शामली। आम बजट में इस बार मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन के निर्माण और दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे लाइन के दोहरीकरण समेत सात हजार करोड़ रुपये की छह परियोजनाओं में से 42.30 करोड़ की धनराशि अवमुक्त हुई है। अब सवाल यह है कि कम बजट में रेलवे परियोजना कैसे पूरी होंगी।
वेस्ट यूपी और हरियाणा को जोड़ने वाली मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन के निर्माण की मांग पिछले 25 सालों से चली आ रही है। बहु प्रतिक्षित इस रेलवे लाइन का शुरुआती दौर की लागत 275 करोड़ से बढ़कर 3500 करोड़ हो गई है। वर्ष 2016 में आम बजट में इस रेलवे लाइन के लिए 2200 करोड़ का बजट का प्रावधान किया गया। दो साल पहले 1097 करोड़ की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन बजट अवमुक्त नहीं किया गया। पिछले वर्ष इस रेलवे लाइन के लिए मेरठ जिले के दौराला से लेकर पानीपत के दीवाना रेलवे स्टेशन तक भूमि का चिन्हांकन करते हुए पिलर लगाए गए थे।
इस बार रेल मंत्रालय की ओर से रेलवे लाइन के लिए महज 30 लाख की धनराशि अवमुक्त की गई। ऐसे में 3500 करोड़ रुपये की परियोजना की शुरूआत कैसे होगी। दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे मार्ग के दोहरीकरण की मांग लंबे अर्से से चली आ रही है। वर्ष 2016 के आम बजट में रेल मंत्रालय की ओर से 750 करोड़ रुपये की परियोजना का बजट का प्रावधान किया गया था। छह सालों से इसका बजट अवमुक्त नहीं किया गया। इस बार रेल मंत्रालय की ओर से 750 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए मात्र दस करोड़ की धनराशि अवमुक्त हुई है।
बुढ़ाना रोड पर उपरिगामी पुल बनने का रास्ता साफ
दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे मार्ग पर बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर उपरिगामी पुल बनने का रास्ता लंबे अर्से के बाद साफ हुआ है। फाटक संख्या 89 और धीमानपुरा रेलवे फाटक 90 पर पिछले कई सालों से जाम लगने से रेलवे फ्लाईओवर के निर्माण की मांग चली आ रही है। शहर के धीमानपुरा रेलवे फाटक पर फ्लाईओवर व्यापारियों के विरोध के चलते नहीं बन पाया। वर्ष 2016 के रेलवे मंत्रालय की ओर से फ्लाईओवर निर्माण के लिए कुल 29.24 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया गया। बुढ़ाना रेलवे फ्लाईओवर का निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सेतु निगम को जिम्मेदारी दी गई थी। इसके लिए शामली चीनी मिल से 15 करोड़ रुपये में भूमि खरीदने का प्रस्ताव सेतु निगम ने शासन को भेजा था। बाद में मेरठ-करनाल हाईवे एनएचएआई की हस्तांतरित कर दिया गया था।
एनएचएआई ने फाटक पर फ्लाईओवर कार्य परियोजना में शामिल नहीं किया और यह अधर में लटक गया। परियोजना में पहले यह फ्लाईओवर राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से बनाया जाना था। इस बार बजट में इस फ्लाईओवर को रेलवे या राज्य सरकार बनाएगी, यह कहना कठिन है। इसी प्रकार दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे फाटक नंबर-28 बागपत रोड के लिए दस करोड़ रुपये, अहेडा गांव में चमरावल रोड पर पर रेलवे फ्लाईओवर के लिए दस करोड़ जारी किए हैं।
आम बजट 2023 में रेलवे परियोजना की अवमुक्त धनराशि
1- मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन -30 लाख रुपये।
2- दिल्ली- शामली-सहारनपुर रेलवे मार्ग के दोहरीकरण - 10 करोड़ रुपये।
3- शामली रेलवे स्टेशन पर सिग्नल कार्य -2 करोड़ रुपये।
4-शामली में बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज -10 करोड़ रुपये।
5- दिल्ली- शामली-सहारनपुर रेलवे फाटक नंबर-28 पर ओवरब्रिज -10 करोड़ रुपये।
6- दिल्ली- शामली-सहारनपुर मार्ग फाटक नंबर-25 पर ओवरब्रिज - 10 करोड़ रुपये।
वर्जन.........
आम बजट में पश्चिम में रेलवे की छह परियोजनाओं के लिए रेल मंत्रालय की ओर टोकन मनी जारी किए जाने का स्वागत है। शुरुआती दौर में कम बजट जारी करके मोदी सरकार ने परियोजनाओं को शुरूआत की ओर कदम बढ़ाया है।- प्रदीप चौधरी, भाजपा सांसद कैराना।

शामली रेलवे स्टेशन

शामली रेलवे स्टेशन

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