पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
उन्नाव। एक माह पहले शुरू हुआ कोहरे का प्रकोप थाम नहीं है। कोहरे में दृश्यता शून्य हो जाने के कारण इसका सबसे ज्यादा असर रेल व सड़क यातायात पर दिख रहा है। कोहरे में वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं। ट्रेनों की भी रफ्तार पर कोहरे ने ब्रेक -सा लगा दिया है। इसी कारण कई ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही हैं।
लखनऊ-कानपुर के बीच चलने वाली मेमू का भी बुरा हाल है। इसको देखते हुए रेल प्रशासन ने गुरुवार को कानपुर-लखनऊ के बीच चलने वाली 64207 व 64212 मेमू निरस्त कर दिया। इससे दैनिक यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 51813 झांसी पैसेंजर अप व डाउन को 14 फरवरी 2013 तक पहले ही निरस्त किया जा चुका है। वहीं गोरखधाम, कैफियत, आगरा इंटरसिटी, नीलांचल सहित अन्य ट्रेनें घंटों लेट रहीं। पूछताछ खिड़की पर ट्रेनों के आवागमन की जानकारी करने वालों की भारी भीड़ रही।
उन्नाव। एक माह पहले शुरू हुआ कोहरे का प्रकोप थाम नहीं है। कोहरे में दृश्यता शून्य हो जाने के कारण इसका सबसे ज्यादा असर रेल व सड़क यातायात पर दिख रहा है। कोहरे में वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं। ट्रेनों की भी रफ्तार पर कोहरे ने ब्रेक -सा लगा दिया है। इसी कारण कई ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही हैं।
लखनऊ-कानपुर के बीच चलने वाली मेमू का भी बुरा हाल है। इसको देखते हुए रेल प्रशासन ने गुरुवार को कानपुर-लखनऊ के बीच चलने वाली 64207 व 64212 मेमू निरस्त कर दिया। इससे दैनिक यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 51813 झांसी पैसेंजर अप व डाउन को 14 फरवरी 2013 तक पहले ही निरस्त किया जा चुका है। वहीं गोरखधाम, कैफियत, आगरा इंटरसिटी, नीलांचल सहित अन्य ट्रेनें घंटों लेट रहीं। पूछताछ खिड़की पर ट्रेनों के आवागमन की जानकारी करने वालों की भारी भीड़ रही।