गुरुवार की शाम से शुरू हुई तेज पुरवा हवाओं का दौर देर रात तक जारी रहा। सुबह में साढ़े पांच बजे तक हवाओं की गति जहां सात किलोमीटर प्रति घंटे थी, तो वहीं पर साढ़े 11 बजे रात में बढ़कर 33 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलनी शुरू हो गईं। शुक्रवार को सुबह मौसम कुछ सुहाना बना है लेकिन तेज धूप है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक हवाओं में नमी सुबह के समय 67 फीसद और रात में 82 फीसद रही। मौसम विज्ञानियों के अनुसार रात के वक्त घने काले बादल भी आसमान में मंडराते रहे थे, लेकिन धरातल गर्म होने से वर्षा नहीं हो सकी। बारिश भले ही न हुई हो मगर रात में लोगों ने अपनी छतों व खिड़कियों से कश्मीर जैसी हवाओं का लुत्फ उठाया।
हालांकि कई इलाकों के तेज हवा के कारण बिजली चली गई, इस कारण भी लोग अपने छतों पर थे। मौसम विज्ञानियों व मौसम आंकड़ों के अनुसार रात के दौरान बादलों की ऊंचाई लगभग 600 से 1000 मीटर तक रही। इसके पहले गुरुवार दिन के धूप ने लोगों को खूब छकाया। हालांकि हल्की फुल्की हवा दिन में चल रही थी, मगर गर्मी में कोई राहत नहीं मिली इससे।
वहीं दोपहर में तीन बजे के बाद आसमान बिल्कुल साफ भी हुआ, मगर उसके पहले और बाद में बादलों का पहरा दिखा। बहरहाल ये हवाएं काफी राहत और ठंड देने वाली थी, जिससे रात में लोगों को अपने कमरे के कूलर और एसी बंद करने पड़े।
तापमान की बात करें तो भोर में साढ़े पांच बजे और रात में साढ़े 11 बजे यह एक समान 28.6 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया। पिछले चार दिनों से आसमान में बादलों और सूर्यदेव के बीच चल रही आंख मिचौली के कारण गर्मी से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है। सुबह सूर्योदय के साथ निकली धूप का प्रभाव बढऩे के साथ ही गर्मी का प्रभाव बढऩा शुरू हो गया।
गुरुवार की शाम से शुरू हुई तेज पुरवा हवाओं का दौर देर रात तक जारी रहा। सुबह में साढ़े पांच बजे तक हवाओं की गति जहां सात किलोमीटर प्रति घंटे थी, तो वहीं पर साढ़े 11 बजे रात में बढ़कर 33 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलनी शुरू हो गईं। शुक्रवार को सुबह मौसम कुछ सुहाना बना है लेकिन तेज धूप है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक हवाओं में नमी सुबह के समय 67 फीसद और रात में 82 फीसद रही। मौसम विज्ञानियों के अनुसार रात के वक्त घने काले बादल भी आसमान में मंडराते रहे थे, लेकिन धरातल गर्म होने से वर्षा नहीं हो सकी। बारिश भले ही न हुई हो मगर रात में लोगों ने अपनी छतों व खिड़कियों से कश्मीर जैसी हवाओं का लुत्फ उठाया।
हालांकि कई इलाकों के तेज हवा के कारण बिजली चली गई, इस कारण भी लोग अपने छतों पर थे। मौसम विज्ञानियों व मौसम आंकड़ों के अनुसार रात के दौरान बादलों की ऊंचाई लगभग 600 से 1000 मीटर तक रही। इसके पहले गुरुवार दिन के धूप ने लोगों को खूब छकाया। हालांकि हल्की फुल्की हवा दिन में चल रही थी, मगर गर्मी में कोई राहत नहीं मिली इससे।
वहीं दोपहर में तीन बजे के बाद आसमान बिल्कुल साफ भी हुआ, मगर उसके पहले और बाद में बादलों का पहरा दिखा। बहरहाल ये हवाएं काफी राहत और ठंड देने वाली थी, जिससे रात में लोगों को अपने कमरे के कूलर और एसी बंद करने पड़े।
तापमान की बात करें तो भोर में साढ़े पांच बजे और रात में साढ़े 11 बजे यह एक समान 28.6 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया। पिछले चार दिनों से आसमान में बादलों और सूर्यदेव के बीच चल रही आंख मिचौली के कारण गर्मी से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है। सुबह सूर्योदय के साथ निकली धूप का प्रभाव बढऩे के साथ ही गर्मी का प्रभाव बढऩा शुरू हो गया।