीवन में नहीं पड़ता है।
कुछ सूर्य ग्रहण के दौरान पढ़ें जाने वाले मंत्र
तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन।
हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये
प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:॥
ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय
जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा।।
विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिका नन्दना च्युत
दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥
“ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात”
ग्रहण समाप्त होने के बाद जरूर करें ये काम
- सूर्य ग्रहण के समाप्त होने पर मंदिर की साफ-सफाई करें।
- सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करें और पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।
- गंगाजल का छिड़काव करने के बाद सभी दिशाओं में कपूर और गूगल की धूप दिखाएं।
- ग्रहण समाप्त होने के बाद किसी जरूरतमंद या गरीब व्यक्ति को अन्न, फल, सब्जी और वस्त्रों का दान अवश्य करें।
- ग्रहण के दौरान घर में बने भोजन में तुलसी की जो पत्तियां डाली थीं उसे ग्रहण समाप्त होने के बाद निकाल लें।
यह साल का आखिरी सूर्य ग्रहण अब खत्म हो चुका है, इसके बाद अगले साल 2022 में 2 सूर्य ग्रहण लगेंगे जिसमें पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल, शनिवार 2022 को लगेगा और दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्तूबर, मंगलवार 2022 को लगेगा। यह दोनों सूर्य ग्रहण आंशिक होंगे और भारत में नहीं दिखाई देंगे।
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Surya Grahan 4 December 2021 LIVE Updates: Sun Solar Eclipse Sutak Time Today: आज मार्गशीर्ष अमावस्या की तिथि और साल 2021 का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह सू्र्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार सुबह करीब 11 बजे से आरंभ हो जाएगा और दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर खत्म हो जाएगा। यह ग्रहण साल 2021 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण है। इसके पहले 10 जून को साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण लगा था। इस आखिरी सूर्य ग्रहण से पहले 19 नवंबर 2021 को चंद्र ग्रहण भी लगा था। ज्योतिष गणना और हिंदू पंचांग के अनुसार यह सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा। भारत में इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकता है। जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। शास्त्रों में ग्रहण और ग्रहण के कुछ घंटे पहले के समय का शुभ नहीं माना जाता है। सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य और पूजा अनुष्ठान नहीं किया जाता है। आइए जानते हैं इस सूर्य ग्रहण के बारे में सभी तरह की जानकारी और महत्वपूर्ण तथ्य...