सब हेड..
दस तक घोषणा पत्र नहीं भरने पर हो जाएगा गन्ने का सट्टा बंद
पर्ची जारी नहीं होगी, शुगर मिल में गन्ने की सप्लाई नहीं कर सकेंगे किसान
संवाद न्यूज एजेंसी
सहारनपुर। जनपद के 49 हजार से अधिक गन्ना किसानों ने अभी तक अपना घोषणापत्र नहीं भरा है। शासन ने घोषणापत्र भरने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर दस दिसंबर कर दिया है। यदि इस अवधि में घोषणापत्र नहीं भरा तो संबंधित किसान का गन्ने का सट्टा बंद हो सकता है। इससे किसान की पर्चियां जारी नहीं होंगी और वह शुगर मिल में गन्ना सप्लाई नहीं कर पाएगा।
जनपद में 1.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ने की खेती हो रही है। जिले के 141969 किसान छह शुगर मिलों को गन्ने की सप्लाई करते हैं। गन्ना विभाग के सर्वे के बाद किसानों को स्वयं अपना घोषणा पत्र ऑनलाइन भरना था। इसमें अपनी खतौनी, गन्ने का रकबा और सट्टा आदि प्रपत्र अप लोड करने हैं। कई बार तारीख बढ़ाने के बाद भी जनपद के मात्र 92794 किसानों ने ही अभी तक अपना घोषणा पत्र ऑनलाइन भरा है। जबकि 49175 किसान ने अभी भी घोषणापत्र भरने से वंचित हैं। गन्ना विभाग ने सभी किसानों के घोषणापत्र भरवाने के लिए इसकी अंतिम तारीख को कई बार बढ़ाया। ऑनलाइन घोषणापत्र भरने की अंतिम तिथि पहले 30 सितंबर थी, इसके बाद इसे बढ़ाकर 30 नवंबर कर दिया। इसके बाद भी जब किसानों के घोषणापत्र भरने शेष रह गए तो इसकी अंतिम तारीख को बढ़ाकर दस दिसंबर कर दिया। गन्ना विभाग के सूत्रों के अनुसार घोषणा पत्र नहीं भरने वाले किसानों के गन्ने का सट्टा बंद हो सकता है।
वर्जन --
जिन गन्ना किसानों ने अभी तक घोषणापत्र नहीं भरा है, वे जल्द इसे भर दें। यदि दस दिसंबर तक घोषणापत्र नहीं भरा तो संबंधित किसान के गन्ने का सट्टा बंद हो जाएगा। इससे किसानों को काफी नुकसान होगा। - कृष्ण मोहन मणि त्रिपाठी, जिला गन्ना अधिकारी।
जनपद में घोषणा पत्र भरने वाले किसान --
समिति -------- किसान -------- घोषणा पत्र भरे
सहारनपुर ------ 39032 --------- 26112
देवबंद ---------- 36365 --------- 25665
नानौता --------- 30185 --------- 18934
बेहट ----------- 12640 --------- 6514
सरसावा -------- 23747 --------- 15569
योग ------------ 141969 -------- 92794
नोट: गन्ना विभाग के सात दिसंबर के आंकड़ों के अनुसार।
सब हेड..
दस तक घोषणा पत्र नहीं भरने पर हो जाएगा गन्ने का सट्टा बंद
पर्ची जारी नहीं होगी, शुगर मिल में गन्ने की सप्लाई नहीं कर सकेंगे किसान
संवाद न्यूज एजेंसी
सहारनपुर। जनपद के 49 हजार से अधिक गन्ना किसानों ने अभी तक अपना घोषणापत्र नहीं भरा है। शासन ने घोषणापत्र भरने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर दस दिसंबर कर दिया है। यदि इस अवधि में घोषणापत्र नहीं भरा तो संबंधित किसान का गन्ने का सट्टा बंद हो सकता है। इससे किसान की पर्चियां जारी नहीं होंगी और वह शुगर मिल में गन्ना सप्लाई नहीं कर पाएगा।
जनपद में 1.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ने की खेती हो रही है। जिले के 141969 किसान छह शुगर मिलों को गन्ने की सप्लाई करते हैं। गन्ना विभाग के सर्वे के बाद किसानों को स्वयं अपना घोषणा पत्र ऑनलाइन भरना था। इसमें अपनी खतौनी, गन्ने का रकबा और सट्टा आदि प्रपत्र अप लोड करने हैं। कई बार तारीख बढ़ाने के बाद भी जनपद के मात्र 92794 किसानों ने ही अभी तक अपना घोषणा पत्र ऑनलाइन भरा है। जबकि 49175 किसान ने अभी भी घोषणापत्र भरने से वंचित हैं। गन्ना विभाग ने सभी किसानों के घोषणापत्र भरवाने के लिए इसकी अंतिम तारीख को कई बार बढ़ाया। ऑनलाइन घोषणापत्र भरने की अंतिम तिथि पहले 30 सितंबर थी, इसके बाद इसे बढ़ाकर 30 नवंबर कर दिया। इसके बाद भी जब किसानों के घोषणापत्र भरने शेष रह गए तो इसकी अंतिम तारीख को बढ़ाकर दस दिसंबर कर दिया। गन्ना विभाग के सूत्रों के अनुसार घोषणा पत्र नहीं भरने वाले किसानों के गन्ने का सट्टा बंद हो सकता है।
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जिन गन्ना किसानों ने अभी तक घोषणापत्र नहीं भरा है, वे जल्द इसे भर दें। यदि दस दिसंबर तक घोषणापत्र नहीं भरा तो संबंधित किसान के गन्ने का सट्टा बंद हो जाएगा। इससे किसानों को काफी नुकसान होगा। - कृष्ण मोहन मणि त्रिपाठी, जिला गन्ना अधिकारी।
जनपद में घोषणा पत्र भरने वाले किसान --
समिति -------- किसान -------- घोषणा पत्र भरे
सहारनपुर ------ 39032 --------- 26112
देवबंद ---------- 36365 --------- 25665
नानौता --------- 30185 --------- 18934
बेहट ----------- 12640 --------- 6514
सरसावा -------- 23747 --------- 15569
योग ------------ 141969 -------- 92794
नोट: गन्ना विभाग के सात दिसंबर के आंकड़ों के अनुसार।