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पीलीभीत। चीन में कोरोना वायरस फैलने के बाद चाइनीज माल की आवक न होने से त्योहारी बाजार की सेहत बिगड़ने लगी है। ऑटोमोबाइल्स सेक्टर, मोबाइल अन्य चाइनीज उत्पादों की आवक अचानक न के बराबर रह गई है। थोक बाजार में जो चाइनीज उत्पाद बाजार में उपलब्ध भी हैं, वे 30 से 40 फीसदी महंगे हैं, इससे कारोबारी परेशान है। वहीं ग्राहक वायरस के डर के कारण दुकानों पर चाइनीज माल लेने कम ही पहुंच रहे हैं।
शहर के स्टेशन रोड, स्टेडियम रोड, मुख्य बाजार, जेपी रोड स्थित दुकानों, गिफ्ट सेंटरों, शोरुम और शॉपिंग मॉल में इस समय चाइनीज माल की रौनक गायब है। कोरोना वायरस को लेकर एहतियात के कारण चीन से माल नहीं आ रहा है। इसलिए बाजार से चाइनीज माल गायब है। पीलीभीत के मार्केट में चाइनीज माल की खपत अधिकांशत: दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव और मुंबई जैसे महानगरों के अलावा नेपाल से होती है। बड़े महानगरों में चाइनीज माल की आवक बंद है। ऐसे में बाजार में चीन से जुड़े उत्पादों का स्टाक खत्म होता जा रहा है। ग्राहकों ने भी कोरोना वायरस के चलते इन दिनों चाइनीज आइटमों से दूरी बना रखी है। कारोबारियों के मुताबिक अब चाइनीज की जगह देशी माल की बिक्री बढ़ी है। होली के त्योहार में कुछ चाइनीज उत्पाद जैसे पिचकारी आदि बेहद जरुरी है। इनके न आने से कारोबार में दिक्कतें बढ़ सकती हैं क्योंकि भारतीय माल चीनी उत्पादों के सापेक्ष महंगा है।
मोबाइल एसेसरीज की आपूर्ति भी घटी
मोबाइल बाजार में चाइनीज कंपनियों की भागीदारी 70 फीसदी के आसपास है। आईफोन मार्केट से गायब हो चुका है। मोबाइल एसेसरीज की किल्लत भी धीरे-धीरे बढ़ रही है, साथ ही इसके दाम भी बढ़ गए हैं। मोबाइल फोन कारोबारी विपिन वर्मा के मुताबिक कोरोना की वजह से बाजार में भी खपत कम हो गई है। हालांकि सामान्य चाइनीज फोन की आपूर्ति पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। क्योंकि देश में ही अधिकांश चाइनीज कंपनियों ने प्लांट लगा रखे हैं, लेकिन आईफोन की शार्टेज है।
दुकान में माल नहीं, माल है तो ग्राहक नहीं
कोरोना के खौफ के चलते शहरवासी भी चीन की वस्तुओं को खरीदने से कतराने लगे हैं। शहर के एक गिफ्ट सेंटर संचालक शांतम देव ने बताया कि पिछले सप्ताह से भर माल की आवक बहुत कम है। महानगरों में चाइनीज माल नहीं है। जो माल मिल भी रहा है उसके दामों में करीब 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी है। ऐसे में यदि कोई चाइनीज प्रोडक्ट यहां लाकर 30 फीसदी अधिक दाम में बेचा जाए तो कौन खरीदेगा। चाइनीज आइटम खूबसूरत होने की वजह से लोगबाग ज्यादा डिमांड कर रहे हैं।
चीन से आते हैं कारों के अधिकांश पुर्जे
कोरोना का शहर के ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी दुष्प्रभाव दिख रहा है। यहां तमाम वाहनों के फ्यूल पंप समेत विभिन्न पार्ट्स चीन से ही आते हैं। कारोबारियों का कहना है कि अभी तो उनके पास स्टॉक है, लेकिन दिल्ली, मुंबई से नया स्टॉक नहीं आ रहा है। स्पेयर पार्ट्स के कारोबारी चरनजीत सिंह ने बताया कि अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में यहां समस्या बढ़ सकती है।
होली पर नहीं दिखेगी चाइनीज पिचकारी
शिपिंग कंपनियों ने चीन से आने वाले फूड एवं प्लास्टिक से जुड़े उत्पादों की खेप लेने से मना कर दिया है। इस वजह से पिचकारी समेत अन्य होली से जुड़े आइटम की आपूर्ति पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है। कारोबारी रवि और अजय माहेश्वरी बताते हैं कि चीन से आने वाले उत्पाद में एक्साइज शुल्क भी ज्यादा बढ़ गया है। इस बार देशी उत्पाद ही बाजार में दिखेंगे। इसको लेकर देश की कंपनियों ने तेजी से तैयारी भी शुरू कर दी है।
