2014 के रोहतक के बहुचर्चित ‘बहादुर बहनों’ से छेड़छाड़ के मामले में तीनों आरोपी युवक बाइज्जत बरी हो गए हैं। एसीजेएम हरीश गोयल ने अपने फैसले में ठोस सबूत और गवाह न होने के कारण तीनों युवकों को बरी कर दिया और युवकों से मारपीट करने वाली दोनों बहनों के आरोप खारिज कर दिए। इससे पहले सीबीआई की लैब में हुए लाई डिटेक्टर टेस्ट में भी तीनों आरोपी युवक सच्चे पाए गए थे और आरोप लगाने वाली दोनों बहनें पूजा और आरती को लैब की रिपोर्ट में गलत बताया गया था।