सहारनपुर। चंद्रयान टू को लेकर योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण और साधकों ने मोक्षायतन योग आश्रम में विशेष यज्ञ का आयोजन किया, जो चंद्रयान टू के आर्बिटर के लैंडर से संपर्क के लिए किया गया।
योग गुरु स्वामी भारत भूषण के मोक्षायतन योग आश्रम में साधकों ने ध्यान के माध्यम से और यज्ञ के माध्यम से विशेष प्रार्थना एवं यज्ञ किया। इसके पश्चात योग गुरु ने कहा कि इंसान धरती पर ध्यान अवस्थित रहकर परमात्मा से संपर्क जोड़ सकता है। एक मां हजारों मील दूर बैठे बच्चे से भाव तरंगों के माध्यम से संपर्क जोड़ सकती हैं, निर्मल मन से जुड़े दो प्रेमी भाव तरंगों से एक दूसरे से जुड़े रह सकते हैं तो भला यह सब संभव क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि चंद्रयान 2 के आर्बिटर का लैंडर से संपर्क अवश्य होगा। आश्रम में साधकों द्वारा विशेष यज्ञ और भाव तरंगों के साथ की गई प्रार्थना निरर्थक नहीं जाएगी।
गौरतलब है कि चंद्रयान टू की लैंडिंग का समय निकल जाने के बाद रात दो बजकर पचास मिनट पर ही योगी भारत भूषण ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री व इसरो को अपना विश्वास जाहिर किया था कि डाटा अध्ययन किया जा रहा है। मैं प्रतीक्षारत हूं, चंद्रयान से संपर्क जोड़ने की अच्छी खबर मिलेगी और हम सब कहेंगे कमाल हो गया। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें अहंकार की प्रतीक नहीं, परमसत्ता के प्रति विश्वास व समग्र एकाग्रता से की गई प्रार्थना से जुड़ी होती हैं।
इस विशेष यज्ञ के ब्रह्मा योगी भारत भूषण रहे जबकि आचार्य का दायित्व इसरो वैज्ञानिक श्वेता के पिता व जैमिन के ससुर व आश्रम के वरिष्ठ योग साधक चिकित्सक डॉक्टर अशोक गुप्ता ने तथा यजमान के रूप में बालक रमन शर्मा के साथ आश्रम के सभी नियमित साधकों ने वैदिक ऋचाओं के माध्यम से प्रार्थना की। अधिष्ठाता एनके शर्मा, यज्ञ व ध्यान प्रमुख विजय सुखीजा, ललित वर्मा, विजेंद्र शर्मा, साधिका खुशबू व महक, राजीव व कीर्ति आनंद दंपति, ललित वाधवा,ब्रह्मचारी नारायण वर्मा, आचार्य प्रदीप कंबोज व अभियंता अमरनाथ, अरविंद शर्मा आदि सम्मिलित रहे।
सहारनपुर। चंद्रयान टू को लेकर योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण और साधकों ने मोक्षायतन योग आश्रम में विशेष यज्ञ का आयोजन किया, जो चंद्रयान टू के आर्बिटर के लैंडर से संपर्क के लिए किया गया।
योग गुरु स्वामी भारत भूषण के मोक्षायतन योग आश्रम में साधकों ने ध्यान के माध्यम से और यज्ञ के माध्यम से विशेष प्रार्थना एवं यज्ञ किया। इसके पश्चात योग गुरु ने कहा कि इंसान धरती पर ध्यान अवस्थित रहकर परमात्मा से संपर्क जोड़ सकता है। एक मां हजारों मील दूर बैठे बच्चे से भाव तरंगों के माध्यम से संपर्क जोड़ सकती हैं, निर्मल मन से जुड़े दो प्रेमी भाव तरंगों से एक दूसरे से जुड़े रह सकते हैं तो भला यह सब संभव क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि चंद्रयान 2 के आर्बिटर का लैंडर से संपर्क अवश्य होगा। आश्रम में साधकों द्वारा विशेष यज्ञ और भाव तरंगों के साथ की गई प्रार्थना निरर्थक नहीं जाएगी।
गौरतलब है कि चंद्रयान टू की लैंडिंग का समय निकल जाने के बाद रात दो बजकर पचास मिनट पर ही योगी भारत भूषण ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री व इसरो को अपना विश्वास जाहिर किया था कि डाटा अध्ययन किया जा रहा है। मैं प्रतीक्षारत हूं, चंद्रयान से संपर्क जोड़ने की अच्छी खबर मिलेगी और हम सब कहेंगे कमाल हो गया। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें अहंकार की प्रतीक नहीं, परमसत्ता के प्रति विश्वास व समग्र एकाग्रता से की गई प्रार्थना से जुड़ी होती हैं।
इस विशेष यज्ञ के ब्रह्मा योगी भारत भूषण रहे जबकि आचार्य का दायित्व इसरो वैज्ञानिक श्वेता के पिता व जैमिन के ससुर व आश्रम के वरिष्ठ योग साधक चिकित्सक डॉक्टर अशोक गुप्ता ने तथा यजमान के रूप में बालक रमन शर्मा के साथ आश्रम के सभी नियमित साधकों ने वैदिक ऋचाओं के माध्यम से प्रार्थना की। अधिष्ठाता एनके शर्मा, यज्ञ व ध्यान प्रमुख विजय सुखीजा, ललित वर्मा, विजेंद्र शर्मा, साधिका खुशबू व महक, राजीव व कीर्ति आनंद दंपति, ललित वाधवा,ब्रह्मचारी नारायण वर्मा, आचार्य प्रदीप कंबोज व अभियंता अमरनाथ, अरविंद शर्मा आदि सम्मिलित रहे।