पीलीभीत। चीन में कोरोना वायरस फैलने के बाद चाइनीज माल की आवक न होने से त्योहारी बाजार की सेहत बिगड़ने लगी है। ऑटोमोबाइल्स सेक्टर, मोबाइल अन्य चाइनीज उत्पादों की आवक अचानक न के बराबर रह गई है। थोक बाजार में जो चाइनीज उत्पाद बाजार में उपलब्ध भी हैं, वे 30 से 40 फीसदी महंगे हैं, इससे कारोबारी परेशान है। वहीं ग्राहक वायरस के डर के कारण दुकानों पर चाइनीज माल लेने कम ही पहुंच रहे हैं।
शहर के स्टेशन रोड, स्टेडियम रोड, मुख्य बाजार, जेपी रोड स्थित दुकानों, गिफ्ट सेंटरों, शोरुम और शॉपिंग मॉल में इस समय चाइनीज माल की रौनक गायब है। कोरोना वायरस को लेकर एहतियात के कारण चीन से माल नहीं आ रहा है। इसलिए बाजार से चाइनीज माल गायब है। पीलीभीत के मार्केट में चाइनीज माल की खपत अधिकांशत: दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव और मुंबई जैसे महानगरों के अलावा नेपाल से होती है। बड़े महानगरों में चाइनीज माल की आवक बंद है। ऐसे में बाजार में चीन से जुड़े उत्पादों का स्टाक खत्म होता जा रहा है। ग्राहकों ने भी कोरोना वायरस के चलते इन दिनों चाइनीज आइटमों से दूरी बना रखी है। कारोबारियों के मुताबिक अब चाइनीज की जगह देशी माल की बिक्री बढ़ी है। होली के त्योहार में कुछ चाइनीज उत्पाद जैसे पिचकारी आदि बेहद जरुरी है। इनके न आने से कारोबार में दिक्कतें बढ़ सकती हैं क्योंकि भारतीय माल चीनी उत्पादों के सापेक्ष महंगा है।
मोबाइल एसेसरीज की आपूर्ति भी घटी
मोबाइल बाजार में चाइनीज कंपनियों की भागीदारी 70 फीसदी के आसपास है। आईफोन मार्केट से गायब हो चुका है। मोबाइल एसेसरीज की किल्लत भी धीरे-धीरे बढ़ रही है, साथ ही इसके दाम भी बढ़ गए हैं। मोबाइल फोन कारोबारी विपिन वर्मा के मुताबिक कोरोना की वजह से बाजार में भी खपत कम हो गई है। हालांकि सामान्य चाइनीज फोन की आपूर्ति पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। क्योंकि देश में ही अधिकांश चाइनीज कंपनियों ने प्लांट लगा रखे हैं, लेकिन आईफोन की शार्टेज है।
दुकान में माल नहीं, माल है तो ग्राहक नहीं
कोरोना के खौफ के चलते शहरवासी भी चीन की वस्तुओं को खरीदने से कतराने लगे हैं। शहर के एक गिफ्ट सेंटर संचालक शांतम देव ने बताया कि पिछले सप्ताह से भर माल की आवक बहुत कम है। महानगरों में चाइनीज माल नहीं है। जो माल मिल भी रहा है उसके दामों में करीब 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी है। ऐसे में यदि कोई चाइनीज प्रोडक्ट यहां लाकर 30 फीसदी अधिक दाम में बेचा जाए तो कौन खरीदेगा। चाइनीज आइटम खूबसूरत होने की वजह से लोगबाग ज्यादा डिमांड कर रहे हैं।
चीन से आते हैं कारों के अधिकांश पुर्जे
कोरोना का शहर के ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी दुष्प्रभाव दिख रहा है। यहां तमाम वाहनों के फ्यूल पंप समेत विभिन्न पार्ट्स चीन से ही आते हैं। कारोबारियों का कहना है कि अभी तो उनके पास स्टॉक है, लेकिन दिल्ली, मुंबई से नया स्टॉक नहीं आ रहा है। स्पेयर पार्ट्स के कारोबारी चरनजीत सिंह ने बताया कि अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में यहां समस्या बढ़ सकती है।
होली पर नहीं दिखेगी चाइनीज पिचकारी
शिपिंग कंपनियों ने चीन से आने वाले फूड एवं प्लास्टिक से जुड़े उत्पादों की खेप लेने से मना कर दिया है। इस वजह से पिचकारी समेत अन्य होली से जुड़े आइटम की आपूर्ति पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है। कारोबारी रवि और अजय माहेश्वरी बताते हैं कि चीन से आने वाले उत्पाद में एक्साइज शुल्क भी ज्यादा बढ़ गया है। इस बार देशी उत्पाद ही बाजार में दिखेंगे। इसको लेकर देश की कंपनियों ने तेजी से तैयारी भी शुरू कर दी है।