न्यूज डेस्क,अमर उजाला,गाजीपुर
Updated Thu, 13 Jun 2019 07:59 PM IST
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जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 5 जवान शहीद हो गए थे। इसमें गाजीपुर के महेश कुमार कुशवाहा भी शामिल थे। शहीद के पिता गोरखनाथ कुशवाहा को बुधवार सुबह हार्ट अटैक आया था, जो अस्पताल में भर्ती हैं। गुरुवार की सुबह जैसे ही पत्नी निर्मला को पति की शहादत की जानकारी दी, वह बेहोश होकर गिर गईं। हालत खराब होने पर परिवार के लोगों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
गाजीपुर के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के जैतपुरा के रहने वाले महेश कुशवाहा 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। शहीद महेश की जून 2009 में निर्मला से शादी हुई थी, शहीद महेश के दो बच्चे हैं। इनमें एक बेटा आदित्य (6) और बेटी प्रिया (5) है। बेटा कक्षा एक में पढ़ाई करता है तो बेटी एलकेजी में पढ़ाई कर रही है। शादी के बाद 2010 में महेश सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। शहीद महेश होली में छुट्टी पर घर आए थे।
बुधवार सुबह महेश के पिता गोरखनाथ कुशवाहा को दिल का दौरा पड़ा, तो परिजनों ने इसकी जानकारी महेश को दी। महेश ने घर आने के लिए टिकट भी बुक करा लिया था। दोपहर बाद जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की पिकेट पर हमला कर दिया, जिससे अन्य जवानों के साथ महेश भी शहीद हो गए।
रात में करीब आठ बजे शहीद की पत्नी के मोबाइल पर फोन आया। उस समय फोन शहीद के भांजे विनय के पास था, उसे बताया गया कि आतंकवादी हमले में महेश शहीद हो गए हैं। उसने रात में इसकी जानकारी परिवार वालों को नहीं दी। गुरुवार की सुबह जैसे ही पत्नी निर्मला को पति की शहादत की जानकारी दी, वह बेहोश होकर गिर गईं। हालत खराब होने पर परिवार के लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 5 जवान शहीद हो गए थे। इसमें गाजीपुर के महेश कुमार कुशवाहा भी शामिल थे। शहीद के पिता गोरखनाथ कुशवाहा को बुधवार सुबह हार्ट अटैक आया था, जो अस्पताल में भर्ती हैं। गुरुवार की सुबह जैसे ही पत्नी निर्मला को पति की शहादत की जानकारी दी, वह बेहोश होकर गिर गईं। हालत खराब होने पर परिवार के लोगों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
गाजीपुर के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के जैतपुरा के रहने वाले महेश कुशवाहा 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। शहीद महेश की जून 2009 में निर्मला से शादी हुई थी, शहीद महेश के दो बच्चे हैं। इनमें एक बेटा आदित्य (6) और बेटी प्रिया (5) है। बेटा कक्षा एक में पढ़ाई करता है तो बेटी एलकेजी में पढ़ाई कर रही है। शादी के बाद 2010 में महेश सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। शहीद महेश होली में छुट्टी पर घर आए थे।
बुधवार सुबह महेश के पिता गोरखनाथ कुशवाहा को दिल का दौरा पड़ा, तो परिजनों ने इसकी जानकारी महेश को दी। महेश ने घर आने के लिए टिकट भी बुक करा लिया था। दोपहर बाद जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की पिकेट पर हमला कर दिया, जिससे अन्य जवानों के साथ महेश भी शहीद हो गए।
रात में करीब आठ बजे शहीद की पत्नी के मोबाइल पर फोन आया। उस समय फोन शहीद के भांजे विनय के पास था, उसे बताया गया कि आतंकवादी हमले में महेश शहीद हो गए हैं। उसने रात में इसकी जानकारी परिवार वालों को नहीं दी। गुरुवार की सुबह जैसे ही पत्नी निर्मला को पति की शहादत की जानकारी दी, वह बेहोश होकर गिर गईं। हालत खराब होने पर परिवार के लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।